अपने घोड़ों को हांका लगाने क्यों जुटी BJP? जबलपुर में इतना डर कि पार्षदों की कर दी ‘फेंसिंग’ !
जबलपुर, 09 अगस्त: कहते हैं कि कर्म एक बार पलट कर जरूर सामने आ जाते हैं और आते ही नहीं सामने खड़े होकर व्यक्ति को अहसास दिला देते हैं कि भूतकाल में उससे क्या गलती हुई है? दरअसल बीते कुछ साल में घोड़े खरीदने यानी हॉर्स ट्रेडिंग में बीजेपी इतनी पारंगत हो चुकी है कि वह पूरा का पूरा तबेला खरीद लेने की दम रखती है। लेकिन पार्टी विद डिफरेंस वाली बीजेपी अब खुद की बारी आने पर अपने घोड़ों का हांका लगाने में भी कोई कसर नहीं छोड़ रही। ताजा मामला जबलपुर का है जहां नगर निगम अध्यक्ष के चुनाव के पहले बीजेपी ने एहतियात के तौर पर अपने पार्षदों की बाड़ाबंदी के लिए सभी पार्षदों को एक होटल में ले जाकर ठहरा दिया है।
शपथ ग्रहण के साथ ही हो गई पार्षदों की बुकिंग
सूत्रों का कहना है कि शपथ ग्रहण समारोह से पहले रविवार को ही बीजेपी के सभी पार्षदों को यह इत्तला दे दी गई थी कि शपथ ग्रहण में अपने घर से कपड़े-लत्ते वगैरह और जरूरत का सभी सामान साथ लेकर शपथ लेने पहुंचें। समारोह के बाद सभी पार्षदों को बस में बैठाकर तिलहरी स्थित एक होटल में पहुंचाया गया। होटल में अध्यक्ष पद के एक दावेदार समेत कुछ बीजेपी नेताओं ने पार्षदों की आगवानी की। सूत्रों की मानें तो होटल में रात को सांसद ने पार्षदों को संबोधित भी किया है, जिसमें पार्षदों को पूरे 5 साल कांग्रेस का किस प्रकार विरोध करना है, यह भी बताया गया। इस दौरान सभी से पार्टी के साथ रहने और किसी प्रकार के प्रलोभन में न फंसने के लिए कहा गया है।
निगम के अध्यक्ष के चुनाव पर कांग्रेस में विचार विमर्श
कांग्रेस सूत्रों की मानें तो पार्टी ने अभी तक यह तय ही नहीं किया है कि उसे नगर निगम के अध्यक्ष पद के लिए फाइट करना भी है या नहीं। इस पर चर्चा आज होनी है। यदि चुनाव लड़ने का निर्णय होता है, तो बैठक में कांग्रेस की ओर से प्रत्याशी भी तय किया जाएगा। हालांकि कांग्रेस के कुछ चुनावी पंडितों ने यह सलाह भी दी है कि अध्यक्ष पद के पचड़े से दूर रहा जाए, क्योकि मामला 6 पार्षदों को अपनी तरफ खींचने का है। जो बहुत मुश्किल होगा।
आधा दर्जन पार्षद मतों से हो सकता है खेल
दरअसल महापौर के शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस पार्षदों के साथ कुल 34 पार्षदों ने शपथ ली थी। माना यही जा रहा है कि ये पूरे के पूरे 34 पार्षद कांग्रेस को ही समर्थन देंगे। ऐसे में यदि कांग्रेस 6 बीजेपी पार्षदों से क्रॉसवोटिंग कराने में कामयाब हो जाती है, तो नगर निगम में अध्यक्ष भी कांग्रेस का बन सकता है। लेकिन 6 पार्षदों की संख्या बहुत है, जो कांग्रेस पर भरोसा जता सकें।
पार्षद पतियों को भी रखा गया दूर
सूत्रों की मानें तो होटल में केवल ऐसी महिला पार्षद जिनके बच्चे छोटे हैं, उन्हें ही सास या किसी महिला परिजन को साथ रखने की छूट दी गई है। वहीं पार्षद पतियों को भी घर पर ही रहने कहा गया है। 10 अगस्त को ये सभी पार्षद होटल से ही निगम सदन पहुंचाए जाऐंगे। हालांकि खबर ये भी है कि कुछ हरीराम नाई जैसे लोगों को परिजनों ने होटल के आसपास रखा है। ताकि अपनों की खोज खबर मिलती रहे।
दोपहर को मिल जाएगा नगर निगम का नया अध्यक्ष
नगर निगम जबलपुर के अध्यक्ष तथा नगर निगम की अपील समिति का निर्वाचन बुधवार दस अगस्त को नगर निगम के सभागार में होगा। नगर निगम के अध्यक्ष के पद की निर्वाचन प्रक्रिया सुबह 10:30 बजे से शुरू होगी। अध्यक्ष पद का निर्वाचन लडऩे के इच्छुक अभ्यर्थी पहले नाम निर्देशन पत्र प्रस्तुत करेंगे। जिसकी संवीक्षा और नाम वापसी प्रक्रिया के बाद उम्मीदवारों की अंतिम सूची का प्रकाशन होगा। दोपहर 12 बजे से 1 बजे तक मतदान होगा, फिर मतगणना के बाद परिणाम घोषित किया जाएगा। इसी प्रकार नगर निगम की अपील समिति के निर्वाचन की प्रक्रिया अध्यक्ष के निर्वाचन के बाद होगी।