खुशखबरी: कोरोना एंटीबॉडी के साथ विश्व में पहली बार बच्ची का जन्म, रिपोर्ट देख डॉक्टर उछले, उम्मीद की किरण बनी
वाशिंगटन: पूरी दुनिया में कोरोना वायरस को कैसे खत्म किया जाए उसको लेकर युद्धस्तर पर कोशिशें जारी हैं। दुनिया में अब तक 10 से ज्यादा वैक्सीन बनाई जा चुकी है और अलग अलग देशों में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया जारी है। लेकिन, इसी बीच अमेरिका से कोरोना वायरस एंटीबॉडी को लेकर एक अच्छी खबर आई है। अमेरिका में एक बच्ची ने जन्म लिया है, जिसके अंदर कोरोना वायरस का एंटीबॉडी मौजूद है। बच्ची का रिपोर्ट देखने के बाद डॉक्टरों में खुशी का ठिकाना नहीं रहा है।

कोविड एंटीबॉडी के साथ जन्मा बच्चा
कोरोना वायरस एंटीबॉडी के साथ दुनिया की पहली बच्ची ने अमेरिका में जन्म लिया है। और इसी के साथ उम्मीदें बनने लगी हैं कि दुनिया का अगला जेनरेशन कोविड के खिलाफ एंटीबॉडी लेकर ही पैदा होगा। अमेरिका के साउथ प्लोरिडा में एक महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया है। और उसकी बॉडी के अंदर कोरोना वायरस का एंटीबॉडी पाया गया है। हालांकि, बच्ची की मां को कुछ दिन पहले वैक्सीन का पहला डोज दिया गया था ऐसे में डॉक्टर ये भी जांच कर रहे हैं कि क्या बच्ची के अंदर भी वैक्सीन का डोज पहुंचा है और उससे कोरोना वायरस का एंटीबॉडी आया है या फिर बच्ची के अंदर खुद ही कोरोना वायरस का एंटी बॉडी आया है।

मां को जनवरी में वैक्सीन
रिपोर्ट के मुताबिक बच्ची की मां एक हेल्थवर्कर है और जनवरी महीने में उसे कोरोना वायरस वैक्सीन का पहला डोज लगाया गया था और उस वक्त महिला 36 महीने की गर्भवती थी। महिला का इलाज करने वाले डॉक्टर पॉल गिलबर्ड और चड रूडनिक ने कहा है कि बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ है। न्यू बॉर्न बच्ची को लेकर वैज्ञानिकों ने कहा है कि बच्ची ने कोरोना वायरस एंटीबॉडी के साथ जन्म लिया है।

वैज्ञानिकों के लिए उम्मीद की किरण
एंटीबॉडी के साथ बच्ची के जन्म लेने के बाद डॉक्टर काफी उत्साहित हो गये हैं और एक नई थ्योरी पर काम कर रहे है। वैज्ञानिकों और डॉक्टरों का मानना है कि अगर गर्भवती महिलाओं को वैक्सीन का डोज दे दिया जाए तो आने वाला जेनरेशन कोरोना कवच पहनकर ही पैदा होगा। यानि, जो भी बच्चे जन्म लेगें उनके अंदर कोरोना वायरस का एंटीबॉडी मौजूद होगा। डॉक्टरों ने कहा है कि वो अभी पता लगा रहे हैं कि क्या मां के जरिए बच्ची में वैक्सीन गया है या उसके पीछे कोई और वजह है। हालांकि, डॉक्टरों का मानना है कि वजह चाहे कुछ भी हो दुनिया के लिए ये कोरोना वायरस को लेकर ये सबसे अच्छी खबर है। हालांकि, डॉक्टर अभी इसपर और ज्यादा स्टडी की बात कर रहे हैं।