क्यूबा में सरकारी विरोधी प्रदर्शन करने उतरे हजारों लोग
हवाना, 12 जुलाई। रविवार को हजारों लोगों ने क्यूबा की सड़कों पर उतरकर आर्थिक हालात, कोविड-19 के टीकाकरण की गति और सरकार के कथित लापरवाही का विरोध किया.
रविवार को क्यूबा की राजधानी हवाना में बड़ी संख्या लोगों सड़कों पर सरकार का विरोध करने उतर, जो पिछले कई दशकों में पहली बार हुआ. सुरक्षाबलों की भारी मौजूदगी के बीच लोगों ने शहर के कई हिस्सों में प्रदर्शन किए. इस दौरान पुलिस से उनकी झड़पें भी हुईं और कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया.
कम्यूनिस्ट पार्टी के प्रमुख और देश के राष्ट्रपति मिगेल डियाज-कैनल ने टीवी पर एक भाषण देकर इस विरोध प्रदर्शनों के लिए अमेरिका को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने अपने समर्थकों से उकसावे का जवाब देने को कहा. इस बीच सड़कों पर मशीनगन सुसज्जित जीपों को चक्कर लगाते भी देखा गया.
आजादी के नारे
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के एक रिपोर्टर ने पुलिस को कुछ प्रदर्शनकारियों पर मिर्ची स्प्रे का छिड़काव करते और कुछ अन्य को लाठियों से पीटते देखा. हालांकि "आजादी-आजादी" चिल्लाते लोगों को सीधे सीधे कहीं नहीं रोका गया. उन्होंने "डियाज कैनल पद छोड़ो" जैसे नारे लगाए, जिनकी आवाज सरकार समर्थकों की "फिदेल फिदेल" की आवाज दब गई.
हवाना के साथ लगते आर्तेमीसा प्रांत में सैन ऐंटोनियो डे लोस बानोस नगरपालिका में भी प्रदर्शन हुए. सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में वहां सैकड़ों लोगों को सरकार विरोधी नारे लगाते देखा जा सकता था.
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एक स्थानीय नागरिक क्लैरिस रमिरेज ने फोन पर रॉयटर्स को बताया, "मैं कुछ खाना खरीदने के लिए शहर से गुजरी और वहां बहुत सारे लोग जमा थे. उनके हाथों में तख्तियां थीं और वे विरोध कर रहे थे. वे ब्लैकआउट और दवाइयां ना मिलने का विरोध कर रहे थे."
"ना खाना, न दवाई"
हाल ही में सैन ऐंटोनियो डे लोस बानोस का दौरा करके लौटे डियाज कैनल ने कहा कि बहुत से प्रदर्शनकारी नेकनीयत थे लेकिन अमेरिका द्वारा रचे गए सोशल मीडिया अभियानों और धरातल पर मौजूद कातिलों के बहकावे में आ गए. उन्होंने चेतावनी दी कि भविष्य में ऐसे "उकसावों को बर्दाश्त" नहीं किया जाएगा.
रविवार को ही राजधानी से सैकड़ों मील दूर पूर्व में पाल्मा सोरियानो में भी विरोध प्रदर्शन हुए, जिनके वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए गए. एक स्थानीय नागरिक क्लॉडिया पेरेज ने बताया, "वे संकट का विरोध कर रहे हैं. ना खाना है, ना दवाई है और हर चीज विदेशी करंसी लेने वाली दुकानों से खरीदनी पड़ रही है. और सूची बहुत लंबी है."
राष्ट्रपति डियाज कैनल ने अपने संबोधन में कहा, "हम देश के सारे क्रांतिकारियो, सारे कम्यूनिस्टों का आह्वान करते हैं कि जहां भी इस तरह भड़काने वाली गतिविधियां हों, वहीं सड़कों पर उतरें."
आर्थिक संकट
वामपंथी शासन वाला क्यूबा पिछले दो साल से भारी आर्थिक संकट से गुजर रहा है. सरकार इस सकंट का इल्जाम अमेरिका और महामारी पर पर लगाती है, जबकि आलोचक इसके लिए सरकार की अक्षमता और सोवियत अंदाज की एक पार्टी व्यवस्था को जिम्मेदार मानते हैं.
स्थानीय स्तर पर लगाई गईं पाबंदियों, चीजों के अभाव और महामारी ने पर्यटन को ठप्प कर दिया है. विदेशी आय लाने वाली दूसरी कई गतिविधियों भी धीमी पड़ गई हैं. और इन गतिविधियों पर निर्भर देश को खाना, ईंधन, कृषि व निर्माण के लिए साजोसामान की दिक्कत हो रही है.
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पिछले साल अर्थव्यवस्था 10.9 फीसदी सिकुड़ गई थी, जबकि जून 2021 में ही इसमें दो प्रतिशत की गिरावट आई. इस साल कोविड के कारण होने वाली मौतों में वृद्धि हुई है. 10 जुलाई को ही 47 लोगों की मौत हुई जबकि 6,900 नए मामले सामने आए.
क्यूबा के पास दो वैक्सीन हैं और टीकाकरण व्यापक अभियान चलाया जा रहा है. देश के एक करोड़ 12 लाख लोगों में से 17 लाख लोगों को तीनों खुराक मिल चुकी हैं जबकि लगभग 34 लाख लोगों को कम से कम एक खुराक मिल चुकी है.
Source: DW