लंदन की कोर्ट ने विकीलीक्स फाउंडर असांजे को सुनाई 50 हफ्तों की जेल की सजा
लंदन। ब्रिटेन में जमानत की शर्तों का उल्लंघन करने की वजह से विकीलीक्स के फाउंडर जूलियन असांजे को लंदन की एक कोर्ट ने 50 हफ्तों की जेल की सजा सुनाईहै। आपको बात दें कि पिछले दिनों लंदन स्थित इक्वाडोर के दूतावास से असांजे को गिरफ्तार किया गया था। असांजे पिछले सात वर्षों से इस दूतावास में रह रहे थे। साल 2012 में स्वीडन की दो महिलाओं ने उन पर रेप के आरोप लगाए थे। इसी वजह से असांजे ने दूतावास में शरण ली थी। इक्वाडोर की नई सरकार ने उनका शरणार्थी का दर्जा खत्म कर दिया और इसके बाद उन्हें 11 अप्रैल को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
टाइम की तरफ से पर्सन ऑफ द ईयर भी बने
असांजे ने साल 2006 में उन्होंने विकिलीक्स की शुरूआत की थी और इसके जरिए उन्होंने अफगानिस्तान और इराक युद्ध से जुड़े कई गोपनीय दस्तावेज सार्वजनिक किए थे। साल 2010 में टाइम मैगजीन ने उन्हें 'पर्सन ऑफ द ईयर' के खिताब से नवाजा। इसी वर्ष असांजं पर स्वीडन की दो महिलाओं ने रेप का आरोप लगाया। इसके स्वीडिश कोर्ट की ओर से अरेस्ट वारंट जारी किए गए। लेकिन असांज ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ये झूठे और बेबुनियाद आरोप हैं। असांजे पर साल 2016 में हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों के दौरान हस्तक्षेप का आरोप भी लग चुका है। विकिलीक्स ने तब डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन की टीम की कई ऐसे गोपनीय मेल सार्वजनिक कर दिए जो चुनावी अभियान से जुड़े थे और इसका सीधा असर चुनावों पर भी पड़ा।
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