नॉर्थ कोरिया को कांटे की तरह क्यों चुभता है अमेरिका- पढ़ें पूरी कहानी
प्योंगयांग। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और नॉर्थ कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन की जुबानी जंग ने युद्ध जैसी परिस्थितियां खड़ी कर दी है। दोनों ही देश एक-दूसरे को परमाणु हमले की धमकी तक दे चुके हैं। दरअसल, नॉर्थ कोरिया और अमेरिका की यह लड़ाई बहुत लंबी और पुरानी है, दोनों ही देशों ने दूसरे विश्व युद्ध से लेकर सालों से लड़ते हुए भयंकर नरसंहार मचाया है। आइए, आपको बताते हैं आखिर क्या कारण है, जिस वजह से नॉर्थ कोरिया और अमेरिका की जंग थमने का नाम नहीं ले रही है।
दूसरे विश्व युद्ध में अमेरिका ने मचाही थी तबाही
दोनों देशों के बीच 27 जुलाई, 1953 को जब युद्धविराम हुआ, तब तक नॉर्थ कोरिया ने अपने 10 लाख 30 हजार नागरिक और सैनिक को खो दिए। उस दौरान 9.6 करोड़ आबादी वाले नार्थ कोरिया पर अमेरिकी विमानों ने जमकर कहर ढाया था। दूसरे विश्व युद्ध के दौरान यह क्षेत्र सिर्फ कोरिया हुआ करता था और इस पर जापान का राज था। दूसरे विश्व युद्ध के दौरान अमेरिका ने जब जापान पर हमला किया तब कोरिया के उत्तरी और दक्षिणी भाग पर भी जमकर तबाही मचायी थी। इस दौरान अमेरिकी विमानों ने नॉर्थ कोरिया पर करीब 6,35,000 टन वाले विस्फोटक पदार्थों से हमला किया था।
कॉमरेड नॉर्थ कोरिया का अमेरिका ने किया विरोध
दूसरे विश्व युद्ध के बाद अमेरिका ने जापान पर नियंत्रण कर दक्षिण कोरिया पर कब्जा कर लिया, लेकिन दूसरी तरफ USSR ने भी कोरिया के उत्तरी भाग पर कब्जा कर वहां एक कम्युनिस्ट सरकार को स्थापित कर दिया, जो आज दुनिया के नक्शे पर नॉर्थ कोरिया के नाम से जाना जाता है। वहीं, दूसरी तरफ अमेरिका ने अपने दक्षिण कोरिया क्षेत्र में एक कैपिटलिस्ट सरकार खड़ी कर दी, लेकिन अमेरिका ने उत्तर कोरिया कम्युनिस्ट सरकार बनने का प्रखर विरोध किया।
1950 में अमेरिका ने नॉर्थ कोरिया पर फिर बोला हमला
1948 में दुनिया के नक्शे पर नॉर्थ कोरिया और दक्षिण कोरिया घोर विरोधी देश बनकर उभरे। इस बीच नॉर्थ कोरिया के सुप्रीम लीडर कीम जोंग सुंग, जो आज के किम जोंग उन के दादा थे, उन्होंने अपने देश को बहुत पहले ही कह दिया था कि वो ही एक शख्स है जो उन्हें अमेरिकियों से बचा सकते हैं। 1950 में नॉर्थ कोरिया ने साउथ कोरिया पर हमला बोला दिया। इस युद्ध में साउथ कोरिया का साथ देने के लिए वॉशिंगटन से अमेरिकी विमान रवाना हुए, जिन्होंने आते ही नॉर्थ कोरिया पर तबाही मचा दी और युद्ध की तस्वीर बदलकर रख दी। तभी से एक बार फिर नॉर्थ कोरिया और अमेरिका की दुश्मनी एक खतरनाक मोड़ पर पहुंच गई।
परमाणु युद्ध की धमकियां
नॉर्थ कोरिया अपने देश की सुरक्षा का हवाला देते हुए 2006 से लेकर अब तक छह बार सफल परमाणु परीक्षण कर चुका है। जापान द्वीपों की तरफ कई बार मिसाइले दाग चुका नॉर्थ कोरिया एक बार फिर अमेरिका की नजरों में चढ़ा हुआ है। अपने देश में हथियारों का जखिरा खड़ा कर रहा नॉर्थ कोरिया अमेरिका को खत्म करने की धमकी तक दे चुका है। इस बार जब कई देशों ने मिलकर किम जोंग उन सरकार पर भारी आर्थिक प्रतिबंध लगाए तो किम जोंग उन ने इसके लिए अमेरिका को सीधे रूप से जिम्मेदार ठहराते हुए 'करो या मरो' युद्ध की बात कही है।