जानिए कौन हैं भारतीय मूल की निकी हेले, जिन्हें ट्रंप ने बनाया यूएन एंबेसडर
भारतीय मूल की निकी हेले जब पहली बार बनी थीं साउथ कैरोलिना की गर्वनर, तब पहली बार आई थीं सुर्खियों में। अब एक बार फिर निकी ने रचा है इतिहास।
वाशिंगटन। नए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूनाइटेड नेशंस (यूएन) में भारतीय मूल की निकी हेले को अमेरिका का राजदूत नियुक्त किया है। निकी को जैसे ही ट्रंप ने यह ऑफर दिया उन्होंने इसे बेझिझक स्वीकार कर लिया।
पढ़ें-ट्रंप ने की पहली भारतीय नियुक्ति, निकी हेले बनीं यूएन में राजदूत
इसके साथ ही निकी ने एक बार फिर एक नया इतिहास रचा है। निकी वर्ष 2011 में साउथ कैरालिना की गर्वनर चुनी गई थीं। इस चुनाव के साथ ही वह दुनिया भर में मशहूर हो गई थीं।
अब निकी पहली महिला हैं जिन्हें ट्रंप ने कैबिनेट स्तर का कोई पद दिया है। सबसे खास बात है कि निकी को यह उपलब्धि तब मिली जब वह उन्होंने ट्रंप की कुछ बातों को लेकर उनकी आलोचना की थी।
एक नजर डालिए कि आखिर कौन हैं निकी हेले और भारत के साथ उनका क्या रिश्ता है।
असली नाम है निमरत रंधावा
निकी हेले का असली नाम निमरत रंधावा है और उनका जन्म 20 जनवरी 1972 को साउथ कैरोलिना में हुआ था। उनके माता-पिता सिख हैं और उन्हें बचपन में निकी बुलाया जाता था जिसका मलतब पंजाबी में छोटा होता है। निकी के पिता का नाम अजित सिंह रंधावा और उनकी माता का नाम राज कौर रंधावा है। उनके पिता पंजाब के अमृतसर में पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर थे।
कैसे पहुंचे साउथ कैरोलिना
निकी के पिता को ब्रिटिश कोलंबिया यूनिवर्सिटी से स्कॉलरशिप मिली और फिर कनाडा चले गए थे। वर्ष 1969 में पिता अजित को पीएचडी की डिग्री मिली। इसके बाद उन्हें साउथ कैरोलिना के वूरहीस कॉलेज से प्रोफेसर की पोस्ट ऑफर हुई और यहां से निकी का पूरा परिवार साउथ कैरोलिना आ गया। निकी के दो भाई हैं जिनमें से ऐ अमेरिकी सेना से रिटायर हैं और एक भाई वेब डिजाइनर हैं। निकी की बहन सिमरन का जन्म सिंगापुर में हुआ है और वह एक रेडियो होस्ट हैं। साथ ही एक फैशन इंस्टीट्यूट चलाती हैं।
कपड़े की दुकान में काम करती थीं निकी
12 वर्ष की आयु में निकी ने अपनी मां राज कौर की कपड़े की दुकान में उन्हें मदद करना शुरू किया था। निकी की तुलना द इकोनॉमिस्ट ने ब्रिटेन की पहली महिला प्रधानमंत्री मारग्रेट थैचर से की थी। निकी के पास एकाउटिंग में ग्रेजुएशन की डिग्री है। निकी ने वर्ष 1994 में क्लेमसन यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की थी। यह यूनिवर्सिटी भी साउथ कैरोलिना में है। निकी का ज्यादातर समय साउथ कैरोलिना में ही बीता है।
करियर की शुरुआत
निकी ने अमेरिका की एफसीआर कॉरपोरेशन के साथ अपने करियर की शुरुआत की। यह कंपनी वेस्ट मैनेजमेंट और रि-साइक्लिंग कंपनी है। इसके बाद उन्होंने अपनी मां के बिजनेस को वर्ष 1994 में ज्वॉइन कर लिया। निकी की मां की फर्म एग्जॉटिका इंटरनेशनल आज मल्टी मिलियन डॉलर कंपनी है। वर्ष 1998 में निकी को ऑरेंगबर्ग काउंटी चैंबर ऑफ कॉमर्स में शामिल किया गया।
कैसे हुई राजनीति की शुरुआत
वर्ष 2003 में निकी को लेक्सिंगटन चैंबर ऑफ कॉमर्स के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में शामिल किया गया था। हेली इसी वर्ष नेशनल एसोसिएशन ऑफ वीमेन बिजनेस ओनर्स का ट्रेजरी बनाया गया और फिर वर्ष 2004 में वह इसकी प्रेसीडेंट बनीं। वर्ष 2004 में निकी के राजनीतिक जीवन की शुरुआत हुई जब वह लेक्सिंगटन काउंटी से साउथ कैरोलिना के हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स के लिए दौड़ में शामिल हुईं। इस काउंटी पर रिपब्लिकन का दबदबा है। हेली ने यहां पर वर्ष 1975 से रिप्रजेंटेटिव रहे लैरी कून को मात दी थी। वह पहली एशियाई अमेरिकी समुदाय की पहली एशियन सिख भारतीय बनीं जिन्हें साउथ कैरोलिना में कोई अहम पद मिला था।
पति अमेरिकी सेना में अफसर
निकी के पति माइक अमेरिकी सेना में ऑफिसर हैं और दोनों ने वर्ष 1996 में शादी की थी। दोनों की शादी सिख और ईसाई रीति रिवाजों के साथ हुई थीं। निकी की तरह उनके पति भी साउथ कैरोलिना से पहले ऐसे आफिसर हैं जिन्हें साउथ कैरोलिना आर्मी नेशनल गार्ड में तैनात किया गया और वर्ष 2013 में वह अफगानिस्तान के दौरे पर गए। निकी दो बच्चों रेना और नलिन की मां भी हैं।