WATCH: ब्रिटेन में हिन्दुओं को धमकाने वाला जिहादी मोहम्मद हिजाब कौन है? क्यों चुप है ब्रिटिश सरकार
मोहम्मद हिजाब का ट्विटर अकाउंट हिंदुओं और भारत के खिलाफ अभद्र टिप्पणियों के ट्वीट और रीट्वीट से भरा पड़ा है। अपने ट्वीट में उसने लीसेस्टर शहर के मुसलमानों को एकजुट होने और हिन्दूओं का मुकाबला करने की अपील की है।
लंदन, सितंबर 21: 28 अगस्त को जिस दिन एशिया कप में भारत ने पाकिस्तान को हराया था, उसके बाद से ही ब्रिटेन के मुसलमान भड़के हुए हैं और इस्लामिक जिहाजी तत्व जमकर उपद्रव मचाते हुए ब्रिटेन में हिन्दुओं को धमका रहे हैं। वहीं, इस्लामवादी मोहम्मद हिजाब का हिंदुओं के खिलाफ जहर उगलने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वो हिन्दुओं के खिलाफ जहर उगल रहा है और मुस्लिमों की भीड़ 'अल्लाह हू अकबर' के नारे लगाकर उनका उत्साहवर्धन कर रही है। ताज्जुब की बात ये है, कि ब्रिटेन की पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई है और इन कट्टरपंथियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
Recommended Video
हिन्दू धर्म का उड़ा रहे हैं मजाक
इस्लामवादी मोहम्मद हिजाब सरेआम ब्रिटेन की सड़क पर हिन्दू धर्म का मजाक उड़ा रहा है और हिंदुओं को गैंगस्टर कह रहा है। वीडियो में वो धमकी भरे शब्दों का इस्तेमाल कहते हुए कह रहा है, कि "मैं यह तथाकथित हिंदुत्व के चाहने वाले गैंगस्टरों से सीधे कह रहा हूं, फिर कभी उस तरह से बाहर मत आना।" आपको बता दें कि, 28 अगस्त को एशिया कप मैच में भारत से पाकिस्तान को मिली हार के बाद लीसेस्टर शहर में हिंसा भड़क उठी थी। पाकिस्तानी मुसलमानों ने पहले कहा कि, हिन्दु समुदाय के लोग उनके इलाके में भी जीत का जश्न मना रहे थे, लेकिन जब लोगों ने पूछना शुरू कर कर दिया, कि आखिर मुस्लिमों का ही इलाका कब से होने लगा, उसके बाद पाकिस्तानी गुंडागर्दी पर उतर आए और मंदिरों में तोड़फोड़ करना शुरू कर दिया है।
|
जिहादी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं?
सोशल मीडिया पर जिहादी हिजाब और उसके जैसे कई जिहादियों का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो हिन्दुओं के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहा है, जिसके बाद ब्रिटेन में लोग पूछ रहे हैं, कि आखिर इसके जैसे जिहादी मानसिकता वाले लोग ब्रिटेन में क्या कर रहे हैं और वो अभी भी सड़क पर खुलेमा क्यों घूम रहा है। उसे नफरत फैलाने की आजादी क्यों दी जा रही है। वहीं, कई लोगों का कहना है, कि जिस तरह से मोहम्मद हिजाब हिन्दू धर्म के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहा है, अगर उस तरह की भाषा कोई उसके धर्म के बारे में करे, तो फिर ऐसे लोगों को वो बाद बर्दाश्त नहीं हो पाएगी। इस्लामवादी मोहम्मद हिजाब का अपने यूट्यूब चैनल पर भी काफी भड़काऊ वीडियो बनाता रहता है और रिपोर्ट के मुताबिक, जिस दिन लीसेस्टर शहर में तनाव भड़का था, उस दिन भी वो लीसेस्टर शहर में ही मौजूद था। कई और वीडियो भी सामने आए हैं, जिसमें उसे भीड़ को उकसाते हुए देखा जा सकता है।
हिन्दू नफरत से भरा हुआ है हिजाब
मोहम्मद हिजाब का ट्विटर अकाउंट हिंदुओं और भारत के खिलाफ अभद्र टिप्पणियों के ट्वीट और रीट्वीट से भरा पड़ा है। अपने ट्वीट में उसने लीसेस्टर शहर के मुसलमानों को एकजुट होने और हिन्दूओं का मुकाबला करने की अपील की है। उसने कहा कि, हम इस हिंदुत्व चरमपंथ को यहां फैलने नहीं देंगे। यह भारत नहीं है जहां हम अल्पसंख्यक हैं और उनके पास उनका समर्थन करने वाला राज्य है।" लीसेस्टर शहर के अलावा सोमवार को स्मेथविक में भी 200 से ज्यादा नकाबपोश मुस्लिमों की भीड़ ने हिन्दू मंदिर पर हमला किया है और ये भीड़ 'अल्लाहु अकबर' के नारे लगा रहे थे। रिपोर्टों के अनुसार, हिजाब ने अतीत में कई यहूदी विरोधी हमलों का आयोजन किया है और इन हमलों में उसकी भूमिका से इंकार नहीं किया जा सकता है।
कौन है जिहादी मोहम्मद हिजाब?
मोहम्मद हिजाब एक मिस्र का रहने वाला एक ब्रिटिश सोशल मीडिया इम्फुएंसर है, जिसके इंस्टाग्राम पर करीब डेढ़ लाख फॉलोअर्स, ट्विटर पर 80.9k फॉलोअर्स और YouTube पर 597K सब्सक्राइबर हैं। वह खुद को राजनीतिक दर्शन और धर्म में रुचि रखने वाले लेखक और अकादमिक कहता है। वह ज्यादातर युवा दर्शकों के उद्देश्य से मुसलमानों और इस्लाम से संबंधित उत्तेजक सामग्री बनाता है और खासकर उसके वीडियो हिन्दू धर्म और यहूदियों के खिलाफ होते हैं, लिहाजा वो तेजी से मुसलमानों के बीच प्रसिद्ध हो रहा है। उत्तजक वीडियो बनाने के बाद भी आज तक ना ही उसके ट्वीटर अकाउंट को बंद किया गया है और ना ही दूसरे सोशल मीडिया अकाउंट को और ना ही आज तक उसकी गिरफ्तारी ही की गई है।
लीसेस्टर में कितने हिन्दू, कितने मुसलमान?
यूके नेशनल हेल्थ सर्विस (एनएचएस) की रिपोर्ट के अनुसार 'लीसेस्टर, लीसेस्टरशायर और रटलैंड की जनसांख्यिकीय प्रोफ़ाइल', साल 2011 की यूके की जनगणना के आधार के मुताबिक, इस क्षेत्र में हिन्दू, मुस्लिम, सिख और ईसाई, सभी धर्मों के लोग रहते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, मुसलमानों और हिंदुओं की संख्या लगभग समान है और इन दोनों समुदायों की संख्या क्रमशः 7.4 प्रतिशत और 7.2 प्रतिशत के करीब है, जबकि सिखों की संख्या 2.4 प्रतिशत थी, वहीं पचपन प्रतिशत ईसाई इस क्षेत्र में रहते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि "लीसेस्टर, लीसेस्टरशायर और रटलैंड के भीतर, मोटे तौर पर अल्पसंख्यक धर्मों के लोग और गैर-धर्म के लोग कम उम्र के बैंड में केंद्रित थे, जबकि बड़ी उम्र के लोगों में ईसाइयों का अनुपात अधिक था"।
ब्रिटेन में हिन्दू और मुस्लिम समुदाय के बीच तनाव पर ग्राउंड रिपोर्ट, भारत सरकार ने की निंदा