वैक्सीन खत्म होने पर फार्मेसी ने 112 बच्चों को लगा दी व्यस्कों की कोरोना वैक्सीन, ऐसे हुआ मामले का खुलासा
वर्जीनिया की एक फार्मेसी ने 112 बच्चों को कोरोना वायरस की गलत खुराक दे दी। स्थानीय अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी।
नई दिल्ली, 13 नवंबर। वर्जीनिया की एक फार्मेसी ने 112 बच्चों को कोरोना वायरस की गलत खुराक दे दी। स्थानीय अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी। दरअसल फार्मेसी के पास बच्चों की वैक्सीन खत्म हो गई थी, इसलिए उसने बच्चों को व्सस्कों को दी जाने वाली वैक्सीन ही लगा दी।
फार्मेसी के पास खत्म हो गईं थी बच्चों की डोज
वर्जीनिया के एल्डी में टेड फार्मेसी ने बच्चों को कोरोना की गलत खुराक दे दी। लाउडौन काउंटी स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि बच्चों को व्यस्कों की वैक्सीन दे दी गई। यह वैक्सीन बच्चों की पूरी तरह से सुरक्षा नहीं कर रही है और उन्हें ज्यादा मात्रा में उसकी डोज दे दी गई है। विभाग ने कहा कि फार्मेसी के पास बच्चों की वैक्सीन नहीं थी, इसलिए उन्होंने उन पर व्यस्कों की वैक्सीन का इस्तेमाल किया। विभाग ने कहा कि हमारी समझ के हिसाब से टेड फार्मेसी बच्चों की वैक्सीन के अभाव में एक वैकल्पिक हल निकालने की कोशिश कर रही थी जिसकी अनुमति नहीं है। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि बच्चों को वैक्सीन की ज्यादा मात्रा दे दी गई हो।
अधिकारियों ने फार्मेसी के सभी शेष कोरोना वायरस टीकों को जब्त कर लिया है। अधिकारियों ने फार्मेसी से उन परिवारों से संपर्क कर उन्हें इस बात की सूचना देने को कहा हैं जिनके बच्चों को ये वैक्सीन दी गयी।
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ऐसे
चला
गलत
वैक्सीन
का
पता
दरअसल
एक
बच्चे
के
माता-पिता
ने
देखा
कि
बच्चे
को
जो
वैक्सीन
दी
गई
है
उसका
ढक्कन
उस
वैक्सीन
से
नहीं
मिलता
जो
वैक्सीन
बच्चों
के
लिए
बनाई
गई
है।
उन्होंने
तुरंत
इस
बात
को
पकड़
लिया
और
प्रशासन
से
शिकायत
की।
वैक्सीन
लेने
वाली
एक
7
वर्षीय
बच्ची
की
मां
दशा
हर्मोसिला
ने
कहा
कि
बच्ची
को
जो
वैक्सीन
दी
गई
उसका
ढक्कन
बैंगनी
रंग
का
था
जो
12
या
उससे
अधिक
उम्र
के
बच्चों
के
लिए
थी,
जबकि
छोटे
बच्चों
के
लिए
बनी
वैक्सीन
के
ढक्कन
का
रंग
नारंगी
था।
उन्होंने कहा कि यदि मुझे पता होता कि वे मेरी बेटी को व्यस्कों की वैक्सीन दे रहे हैं तो मैं ऐसा कभी नहीं होने देती। जब एक मीडिया चैनल ने टेड फार्मेसी के मालिक से इस बारे में संपर्क साधने की कोशिश की तो उन्होंने इस बारे में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।