टेंशन वाली खबर: इंसानों के दिमाग में घुसकर कोशिकाओं को खा रहा ये अमीबा, आंखों से नहीं आता नजर
नई दिल्ली: साल 2019 के अंत में चीन के वुहान में कोरोना वायरस मिला, जो इंसानी आंखों से दिखाई नहीं देता था, लेकिन इसने लाखों लोगों की जान ले ली। इसी तरह बहुत से दूसरी परजीवी भी हैं, जो दिखाई तो नहीं देते, लेकिन इंसानी शरीर को इतना ज्यादा नुकसान पहुंचा देते हैं कि वो खोखले हो जाते हैं। अब एक अमीबा ने डॉक्टरों की टेंशन बढ़ा दी है, जो इंसान के शरीर में घुसकर उनका दिमाग खा रहा है।
अचानक शख्स पड़ा बीमार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका के आयोव में एक शख्स स्विमिंग कर रहा था। वहां पर उसकी तबीयत ठीक थी, लेकिन घर पहुंचने के बाद उसकी हालत खराब हो गई। आनन-फानन में उसे अस्पताल पहुंचाया गया। डॉक्टरों ने शुरू में जांच की तो कुछ भी नहीं मिला, साथ ही उसकी कोई खास मेडिकल हिस्ट्री भी नहीं थी।
बाद में पता चली वजह
बाद में पता चला कि वो ब्रेन इटिंग अमीबा (Naegleria fowleri अमीबा) का शिकार हुआ है। ये बहुत ही दुर्लभ अमीबा है, लेकिन इंसानों के लिए बहुत ज्यादा खतरनाक है। ये उस शख्स के शरीर में घुसा और दिमाग की सेल्स को खाने लगा, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई। अगर वक्त पर उसे इलाज ना मिलता, तो उसकी जान भी जा सकती थी।
97 प्रतिशत की गई जान
डॉक्टर्स ने जब इसके आंकड़ों पर नजर डाली तो पता चला कि इसके शिकार 97 प्रतिशत लोगों की मौत हो चुकी है। 1962 से लेकर 2021 तक 154 केस इस अमीबा के मिले हैं, जिसमें से सिर्फ 4 की जान बचाई गई। ऐसे में सावधानी ही इसका एकमात्र बचाव है।
साफ पानी में मिलता है
इस पर रिसर्च करने वाले वैज्ञानिकों ने बताया कि ज्यादा जानलेवा बैक्टीरिया या अमीबा गंदे पानी में मिलते हैं, लेकिन ये Naegleria Fowleri हमेशा साफ पानी में रहता है। ये आमतौर पर झीलों या फिर झरनों के पास होते हैं। जब भी इंसान वहां पर नहाने जाते हैं, तो ये नाक के जरिए उनके शरीर में प्रवेश करते हैं।
ये हैं लक्षण
एक बार जब ये अमीबा किसी के शरीर में घुस गया, तो इसका काम आसान हो जाता है। ये सीधे दिमाग की कोशिकाओं के खाना शुरू कर देते हैं। जिससे बुखार, उल्टी, सिर दर्द की शिकायत होती है। अगर वक्त पर इलाज नहीं मिला तो इंसान कोमा में भी जा सकता है।