चीन की जोर-जबरदस्ती पर अमेरिका-जापान ने लगाई जमकर फटकार, समंदर में वापस धकेलने का लिया संकल्प
अमेरिका और जापान के मंत्रियों के बीच टोकियो में मुलाकात हई है। जिसमें दोनों देशों ने चीन को आक्रामक रवैये के लिए चेतावनी दी गई है।
टोकियो: क्वाड की बैठक से अमेरिका घबराया हुआ है और समंदर में एक के बाद एक युद्धाभ्यास कर रहा है। लेकिन, इन सबके बीच अमेरिका ने एशिया में अपनी डिप्लोमेसी शुरू कर दी है, जिससे चीन को और ज्यादा मिर्ची लग गई है। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन जापान के दौरे पर हैं, जहां उन्होंने जापान के विदेश मंत्री से मुलाकात की है। इस दौरान अमेरिकी विदेशमंत्री ने चीन को उसकी जोर-जबरदस्ती के लिए जमकर फटकार लगाई है और चीन को समंदर में वापस धकेलने का संकल्प लिया है। जापान और अमेरिका के मंत्रियों के बीच 2+2 वार्ता का आयोजन किया गया था। जिसमें अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन जापान पहुंचे हैं। वहीं, इस वार्ता में जापान के विदेश मंत्री तोशिमित्सु मोटोगी और रक्षामंत्री नोबुओ किशि ने हिस्सा लिया।
आक्रामक हुई महाशक्तियां
चीन के खिलाफ विश्व में काफी तेज रणनीतिक गतिविधियां बनाई जा रही हैं। पिछले हफ्ते क्वाड की बैठक हुई जिसमें भारत-अमेरिका-ऑस्ट्रेलिया और जापान के राष्टाध्यक्षों ने वर्चुअल मीटिंग के जरिए चीन को चेतावनी जारी थी तो दूसरी तरफ चीन को सख्त संदेश देने के लिए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भारत आने वाले हैं वहीं अमेरिका के विदेशमंत्री एंटनी ब्लिंकन जहां जापान के दौरे पर हैं तो अमेरिका के रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन भारत के दौरे पर आने वाले हैं।
टोकियो से चीन को संदेश
जापान दौरे पर पहुंचे अमेरिकी विदेश मंत्री ने जापानी विदेशमंत्री के साथ चीन की नीतियों और आक्रामक रवैये की सख्त आलोचना की है। अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि चीन में लोकतंत्र और मानवाधिकारों का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है। हांगकांग में मानवाधिकार को चुनौती दी जा रही है और अमेरिका हिन्द-प्रशांत क्षेत्र, इस्ट और साउथ चायना सी की शांति और स्वतंत्रता के लिए अपने सहयोगियों के साथ मिलकर काम करेगा। ब्लिंकन ने कहा कि जो बाइडेन प्रशासन अमेरिका के सहयोगियों के साथ मिलकर हिन्द-प्रशांत क्षेत्र के लिए काम करेगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका उत्तर कोरिया से मिल रही चुनौतियों के खिलाफ भी अपने सहयोगियों के साथ मिलकर काम करेगा।
उइगर मुस्लिमों के नरसंहार का मुद्दा
जापान से अमेरिकी विदेशमंत्री ने चीन के शिनजियांग प्रांत में उइगर मुस्लिमों के नरसंहार का मुद्दा भी उठाया है। दोनों देशों की तरफ से संयुक्त बयान में कहा गया है कि चीन के शिनजियांग प्रांत में उइगर मुस्लिमों का नरसंहार किया जा रहा है। वहां डिटेंशन कैंप चलाए जा रहे हैं जिसमें मुस्लिमों को बुरी तरह से टॉर्चर किया जा रहा है। दोनों देशों ने कहा कि शिनजियांग में उइगर मुस्लिमों पर अत्याचार फौरन बंद होना चाहिए।
समंदर में तानाशाही के लिए फटकार
टोकियो में अमेरिका और जापान के विदेश और रक्षा मंत्रियों के बीच 2+2 वार्ता का आयोजन किया गया था। जिसमें दोनों देशों ने संयुक्त तौर पर चीन को चेतावनी दी है। अमेरिका और जापान ने संयुक्त संदेश जारी करते हुए जापान से कहा है कि चीन समुद्री क्षेत्र में गैर-कानूनी तरीके से कब्जा करने की कोशिश में लगा हुआ है। साउथ चायना सी में चीन दूसरे देशों के क्षेत्र पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है और छोटे देशों को धमका रहा है। वहीं पूर्वी चीन सागर यानि इस्ट चायना सी में चीन जापान के नियंत्रण वाले द्वीपों पर कब्जा करने की कोशिश में लगा हुआ है। दोनों देशों ने चीन को चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि चीन ने अगर अपने हित में जोर-जबरदस्ती करने की कोशिश की या फिर आक्रामक बनने की कोशिश की तो हम उसे वापस पीछे धकेलेंगे।
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