US Election 2020: अगर बाइडेन और ट्रंप के बीच हो गया टाई तो फिर कौन बनेगा राष्ट्रपति
वॉशिंगटन। अमेरिका में चुनाव के नतीजे कब तक आएंगे कोई नहीं जानता और ऊंट किस करवट बैठेगा, अब सबकी नजरें इसी तरफ हैं। वहीं इन सारी स्थितियों के बीच ही अब ऐसी आशंकाएं भी जन्म ले रही हैं कि अगर डेमोक्रेट जो बाइडेन और रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप के बीच टाई हो गया तब क्या होगा? ऐसा होने के चांस बहुत कम हैं लेकिन अगर दोनों उम्मीदवारों को एक समान वोट मिले तो उस समय कौन व्हाइट हाउस की सत्ता संभालेगा, इस बारे में जानना भी बहुत जरूरी है। अभी तक अमेरिका के राजनीतिक इतिहास में ऐसी स्थिति नहीं आई है मगर 538 इलेक्टर सीट के लिए हुए चुनाव इस बार बहुत ही एतिहासिक हैं तो कब क्या हो जाएगा कोई नहीं कह सकता है।
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20 जनवरी तक होती रहेगी वोटिंग
बाइडेन और ट्रंप के बीच टाई का मतलब दोनों को ही 269-269 वोट मिलना जबकि जीतने के लिए कुल 270 वोटों की जरूरत है। यह भी हो सकता है कि इंडीपेंडेंट कैंडीडेट कुछ वोट जीत जाएं। टाई या ड्रॉ की स्थिति में प्रतिनिधि सभा बैलेट की मदद से अगले राष्ट्रपति का चुनाव करेगी। इस चुनाव को कन्टिन्जन्ट इलेक्शन या आकस्मिक चुनाव कहा जाता है। 50 राज्यों से आए हर प्रतिनिधि को एक वोट मिलेगा। क्योंकि 50 एक सम संख्या है तो हो सकता है कि इस बैलेट के बाद भी टाई की स्थिति हो जाए। इस स्थिति में प्रतिनिधि सभा तब तक वोट करती रहेगी जब तक कि कोई विजेता सामने न जा आए। 20 जनवरी 2021 तक वोटिंग ऐसे ही चलती रहेगी। इसके बाद कोई फैसला नहीं होने की स्थिति राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को अपना पद छोड़ना पड़ेगा।
अगले चुनाव तक राष्ट्रपति होगा स्पीकर
20 जनवरी से ही नए राष्ट्रपति का कार्यकाल आरंभ होता है और 1933 के 20वें संशोधन के तहत कार्यकाल के लिए 20 जनवरी की तारीख को चुना गया था। इसके बाद राष्ट्रपति को चार साल तक शासन की मंजूरी मिलती है। मार्च 2020 को कांग्रेस की रिसर्च सर्विस की रिपोर्ट में कहा गया था कि अभी तक ऐसा कोई नियम नहीं है जिसके तहत राष्ट्रपति को इस तारीख के बाद ऑफिस में रहने की मंजूरी मिले। यानी ट्रंप को 20 तारीख के बाद राष्ट्रपति के पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं होगा। अगर कोर्ट और कॉलेज नए राष्ट्रपति का चुनाव करने में असमर्थ रहते हैं तो फिर प्रतिनिधि सभा की स्पीकर जो इस समय डेमोक्रेट नैंसी पेलोसी हैं, उन्हें अगले चुनाव तक राष्ट्रपति का पद संभालना पड़ सकता है। पेलोसी के पास भी वही सारे अधिकार और शक्तियां होंगी जो कि एक सामान्य राष्ट्रपति के पास चुनाव जीतने के बाद आती हैं।