भारतीयों के खिलाफ नफरत बर्दाश्त नहीं, नस्लीय हिंसा करने वाली महिला के खिलाफ सख्त हुए भारतवंशी सांसद
करीब साढ़े पांच मिनट के इस वीडियो में आरोपी महिला को भारतीय मूल की महिलाओं पर हमला करते हुए भी देखा जा रहा है और वो लगातार गाली बोलती हुई देखी जा रही है।
वॉशिंगटन, अगस्त 29: पिछले हफ्ते चार भारतीय महिलाओं से नस्लीय हिंसा करने वाली मैक्सिकन मूल की अमेरिकी महिला के खिलाफ भारतवंशी सांसद ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। भारतीय मूल के अमेरिकी कांग्रेसी राजा कृष्णमूर्ति ने डलास की पुलिस से कहा है, कि वह पिछले हफ्ते भारतीय मूल की चार महिलाओं पर घृणा से प्रेरित उत्पीड़न और हमले के लिए जिम्मेदार आरोपी महिला के खिलाफ कानून की पूरी सीमा तक मुकदमा चलाए। भारतवंशी सांसद के अलावा अमेरिका में रहने वाले भारतीय समुदाय की तरफ से नस्लीय हिंसा के खिलाफ सख्त प्रतिक्रिया दी गई है।
'नस्लीय हिंसा नहीं है बर्दाश्त'
आपको बता दें कि, अमेरिकी राज्य टेक्सास के डलास में एक मैक्सिकन मूल की अमेरिकी महिला ने चार भारतीय-अमेरिकी महिलाओं के साथ नस्लीय दुर्व्यवहार और मारपीट की थी। आरोपी महिला ने भारतीय मूल की महिलाओं को धमकाया था और उन्हें वापस भारत जाने के लिए कहा था। आरोपी महिला ने धमकी देते हुए कहा था, कि वे अमेरिका को "बर्बाद" कर रही हैं और उन्हें "भारत वापस जाना चाहिए"। आरोपी महिला की धमकी भरा ये वीडियो पूरी दुनिया में वायरल हो रहा है और आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं, अब जो बाइडेन की पार्टी के भारतीय मूल के सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि, "नस्लवाद, ज़ेनोफ़ोबिया और नफरत के अन्य रूपों से प्रेरित इस तरह के बड़े हमले, न केवल सीधे उनके द्वारा लक्षित लोगों को, बल्कि भय और खतरे का माहौल बनाकर व्यापक समुदायों को भी शिकार बनाते हैं।"
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सांसद ने बयान में क्या कहा?
भारतीय-अमेरिकी सांसद ने एक बयान में कहा कि, "मैं भारतीय मूल की चार महिलाओं पर घृणा से प्रेरित उत्पीड़न और हमले का वीडियो देखने के बाद स्तब्ध हूं और पुलिस से कानून की पूरी सीमा तक जिम्मेदार महिला के खिलाफ मुकदमा चलाने का आग्रह करता हूं।" उन्होंने कहा कि, "जैसा कि हमारा देश महामारी की शुरुआत के बाद से एशियाई विरोधी नफरत में वृद्धि का मुकाबला कर रहा है, मैं सभी अमेरिकियों से एक साथ आने और यह साबित करने का आग्रह करता हूं, कि हमारा देश और हमारे लोग इससे बेहतर हैं।" आपको बता दें कि, वायरल वीडियो में आरोपी महिला अप्टन ने खुद कहा है, कि वो मैक्सिकन मूल की अमेरिकी महिला है। उसने कहा था कि, "आई हेट यू इंडियन। ये सभी भारतीय अमेरिका इसलिए आते हैं, क्योंकि वे एक बेहतर जिंदगी चाहते हैं।" वीडियो में आरोपी महिला ने सभी भारतीय मूल की महिलाओं से "भारत वापस जाने" के लिए धमकाया था।
हमले के खिलाफ सख्त भारतवंशी
वहीं, इस नस्लीय हमले खिलाफ भारतीय समुदाय की तरफ से काफी सख्त प्रतिक्रिया दी गई है। अमेरिका के न्यू इंग्लैंड में भारतीय-अमेरिकी संगठनों के प्रतिनिधियों ने रविवार को टेक्सास के प्लानो में एशियाई विरोधी हिंसा के हालिया कृत्य की कड़ी निंदा की है। उन्होंने अपने बयान में कहा कि, "हम इससे बहुत परेशान हैं और हाल ही में भारतीयों, दक्षिण एशियाई और एशियाई अमेरिकियों के खिलाफ हिंसा और घृणा अपराधों के बढ़े हुए कृत्यों से बहुत परेशान हैं। हम तत्काल और समझदारी के साथ घटना का जवाब देने के लिए प्लानो पुलिस विभाग की सराहना करते हैं।"
'नहीं करते हैं भेदभाव में विश्वास'
उन्होंने कहा कि, अन्य सभी अप्रवासियों की तरह एशियाई-अमेरिकियों ने उच्चारण, रंग, धर्म, या नेतृत्व की धारणा या अन्य क्षमताओं के आधार पर चल रहे पूर्वाग्रह का सामना करने के बावजूद इस महान भूमि में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। संगठन की तरफ से कहा गया है कि, "हम उम्र, शिक्षा स्तर, नस्ल, जातीयता, लिंग अभिव्यक्ति और पहचान, राष्ट्रीयता, राष्ट्रीय मूल, पंथ, उच्चारण, शारीरिक और मानसिक क्षमता, राजनीतिक और धार्मिक रुख, लिंग, यौन अभिविन्यास की परवाह किए बिना सभी मनुष्यों के साथ एक समान व्यवहार में विश्वास रखते हैं और वैवाहिक स्थिति, सामाजिक आर्थिक स्थिति, वयोवृद्ध स्थिति, पेशा, या कोई अन्य मानवीय मतभेद में विश्वास नहीं करते हैं''।
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भारतीयों पर नस्लीय टिप्पणी
करीब साढ़े पांच मिनट के इस वीडियो में आरोपी महिला को भारतीय मूल की महिलाओं पर हमला करते हुए भी देखा जा रहा है और वो लगातार गाली बोलती हुई देखी जा रही है। इस महिला का वीडियो लगातार सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वो किसी चीज से एक भारतीय मूल की महिला के चेहरे पर हमला करती है। इसके साथ ही ये आरोपी महिला वीडियो भी बनाती हुई नजर आ रही है और खुद को मैक्सिकन अमेरिकन बता रही है। इतना ही नहीं, आरोपी महिला ने भारतीय मूल की महिलाओं को कार पार्किंग में गोली मारने की भी धमकी दी। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो में महिला को गाली-गलौच करते हुए और नस्लीय टिप्पणी करते हुए देखा जा सकता है।