भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच वार्ता की खबर से अमेरिका खुश हुआ
वॉशिंगटन। भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाली वार्ता का अमेरिका ने स्वागत किया है। भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच इस माह न्यूयॉर्क में होने वाली यूनाइटेड नेशंस जनरल एसेंबली (उंगा) की मीटिंग के दौरान मुलाकात और बातचीत हो सकती है। अमेरिका ने इस खबर को एक शानदार न्यूज करार दिया है। अमेरिका ने उम्मीद जताई कि दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच होने वाली मुलाकात दोनों देशों के संबंधों के बीच नए रास्ते खोलेगी। न्यूयॉर्क में उंगा के दौरान भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अपने पाकिस्तानी समकक्ष शाह महमूद कुरैशी से मुलाकात करेंगी।
वार्ता से खुलेंगे नए दरवाजे
गुरुवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखी वह चिट्ठी सामने आई थी जिसमें उन्होंने दोनों देशों के बीच रुकी हुई वार्ता को फिर से बहाल करने की अपील की थी। अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीथर न्यूआर्ट ने रूटीन मीडिया ब्रीफिंग में बताया, 'हमने भारत और पाकिस्तान के नेताओं के बीच बैठक की खबर देखी। मेरा मानना है कि दोनों देशों के नेताओं की मुलाकात और उनके बीच होने वाली वार्ता भारत एवं पाकिस्तान के लोगों के लिये एक शानदार खबर है। न्यूआर्ट ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बीच संदेशों के आदान-प्रदान का भी स्वागत किया। उन्होंने आगे कहा कि कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं पाकिस्तान के उनके समकक्ष खान के बीच सकारात्मक संवादों का आदान-प्रदान और वार्ता भविष्य में एक बेहतर मजबूत रिश्ते, बेहतर मजबूत द्विपक्षीय संबंध की शुरुआत करेगी।
साल 2015 में सुषमा स्वराज गईं थीं इस्लामाबाद
इमरान ने अपनी चिट्ठी में पीएम मोदी से कहा है कि वह साल 2015 से दोनों देशों के बीच रुकी हुई बातचीत को बहाल करें। सुषमा स्वराज दिसंबर 2015 में हार्ट ऑफ एशिया कॉन्फ्रेंस के लिए इस्लामाबाद गई थीं। आखिरी बार था जब दोनों देशों के बीच वार्ता हुई थी। फिर जनवरी 2016 में पठानकोट में हुए आतंकी हमले में के बाद से दोनों देशों के बीच वार्ता रुकी हुई है। इमरान खान का कहना है कि भारत और पाकिस्तान दोनों को सभी मसलों का हल आपसी बातचीत के जरिए करना चाहिए। इमरान की मानें तो आतंकवाद और कश्मीर जैस मसलों का हल वार्ता से निकालने की कोशिश करनी चाहिए।