लॉकडाउन के बीच होटल के कमरे में मिला अनमैरिड कपल, बीच चौराहे पर महिला की कोड़ों से पिटाई
लॉकडाउन में पुलिस हाईअलर्ट पर है। रात में लॉ एंड आर्डर का जायजा लेने पुलिस गश्ती पर निकली थी। वह एक होटल के पास से गुजर रही थी तब उसे कुछ हलचल सी महसूस हुई। उसने होटल की तलाशी ली तो एक कमरे से अविवाहित जोड़ा मिला। शराब पीये हुए चार अन्य लोग भी पकड़े गये। लॉकडाउन में होटल बंद थे फिर भी यहां कुछ लोग पहुंच गये। फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया गया। यह कानून का घोर उल्लंघन था। लेकिन बात लॉकडाउन से भी आगे बढ़ चुकी थी। यह घटना ऐसे देश में हुई जहां अविवाहित स्त्री और पुरुष के संबंध को गंभीर अपराध माना जाता है। शराब पीना भी दंडनीय अपराध है। इन लोगों को लॉकडाउन तोड़ने से अधिक धार्मिक कानून के उललंघन का दोषी पाया गया। फिर तो जो हुआ उसको देखने के लिए भीड़ लग गयी। महिला की बीच चौराहे पर कोड़ों से पिटाई की गयी। लोग कैमरे और स्मार्टफोन से वीडियो बनाते रहे और पुलिस महिला पर कोड़े बरसाती रही।
कोरोना के खौफ के बीच ये क्या?
दक्षिण-पूर्व एशिया में इंडोनेशिया वह दूसरा देश है जहां कोरोना ने भारी तबाही मचायी है। पहला स्थान चीन का है। इंडोनेशिया में 22 अप्रैल तक कोरोना मृतकों की संख्या 635 पहुंच गयी थी। इस देश में लॉकडाउन बहुत सख्त तो नहीं है लेकिन फिजिकल डिस्टेंसिंग पर बहुत जोर है। शनिवार को इंडोनेशिया के असेह प्रांत में एक ऐसी घटना हुई जो न केवल सनसनीखेज है बल्कि आधुनिक मानव सभ्यता पर एक बड़ा सवाल भी है। इंडोनेशिया दुनिया में मुस्लिम आबादी वाला सबसे बड़ा देश है। इस देश में असेह ही एक ऐसा प्रांत है जहां शरियत कानून का पालन किया जाता है। सामान्य पुलिस ने जिस अविवाहित महिला को एक पुरुष के साथ पकड़ा था उसे धार्मिक पुलिस के हवाले कर दिया। इंग्लैंड के अखबार डेली स्टार ने इस घटना से जुड़ी एक वीडियो क्लीप जारी की है।
बीच चौराहे पर महिला की बेंत से पिटाई
मंगलवार 21 अप्रैल को आरोपित महिला को शहर के बीचोबीच एक चौराहे पर लाया गया। यहां एक शेड बना हुआ है जिसके चारो तरफ ग्रील से घेराबंदी है। शेड के अंदर एक बड़ा सा चबूतरा है। चबूतरे पर नीले रंग की कालीन बीछी है। इस कालीन पर आरोपी महिला वज्रासन की मुद्रा में सिर झुकाये बैठी है। वह सफेद वस्त्रों में ऊपर से नीचे तक ढकी है। उसके अलावा चार अन्य लोग भी चबूतरे पर खड़े हैं। धार्मिक पुलिस की दो महिला सिपाही जो हरे रंग के कपड़ों में हैं और चेहरा स्कार्फ से ढका है। एक अन्य महिला कॉफी कलर के ड्रेस में है। उसके हाथ में उजले दस्ताने हैं। वह बेंत की एक छड़ी पकड़े हुए है। वहां एक पुरुष भी है जो क्रीम कलर की पतलून और काले रंग की टी शर्ट पहने हुए है। उसके भी हाथों में उजले दस्ताने हैं। पुरुष का चेहरा बिल्कुल साफ दिखायी दे रहा है। वह कुछ निर्देश देता है इसके बाद कॉफी कलर की ड्रेस वाली महिला, आरोपी महिला को छड़ी से मारने लगती है। जब उसका दंड पूरा हो जाता है तो वहां एक स्ट्रेचर लाया जाता है। लेकिन काले टी शर्ट वाले पुरुष के संकेत के बाद स्ट्रेचर वहां से हटा लिया जाता है। पिटाई के बाद महिला को चबूतरे से उतारा जाता है। वह लंगड़ा कर चल रही है। महिला पुलिसकर्मी उसे सहारा दे कर वहां ले जाती दिख रही हैं।
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कोरोना का डर नहीं, भीड़ देखती रही पिटाई
असेह में जिस अविवाहित जोड़े और चार अन्य लोगों को धार्मिक कानून तोड़ने के आरोप में पकड़ा गया था उनको सार्वजनिक रूप से 40 कोड़े लगाये गये। दूसरे लोग धार्मिक कानून तोड़ने का सहस न करें इसलिए इसके दंड को सार्वजिनक रूप से दिया जाता है। असेह में जब व्य़ाभिचार के आरोप में महिला को सजा देने के लिए चौराहे पर लाया गया तो वहां लॉकडाउन के बावजूद काफी लोग जुट गये। तमाशबीन में औरतें भी थीं। ग्रील के बाहर कई लोग एक दूसरे से सट कर खड़े थे। शेड के अंदर खड़े लोगों में से कुछ फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे थे। कुछ फोटो खींचने की आपाधापी में एक दूसरे से सट भी रहे थे। अधिकांश लोगों ने मास्क भी नहीं पहना हुआ था। इस घटना से जुड़ी एक दूसरी तस्वीर भी सार्वजनिक हुई हैं जिसमें धार्मिक पुलिस की एक महिला सिपाही, एक आरोपी महिला की पिटाई कर रही है। वहां सामान्य पुलिस के दो एक जवान भी खड़े दिख रहे हैं जो अलग अलग रंग की वर्दी में हैं। तस्वीर में टोपी पहने एक तीसरा शख्स भी है जिसकी जेब से परिचय पत्र लटकता हुआ दिख रहा है। असेह प्रांत में शादी से पहले संबंध बनाने पर कोड़े मारने की सजा दी जाती है। 2018 में भी यहां तीन महिलाओं और तीन पुरुषों को यौन अपराध के लिए भीड़ के सामने कोड़ों से पिटाई की गयी थी। अब कोरोना के खौफ के बीच इस घटना ने लोगों को हैरत में डाल दिया है।
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