स्पेन: कोरोना ने तोड़ी अर्थव्यवस्था की कमर, बेरोजगारी दर 19 फीसदी रहने का अनुमान
नई दिल्ली: कोरोना वायरस की वजह से दुनिया के ज्यादातर देशों ने लॉकडाउन का ऐलान कर रखा है। ऐसे में दुनियाभर में व्यापार ठप है और ग्लोबल इकोनॉमी को बड़ा नुकसान हो रहा है। कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में से एक स्पेन की भी अर्थव्यवस्था पटरी से उतर गई है। जिस वजह से वहां की जीडीपी ग्रोथ में 9.2 प्रतिशत तक गिरावट दर्ज की जा सकती है। वहीं लॉकडाउन की वजह से बेरोजगारी भी बढ़ने की आशंका है।
स्पेश के उप प्रधानमंत्री नादिया काल्वियो के मुताबिक कोरोना वायरस से बचने का कोई हल नहीं दिख रहा है। अभी लॉकडाउन ही कोरोना के संक्रमण से बचने का एकमात्र सहारा है। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस की वजह से 2020 में अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान होगा। जिस वजह से जीडीपी ग्रोथ में 9.2 प्रतिशत तक की गिरावट आएगी। वहीं बेरोजगारी दर भी 13.8 प्रतिशत से बढ़कर 19 प्रतिशत हो जाएगी। वहीं अगर स्पेन खर्च बढ़ाता है तो बजट घाटा भी जीडीपी का 10.34 प्रतिशत तक बढ़ जाएगा। इससे पहले स्पेन सरकार ने बताया था कि 2020 की पहली तिमाही में अर्थव्यवस्था को 5.2 प्रतिशत का नुकसान हुआ है। स्पेन यूरोप की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है।
स्मोकर्स को कोरोना का अपेक्षाकृत कम खतरा, THE ECONOMIST की रिपोर्ट में खुलासा
स्पेन
में
दो
लाख
से
ज्यादा
मामले
पूरी
दुनिया
में
33
लाख
से
ज्यादा
लोग
कोरोना
वायरस
की
चपेट
में
आ
गए
हैं।
जिसमें
से
2.34
लाख
से
ज्यादा
लोगों
की
मौत
हुई।
स्पेन
कोरोना
से
बुरी
तरह
प्रभावित
हुआ
है।
जहां
अब
तक
2.15
लाख
मामले
सामने
आ
चुके
हैं।
वहीं
24000
लोगों
की
मौत
हुई
है,
जबकि
1.15
लाख
लोग
ठीक
होकर
घर
जा
चुके
हैं।
कोरोना
वायरस
को
रोकने
के
लिए
स्पेन
ने
सख्ती
के
साथ
लॉकडाउन
लागू
किया
है।
हालांकि
इन
दिनों
वहां
कोरोना
वायरस
के
नए
मामलों
में
कमी
आई
है।