यूक्रेन में महिला सेना के हील्स पर क्यों मचा है हंगामा ? ऊंची हील्स जूती के साथ किया परेड
यूक्रेन की महिला सैनिकों के हील्स में परेड करने के बाद संसद और सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया है।
कीव, जुलाई 04: यूक्रेन की महिला सैनिकों की सैंडल वाली नई तस्वीरों ने सोशल मीडिया पर बवाल मचा दिया है। यूक्रेन की महिला सैनिकों की सैंडल पहने परेड करने की तस्वीरें जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल होनी शुरू हुईं, ठीक वैसे ही यूक्रेन की संसद में हंगामा मचना शुरू हो गया। इन तस्वीरों में यूक्रेन की महिला सैनिक हील्स पहने हुए परेड के लिए ट्रेनिंग करती नजर आ रही हैं, जिसके बाद सरकार की काफी आलोचना हो रही है।
हील्स में महिला सैनिकों की परेड
दरअसल, यूक्रेन अगले महीने अपनी आजादी के 30 साल पूरे होने का जश्न मनाने जा रहा है। जिसके लिए परेड का अभ्यास किया जा रहा है। देश के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को कुछ तस्वीरें साझा कीं हैं, जिनमें महिला सैनिकों को काले रंग की मिड-हील हील्स पहने देखा जा सकता है। रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट आर्मिया इनफॉर्म ने कैडेट इवान्ना मेडविद के हवाले से कहा है कि 'आज पहली बार हील शूज में ट्रेनिंग हो रही है। सेना में हम जो जूते पहनते हैं, उसकी तुलना में यह थोड़ा कठिन है लेकिन हम कोशिश कर रहे हैं।'
महिला सैनिकों ने सैंडल में परेड क्यों
गार्डियन में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन के पूर्व राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको के करीबी नेता सैंडल के साथ संसद पहुंचे और रक्षा मंत्री से "परेड के लिए ऊँची एड़ी के जूते पहनने" के लिए कहा था। इसके लिए उन्होंने स्वास्थ्य संबंधी मुद्दा उठाया और गोलोस पार्टी की नेता इन्ना सोवसुन ने कहा कि, ''इससे ज्यादा हानिकारक और मूर्खतापूर्ण विचार सोचना मुश्किल है।'' उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन की महिला सैनिक, पुरुषों की तरह ही अपनी जान जोखिम में डाल रही हैं और वो बिल्कुल भी "मजाक करने लायक नहीं हैं"। वहीं, विधानमंडल की उपाध्यक्ष ओलेना कोंडराट्युक ने अधिकारियों से ''महिलाओं का अपमान करने के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगने और मामले की जांच करने'' को कहा है।
सेना में हैं 31,000 से ज्यादा महिलाएं
रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन के सशस्त्र बलों में इस वक्त करीब 31,000 से ज्यादा महिलाएं हैं, जिनमें से 4,000 से ज्यादा अधिकारी हैं। सोशल मीडिया और संसद दोनों में हील्स पहनने को लेकर बवाल मचा हुआ है। यूक्रेन के अधिकारियों की मानसिकता को 'पुराना' बताते हुए विटाली पोर्टनिकोव ने फेसबुक पर लिखा कि 'महिलाओं के हील्स पहनने की घटना वास्तव में एक अपमान है।' वहीं, एक और विश्लेषक मारिया शाप्रिन मे कहा कि ''फैशन इंडस्ट्री ने महिलाओं का मजाक बनाकर रख दिया है'। वहीं, मारिया शाप्रानोवा नाम की एक विश्लेषक ने यूक्रेन रक्षा मंत्रालय पर "सेक्सिज्म और मिसोगिनी" का आरोप लगाया है और महिलाओं से माफी मांगने को कहा है।
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