21 साल के रूसी सैनिक के खिलाफ यूक्रेन में युद्ध अपराध का मुकदमा शुरू, जानिए क्या होगी सजा?
पिछले महीने मास्को की सेना ने जब राजधानी कीव की घेराबंदी खाली की थी, तो राजधानी के चारों तरफ से क्रूरता भरी तस्वीरें सामने आने लगीं थीं।
कीव, मई 14: यूक्रेन युद्ध में पहली बार यूक्रेन की सरकार एक रूसी सैनिक के खिलाफ युद्ध अपराध के तहत मुकदमा चलाने जा रही है और जिस रूसी सैनिक के खिलाफ वार क्राइम के तहत मुकदमा चलाया गया है, उस सैनिक की उम्र सिर्फ 21 साल है। यूक्रेन में रूसी राष्ट्रपति के आदेश पर शुरू किए गये सैन्य अभियान के बाद ये पहली बार है, जब किसी यूक्रेनी सैनिक के खिलाफ युद्ध अपराध का मुकदमा शुरू किया गया है।
निहत्थे बुजुर्ग को मारने का आरोप
एक निहत्थे नागरिक की हत्या के लिए यूक्रेन में एक रूसी सैनिक पर शुक्रवार को मुकदमा चलाया गया है, जो रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आक्रमण के बाद से पहला युद्ध अपराध मामला है। 21 साल के इस रूसी सैनिक का नाम वादिम शिशिमारिन है, जो एक रूसी सेना में सार्जेंट के पद पर तैनात है और रूसी टैंक इकाई का सदस्य है। रूसी सैनिक वादिम शिशिमारिन पर युद्ध के पहले हफ्ते के दौरान उत्तरपूर्वी गांव चुपखिवका में एक खुली कार की खिड़की के माध्यम से 62 साल के यूक्रेनी व्यक्ति को सिर में गोली मारने का आरोप है।
कैमरे पर कबूला था गुनाह
रिपोर्ट के मुताबिक, जब आरोपी रूसी सैनिक वादिम शिशिमारिन को यूक्रेन की सुरक्षा सेवा, जिसे एसबीयू के नाम से जाना जाता है, उसने गिरफ्तार किया था, तब रूसी सैनिक से कैमरे के सामने गुनाह कबूल करवाया गया था। 4 मई को वादिम शशिमारिन का एक छोटा वीडियो पोस्ट किया गया था, जिसमें कैमरे पर बताया गया कि उसने उस व्यक्ति को कैसे गोली मारी। एसबीयू ने वीडियो को "दुश्मन आक्रमणकारियों के पहले इकबालिया बयानों में से एक" के रूप में वर्णित किया था। इस वीडियो में रूसी सैनिक बोलता दिख रहा है, कि 'मुझे शूट करने का आदेश दिया गया था'। वादिम शिशिमारिन ने नीले और भूरे रंग की हुड वाली स्वेटशर्ट पहन रखा था और उसने कहा कि, "मैंने उस पर एक (गोल) गोली मारी। वो गिर गया। और हम आगे बढ़ गये।"
शुक्रवार को कोर्ट में किया गया पेश
शुक्रवार को पत्रकारों और कैमरों की भारी भीड़ के बीच यूक्रेन की राजधानी कीव में सोलोमेन्स्की जिला अदालत में रूसी सैनिक वादिम शिशिमारिन को कोर्ट में पेश किया गया और इस दौरान उसे एक काफी छोटे से लोहे के पिंजरे में बंद रखा गया था। यदि युद्ध से संबंधित यूक्रेन के कानूनों के तहत रूसी सैनिक के खिलाफ लगे आरोपों के लिए उसे दोषी ठहराया जाता है, तो वादिम शिशिमारिन को आजीवन कारावास का सामना करना पड़ता है। यूक्रेन के अभियोजक जनरल इरीना वेनेडिक्टोवा के कार्यालय ने कहा है कि वह 10,000 से अधिक संभावित युद्ध अपराधों की जांच कर रहा है, जिसमें हत्याएं और यातना के मामले शामिल हैं, जिसमें रूसी सैनिकों और सरकारी अधिकारियों सहित 600 से अधिक संदिग्ध शामिल हैं।
कोर्ट में ट्रायल शुरू
रूसी सैनिक को लेकर कीव की जिला अदालत में ट्रायल शुरू हो गया है और कोर्ट के पहले दिन जजों ने वकीलों के साथ प्रक्रियात्मक मामलों पर संक्षेप में चर्चा की और ट्रायल को एक दिन के लिए बढ़ा दिया गया। वहीं, बचाव पक्ष के वकील विक्टर ओव्स्यानिकोव ने स्वीकार किया कि सैनिक के खिलाफ मामला मजबूत है, लेकिन उन्होंने कहा कि कीव में अदालत में उन्हें किस तरह के सबूत पेश करने की इजाजत दी जाएगी, इसपर अभी फैसला नहीं किया गया है। आपको बता दें कि, 11 सप्ताह पहले युद्ध की शुरुआत के बाद से यूक्रेन में पहले युद्ध अपराध मामले के रूप में रूसी सैनिक शिशिमारिन के अभियोजन पर बारीकी से नजर रखी जा रही है।
रूसी अत्याचार की सैकड़ों कहानियां
पिछले महीने मास्को की सेना ने जब राजधानी कीव की घेराबंदी खाली की थी, तो राजधानी के चारों तरफ से क्रूरता भरी तस्वीरें सामने आने लगीं और राजधानी कीव के एक उपनगर बूचा की सड़कों पर तबाही की हैरान करने वाली तस्वीरें पड़ी थीं। रूसी सैनिकों के हटने के बाद जब दुनियाभर के पत्रकार और यूक्नेनी सैनिक बूचा पहुंचे, तो वहां दर्जनों सामूहिक कब्र मिले, जिनमें सैकड़ों शवों को दफनाया गया था। वहीं, चश्मदीदों ने बताया कि, रूसी सैनिकों ने यूक्रेन की नाबालिग बच्चियों और महिलाओं से बलात्कार किए। रिपोर्ट के मुताबिक, 24 फरवरी को युद्ध शुरू होने के ठीक चार दिन बाद ही रूसी सैनिक वादिम को गिरफ्तार कर लिया गया था। राजधानी कीव से लगभग 200 मील पूर्व में सुमी क्षेत्र के एक गांव चुपाहिवका से वादिम को पकड़ा गया था।