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पुतिन के प्रण पर भारी जेलेंस्की का वार? युद्ध के 75वें दिन यूक्रेन ने पलटी बाजी, विजय दिवस पर रूस को हार?

जी7 देशों ने रूसी तेल और गैस के खिलाफ पूर्ण प्रतिबंध लगाने का ऐलान कर दिया है, जबकि, यूक्रेन युद्ध अब एक ऐसे मोड़ पर पहुंच चुका है, जहां से ना रूस जीत का दावा कर सकता है और ना ही यूक्रेन...

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कीव/मॉस्को, मई 09: यूक्रेन युद्ध का आज 75वां दिन दिन है और आज 9 मई है, रूस का विजय दिवस। लेकिन, जो हालात बने हैं, उसे देखकर ये कहना मुश्किल है, कि रूस को यूक्रेन युद्ध में विजय हासिल होने वाली है। क्योंकि, अब ये लड़ाई रूस को काफी ज्यादा भारी पड़ने वाली है। जी7 देशों ने रूसी तेल और गैस आयात पर पूर्ण पाबंदी लगाने का ऐलान किया है, वहीं अभी तक रूस के 39 कर्नल मारे जा चुके हैं और काला सागर में यूक्रेन की घेराबंदी के लिए जो भी रूसी जहाज पहुंच रहे हैं, उसे अमेरिका की मदद से यूक्रेनी सेना ध्वस्त कर दे रही है।

यूक्रेन युद्ध का 75वां दिन...

यूक्रेन युद्ध का 75वां दिन...

जी7 देशों ने रूसी तेल और गैस के खिलाफ पूर्ण प्रतिबंध लगाने का ऐलान कर दिया है, जबकि, यूक्रेन युद्ध अब एक ऐसे मोड़ पर पहुंच चुका है, जहां से ना रूस जीत का दावा कर सकता है और ना ही यूक्रेन, लेकिन राजनीतिक बयानबाजी अभी भी तेज है। युद्ध में शामिल दोनो पक्षों ने संघर्ष को समाप्त करने की आवश्यकता की बात की है, लेकिन इस बात के कोई संकेत नहीं हैं कि युद्ध समाप्त होने वाला है। और ऐसा इसलिए है, क्योंकि इसके मूल में, युद्धरत पक्षों के लिए प्रश्न संघर्ष का अंत नहीं है, बल्कि युद्ध किन शर्तों पर समाप्त होता है, और संघर्ष के बाद सबसे अच्छी स्थिति में कौन है, ये तय नहीं हो पाई है। दरअसल, यूक्रेन में युद्ध एक विशेष रूप से कठिन चरण में प्रवेश कर गया है। एक तरफ यूक्रेन, यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका (जिनके समान हित हैं, हालांकि जरूरी नहीं कि समान हित हों) और दूसरी तरफ रूस है। दोनों का मानना है कि वे अपने फायदे को अधिकतम कर सकते हैं और शक्ति संतुलन को अपने पक्ष में झुका सकते हैं। जिसका यह भी अर्थ है, कि युद्ध में कोई झुकने के लिए तैयार नहीं है। ना ही बर्बाद होने के बाद यूक्रेन और ना ही रूस।

पुतिन के 39 कर्नल मारे गये

पुतिन के 39 कर्नल मारे गये

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को आज मास्को में अपने विजय दिवस सैन्य समारोह से पहले एक और गंभीर झटका लगा जब यूक्रेन में उनके खूनी युद्ध में उनके 39वें कर्नल की मृत्यु हो गई है। 36 साल के लेफ्टिनेंट-कर्नल फ़ज़ुल बिचिकाएव एक फाइटर पायलट थे, लेकिन एक गुप्त खुफिया मिशन पर मृत्यु हो गई थी। रूसी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तीन बच्चों के पिता बिचिकाएव को एक नायक के रूप में चित्रित किया जा रहा है, जो खारकीव के पास यूक्रेनी सैनिकों से संघर्ष के दौरान मारे गये हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, बिचिकाएव के सीने पर गोलां लगी थीं, लेकिन फिर भी उन्होंने अपने सैनिकों को आगे बढ़ने और लड़ने का आदेश दिया था, कबकि वो बुरी तरह से घायल हो गये थे। रूसी मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि, वह रूस के सबसे कम उम्र के कर्नलों में से एक थे, उनकी रेजिमेंट की कमान दूसरे स्थान पर थी, और उनकी मृत्यु रूस के लिए 'एक भारी, अपूरणीय क्षति' थी। बिचिकाव की मौत डोनबास में 44 वर्षीय लेफ्टिनेंट-कर्नल फ्योडोर सोलोविओव की मौत के खुलासे के एक दिन बाद हुई है।

‘1945 की तरह हम जीतेंगे’

‘1945 की तरह हम जीतेंगे’

वहीं, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रविवार को कसम खाई है कि "1945 की तरह ही फिर से जीत हमारी होगी"। रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने द्वितीय विश्व युद्ध में नाजी जर्मनी की हार की 77 वीं वर्षगांठ पर पूर्व सोवियत देशों को भी बधाई दी है। फरवरी में यूक्रेन में रूसी सैनिकों को भेजने वाले पुतिन ने कहा, "आज, हमारे सैनिक, अपने पूर्वजों के रूप में, अपनी मातृभूमि को नाजी गंदगी से मुक्त करने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर लड़ रहे हैं, इस विश्वास के साथ कि 1945 की तरह ही जीत हमारी होगी।" पुतिन ने कहा कि, "आज, नाज़ीवाद के पुनर्जन्म को रोकना हमारा सामान्य कर्तव्य है, जिससे विभिन्न देशों के लोगों को बहुत पीड़ा हुई।" युद्ध में जीत का दावा करते हुए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि, 'दुर्भाग्य से, आज, नाज़ीवाद एक बार फिर अपना सिर उठा रहा है और यूक्रेन फासीवाद की चपेट में है और पूर्वी यूक्रेन में रूस और रूसी-भाषी अल्पसंख्यक के लिए खतरा है। हमारा पवित्र कर्तव्य नाजियों के वैचारिक उत्तराधिकारियों को रोकना है जो द्वितीय विश्व युद्ध में हार गए थे"।

रूस के खिलाफ जी-7 का एक्शन

रूस के खिलाफ जी-7 का एक्शन

वहीं, युद्ध के 74वें दिन जी7 देशों ने रूस को बहुत बड़ा झटका देते हुए रूसी तेल और गैस की आपूर्ति पर प्रतिबंध लगाने का फैसला कर लिया है। जी7 देशों की तरफ से रविवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की यूक्रेन में "अकारण आक्रामकता" ने "रूस और उसके लोगों के ऐतिहासिक बलिदान को शर्मसार किया है'। जी7 देशों के बयान में कहा गया है कि, 'रूस ने अंतरराष्ट्रीय नियम-आधारित आदेश का उल्लंघन किया है, विशेष रूप से संयुक्त राष्ट्र चार्टर का, जिसमें द्वितीय विश्व युद्ध के बाद की पीढ़ियों को युद्ध के संकट से बचाने की कल्पना की गई है"। जी7 देशों की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि, "हम अपने संकल्प के प्रति एकजुट हैं, कि राष्ट्रपति पुतिन को यूक्रेन के खिलाफ युद्ध नहीं जीतना चाहिए"। रूसी तेल और गैस पर प्रतिबंध लगाना बहुत बड़ा फैसला है और इसका असर सीधे तौर पर आने वाले वक्त में रूस की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा।

स्टील प्लांट से रेस्क्यू ऑपरेशन

स्टील प्लांट से रेस्क्यू ऑपरेशन

वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने पुष्टि की है, कि पूर्वी शहर लुहान्स्क के पास बिलोहोरिवका के एक स्कूल पर रूसी बमबारी में स्कूल में शरण लिए हुए 60 लोग मारे गए हैं। वहीं, संयुक्त राष्ट्र ने हमले की निंदा की है, महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि वह इससे "हैरान" हैं। वहीं, मारियुपोल में अज़ोवस्टल स्टीलवर्क्स प्लांट से 170 से अधिक नागरिकों को सफलतापूर्वक निकाला गया और उन्हें ज़ापोरिज्जिया पहुंचाया गया है। अधिकारियों ने बताया कि. संयंत्र से और कुल मिलाकर मारियुपोल से 600 से अधिक लोगों को निकाला गया है। वहीं, अज़ोवस्टल स्टील प्लांट के अंदर फंसे यूक्रेन की अज़ोव बटालियन के सैनिकों ने कहा है, कि उन्हें डर है कि अगर रूसी सेना ने प्लांट पर कब्जा कर लिया गया तो वे सभी मारे जाएंगे, इसीलिए वो आखिरी सांस तक लड़ेंगे। स्टीलवर्क्स के अंदर से मीडिया से बात करते हुए, लेफ्टिनेंट इल्या समोइलेंको ने यह कहते हुए लड़ने की कसम खाई कि आत्मसमर्पण दुश्मन के लिए एक "उपहार" होगा।

रूस पर नये प्रतिबंध

रूस पर नये प्रतिबंध

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि 2,600 से अधिक रूसी और बेलारूसी सैन्य अधिकारियों पर अमेरिका ने प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है और ये वो लोग हैं, जो युद्ध अपराध का पर्याय बन गये हैं। रूसी समाचार एजेंसी टास की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने 33 और रूसी व्यक्तियों, 22 कंपनियों और 69 जहाजों को प्रतिबंधों की लिस्ट में डाल दिया है। रविवार को जारी एक प्रेस बयान के अनुसार, मॉस्को इंडस्ट्रियल बैंक और उसकी दस सहायक कंपनियों पर भी प्रतिबंध लगा दिए गये है। इसके साथ ही तीन रूसी राज्य के स्वामित्व वाले टेलीविजन चैनलों पर भी प्रतिबंध लगाए जाएंगे, जिनके नाम, चैनल वन रूस, रोसिया -1 और एनटीवी हैं।

लौट आई है बुराई- जेलेंस्की

लौट आई है बुराई- जेलेंस्की

यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने रविवार को कहा कि यूक्रेन में बुराई लौट आई है क्योंकि उन्होंने विजय दिवस के मौके पर भावनात्मक संबोधन दिया है, जब यूरोप द्वितीय विश्व युद्ध में मित्र राष्ट्रों के लिए जर्मनी के औपचारिक आत्मसमर्पण की याद दिलाता है। उन्होंने एक वीडियो संदेश में कहा कि, उस युद्ध में सैनिकों ने जिस जीवन के लिए संघर्ष किया वह 24 फरवरी को समाप्त हो गया, जब रूस की सेना ने हमारे ऊपर आक्रमण किया। उन्होंने कहा कि, "बुराई वापस आ गई है। फिर से!" ज़ेलेंस्की ने कहा कि, "एक अलग रूप में, अलग-अलग नारों के तहत, लेकिन एक ही उद्देश्य के लिए बुराई लौट आई है।" लेकिन, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि, हमें यकीन है, हम जीतेंगे। उन्होंने कहा, "कोई भी बुराई जिम्मेदारी से नहीं बच सकती, वह बंकर में नहीं छिप सकती।" उन्होंने कहा कि, नाजी नेता एडोल्फ हिटलर ने अपने जीवन के अंतिम दिन बर्लिन के एक बंकर में बिताए, जहां उन्होंने आत्महत्या कर ली।

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English summary
Russia's Victory Day, G7's ban on Russian oil and gas imports... What is the status of Ukraine on the 75th day of the war?
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