NATO में ISIS को लेकर ओबामा और कैमरन दिखे सख्त
न्यूपोर्ट। आईएसआईएस का सामना करने के लिए नाटो सम्मेलन में अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने दूसरे राष्ट्रों को इस जंग में शामिल होने की बात कही है। नाटो में ओबामा और ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन आईएस आतंकियों की गतिविधियों को लेकर काफी सख्त दिखे।
ब्रिटेन अमेरिका के साथ है
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इराक और सीरिया में इस्लामिक स्टेट के चरमपंथियों को हराने के लिए एक वृहद अंतरराष्ट्रीय गठबंधन की योजनाएं बनाई हैं लेकिन यूरोपीय सहयोगियों ने सतर्कतापूर्ण प्रतिक्रिया दी है। वहीं, कैमरन ने बयान दिया है कि ब्रिटेन हवाई हमले में अमेरिका का साथ देगा। कैमरन ने कहा कि आतंकियों को तबाह करने की योजना में ब्रिटेन अमेरिका के साथ है।
मध्यपूर्व देशों को भी जोड़ने की कोशिश
नाटो के एक सम्मेलन में बोलते हुए ओबामा ने कहा कि अमेरिका जिहादियों से निपटने की रणनीति में मध्यपूर्व के सहयोगियों को भी शामिल करने की कोशिश करेगा। क्योंकि जेहादी इस क्षेत्र के बड़े हिस्से में अपनी पहुंच बना चुके हैं।
आपको बता दें, आईएस ने दो अमेरिकी पत्रकारों के सिर कलम का वीडियो जारी किया था, साथ ही एक ब्रिटिश बंधक के सिर कलम करने की धमकी भी दी है। आईएसआईएस अमेरिका, ब्रिटेन समेत रूस को इस जंग से दूर रहने की चेतावनी दे चुका है।
सही दिशा में चल रहे हैं-ओबामा
नाटो समिट में बराक ओबामा ने कहा कि, 'आईएस संगठन को रातों रात खत्म नहीं किया जा सकता। लेकिन हम सही दिशा में चल रहे हैं। हम जल्द ही इस संगठन को कमजोर कर खत्म कर देंगे।'
अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी ने नाटो सम्मेलन में 10 देशों के राजनयिकों को आईएसआईएस के खिलाफ अमेरिका का सहयोग देने की बात कही है। इन 10 देशों में ब्रिटेन, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, कनाडा, तुर्की, इटली, पोलैंड और डेनमार्क शामिल हैं। कैरी के बयान के अनुसार, ये दस देश अमेरिका को सहयोग देने के लिए तैयार हैं।