जब संसद में खिलौने को मिली सीट!
यूक्रेन की संसद में एक सांसद अपने सहयोगियों के गैरहाज़िर रहने पर सवाल उठाने के मकसद से अपने साथ एक ख़ास तरह का खिलौना लाए और उसे संसद की एक खाली सीट पर रख दिया. उन्होंने संसद में सांसदों की ग़ैर मौजूदगी पर कटाक्ष करने के लिए ऐसा किया.
यूक्रेन की संसद में एक सांसद अपने सहयोगियों के गैरहाज़िर रहने पर सवाल उठाने के मकसद से अपने साथ एक ख़ास तरह का खिलौना लाए और उसे संसद की एक खाली सीट पर रख दिया. उन्होंने संसद में सांसदों की ग़ैर मौजूदगी पर कटाक्ष करने के लिए ऐसा किया.
यूक्रेन के निर्दलीय सांसद बोरीस्लाव बेरेज़ा एक अंडाकार खिलौने के साथ संसद पहुंचे थे.
यूक्रेन में 24 साल की उपमंत्री पर बवाल
ये डच कलाकार मारग्रेट वान ब्रीवूर्ट की बनाई कलाकृति से मिलता-जुलता खिलौना था. ये कलाकृति डॉक्टर के इंतज़ार में बैठे मरीज को सांकेतिक तौर पर दर्शाती है.
ये कलाकृति रूस और यूक्रेन में इंटरनेट पर काफी लोकप्रिय हो चुकी है.
बेरेज़ा कहते हैं कि 322 सांसदों में से 150 से ज्यादा सांसद उस वक्त संसद में मौजूद नहीं थे. लेकिन ये खिलौना जरूर वहां मौजूद था और वो भी यूक्रेन के लोगों की तरह अपने सांसदों के आने का इंतज़ार कर रहा था कि सांसद आएं और अपना काम करें. यूक्रेन के लोगों के विपरीत उसके पास न कोई समय की कमी थी और न ही सब्र की.
बेरेज़ा की इस कोशिश को लेकर इंटरनेट पर लोग दो भागों में बंटे हुए हैं.
एक फ़ेसबुक यूजर ने लिखा है, " ये लगता तो मज़ेदार है लेकिन यह दुखी करने वाला है."
जबकि एक दूसरे यूजर का मानना है कि यह "घृणित" है.
यूक्रेन के सांसदों की यह छवि बनी हुई है कि वे अपनी जिम्मेदारियों को लेकर लपरवाह है और उनकी जगह पर उनके सहयोगी उनके वोटिंग कार्ड का इस्तेमाल वोट देने के लिए करते हैं जिसे 'पियानो वोटिंग' कहते हैं.