ये लोग कोरोना वायरस से बच सकते हैं, सिंगापुर में हुआ शोध
नई दिल्ली- एक शोध से पता चला है कि कुछ लोगों के इम्यून सिस्टम में कुछ खास तरह के तत्व मौजूद होते हैं, जिसके चलते वो कोरोना वायरस की चपेट में आने से बच जाते हैं। सिंगापुर में ड्यूक-एनयूएस मेडिकल स्कूल के शोधकर्ताओं ने एक रिसर्च में पाया है कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में टी-कोशिकाओं (T cells) का बड़ा ही अहम रोल है। यह शोध 'नेचर रिसर्च' नाम के साइंटिफिक जर्नल में प्रकाशित हुआ है। इसके मुताबिक कुछ लोगों में ऐसा इम्यून सिस्टम हो सकता है कि वो नोवल कोरोना वायरस (Sars-CoV-2) से लड़ने में सक्षम हो।
शोध से पता चला है कि ऐसा इम्यून सिस्टम उन लोगों का हो सकता है, जो पहले किसी दूसरे कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हों। इस शोध के लिए वैज्ञानिकों ने पुराने (कोरोना) वायरस से प्रभावित हुए मेमोरी टी कोशिकाओं का अध्ययन किया। ये कोशिकाएं किसी भी मरीज की रोग की गंभीरता का काफी हद तक पता लगा सकती हैं। शोध में बताया गया है कि, 'तब हमने समझा कि एसएआरएस (SARS) से ठीक हुए मरीज में 2003 के प्रकोप के 17 साल बाद भी लंबे वक्त तक जीवित रहने वाला मेमोरी टी सेल्स अभी भी मौजूद है जो. एसएआरएस-एनपी से रिएक्रटिव है, जिसने SARS-CoV-2 (नोवल कोरोना वायरस) NP के साथ भी तगड़ा क्रॉस रिएक्रटिविटी प्रदर्शित किया।'
इसके बाद वैज्ञानिकों ने आश्चर्यजनक रूप से उन लोगों में भी नोवल कोरोना वायरस के उन विशेष टी-कोशिकाओं का पता लगा लिया, जिन्हें पहले SARS का संक्रमण नहीं हुआ था। इस स्टडी को सिंगापुर के ड्यूक-एनयूएस मेडिकल स्कूल के संक्रमित बीमारी कार्यक्रम से जुड़े नए वैज्ञानिकों की टीम ने किया है।
बता दें कि विश्वभर में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए लोगों की तादाद अबतक 1,44,14,748 हो चुकी है, जिनमें 54 लाख से ज्यादा केस अभी भी ऐक्टिव हैं। वहीं इससे मरने वालों की संख्या 6 लाख को भी पार कर चुकी है।
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