तीसरा विश्वयुद्ध होने वाला है, ट्विटर खरीदकर क्या करूंगा? एलन मस्क ने किया ट्विटर डील में देरी का खुलासा
टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने ट्विटर के 44 बिलियन डॉलर के बायआउट सौदे में देरी के लिए रूस-यूक्रेन संघर्ष को जिम्मेदार ठहराया है।
वाशिंगटन, 12 सितंबरः टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने ट्विटर के 44 बिलियन डॉलर के बायआउट सौदे में देरी के लिए रूस-यूक्रेन संघर्ष को जिम्मेदार ठहराया है। एलन मस्क ने तीसरे विश्व युद्ध को लेकर चिंताओं का हवाला देते हुए कहा कि यदि तीसरा विश्व युद्ध नजदीक है तो ट्विटर खरीदने का कोई मतलब नहीं है। एलन मस्क पर आरोप है कि उन्होंने जानबूझ कर ट्विटर अधिग्रहण को धीमा कर दिया है।
इससे पहले भी बहाना बना चुके हैं मस्क
वेबसाइट इनसाइडर ने एलन मस्क के वकील के हवाले से कहा, "उनका सिद्धांत ये है कि वास्तव में जो हुआ, वह वास्तव में हुआ नहीं है।" बतादें कि यह ट्विटर डील में देरी करने का पहला बहाना नहीं है जिसे मस्क ने बनाया है। एक दिन पहले ही मस्क ने इस डील को लेकर व्हिसल ब्लोअर को जिम्मेदार ठहराया था। मस्क ने कहा कि ट्विटर का एक पूर्व कर्मचारी जो व्हिसल ब्लोअर बन गया था, उसे लाखों डॉलर का भुगतान किया था। यह एक बड़ा कारण था, जिसके चलते उन्होंने ट्विटर को खरीदने की 44 अरब डॉलर की डील को रद्द कर दिया।
ट्विटर ने नहीं ली मस्क से सहमति
ट्विटर को लिखे एक पत्र में एलन मस्क के वकीलों ने कहा,'पीटर जटको (व्हिसल ब्लोअर) और उनके वकीलों को 7.75 मिलियन डॉलर का भुगतान करने से पहले ट्विटर ने उनकी सहमति नहीं ली। इससे एग्रीमेंट का उल्लंघन हुआ है। इसलिए मस्क के लिए इस डील को पूरा करना जरूरी नहीं था। इससे पहले टेस्ला सीईओ एलन मस्क ने ट्विटर के साथ डील तोड़ने की घोषणा करते हुए कहा था कि ट्विटर पर 'बॉट्स, स्पैम और फर्जी अकाउंट' हैं, जिस कारण उन्हें यह डील तोड़नी पड़ रही है। मस्क ने बीते मंगलवार को यह भी कहा था कि उनके ट्वीट पर 90 फीसदी कमेंट्स असल में बॉट या स्पैम रिप्लाई हैं।
भारत कनेक्शन का भी जिक्र
इससे पहले एलन मस्क ने ट्विटर डील तोड़ने के पीछे भारत कनेक्शन का भी जिक्र किया था। उन्होंने कोर्ट को बताया था कि ट्विटर भारत सरकार के खिलाफ जोखिम भरे मुकदमे का खुलासा करने में विफल रही। मस्क ने साथ ही यह दावा भी किया कि ट्विटर ने भारत सरकार के खिलाफ जाकर दुनिया के तीसरे सबसे बड़े बाजार को खतरे में डाल दिया था।
ट्विटर पर लगाए कई आरोप
मस्क ने डेलावेयर अदालत में एक काउंटरसूट में यह दावा भी किया था कि ट्विटर ने उन्हें कई चीजों के बारे में अंधेरे में रखा। डील के समय उन्हें भारत में चल रहे डेवलपमेंट के बारे में नहीं बताया गया था। कोर्ट के दस्तावेजों के अनुसार, मस्क ने कहा कि ट्विटर को भारत में स्थानीय कानून का पालन करना चाहिए। वहीं, ट्विटर ने कोर्ट को बताया है कि मस्क के पास कंपनी के बारे में पूरी जानकारी थी।
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