तालिबान ने सबसे बड़े 'विरोधी' चैनल पर मारा छापा, हथियारों के साथ दफ्तर पहुंचे तालिबान के लोग
तालिबान ने अफगानिस्तान में लोकतंत्र समर्थक न्यूज चैनल टोलो न्यूज पर छापा मारा है।
काबुल, अगस्त 16: अफगानिस्तान में लोकतंत्र समर्थक माने जाने वाले न्यूज चैनल टोलो न्यूज पर तालिबान के लड़ाकों ने छापेमार कार्रवाई की है, जिसकी जानकारी खुद चैनल के तरफ से दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, टोलो न्यूज के दफ्तर पर आज तालिबान की तरफ से छापा मारा गया है। इस दौरान हथियारों के साथ तालिबान के लड़ाके न्यूज चैनल के दफ्तर पहुंचे थे। तालिबान के लोगों को दफ्तर में आया देख वहां मौजूद तमाम जर्नलिस्ट खौफजदा हो गये थे।
न्यूज चैनल पर तालिबान का छापा
टोलो न्यूज की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि तालिबान के लोग न्यूज चैनल के दफ्तर में हथियारों के साथ आए थे और उन्होंने न्यूज चैनल के दफ्तर में छापा मारा है। चैनल के तरफ से ट्वीट में कहा गया है कि तालिबान के लोगों ने अफगान सरकार की तरफ से दिए चैनल को दिए गये हथियार ले लिए हैं और न्यूज चैनल को सुरक्षा का आश्वासन दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना राष्ट्रपति अशरफ गनी के एक मध्य एशियाई देश में भागने के बाद तालिबान द्वारा अफगानिस्तान के राष्ट्रपति भवन पर नियंत्रण करने के कुछ घंटों बाद हुई। तालिबान लड़ाकों ने रविवार को राजधानी काबुल को घेर लिया था और देश पर कब्जा करने का इंतजार कर रहे थे।
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अफगानिस्तान में स्थिति खराब
अफगानिस्तान से मिल रही रिपोर्ट के मुताबिक देश की स्थिति काफी खराब हो चुकी है। हजारों अफगानों को काबुल में हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर इकट्ठा होते देखा गया है, जो अब देश से बाहर निकलने का एकमात्र रास्ता बचा है। बाकी देश के जितने भी रास्ते हैं, हर एक रास्ते पर तालिबान का नियंत्रण है। लेकिन, काबुल एयरपोर्ट पर लोगों की भारी भीड़ जुटने के बाद तमाम फ्लाइट्स भी रद्द कर दिए गये हैं। बताया जा रहा है कि काबुल एयरपोर्ट पर स्थिति नियंत्रित करने के लिए अमेरिकी सेना की तरफ से फायरिंग की गई, जिसमें कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि एयरपोर्ट पर मौजूद लोग हवाई जहाज को पकड़कर लटक गये थे, जिसके बाद अमेरिकी सैनिकों ने फायरिंग की थी।
लोकतंत्र समर्थक है टोलो न्यूज
माना जा रहा है कि तालिबान टोलो न्यूज के लिए बहुत बड़ा खतरा बनने वाला है, क्योंकि टोलो न्यूज लोकतंत्र समर्थक चैनल माना जाता है और तालिबान का काफी विरोध करता रहा है। पिछले महीने टोलो न्यूज ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी का इंटरव्यू लिया था, जिसमें इस चैनल के संपादक ने पाकिस्तानी विदेश मंत्री की बोलती बंद कर दी थी। इंटरव्यू के बाद शाह महमूद कुरैशी की काफी फजीहत हुई थी और पाकिस्तान में लोगों ने यहां तक कहा था कि अगर कुरैशी को इंटरव्यू देना नहीं आता है तो उन्हें बोलना ही नहीं चाहिए। आपको बता दें कि टोलो न्यूज लगातार पाकिस्तान और तालिबान की गठबंधन की बात करता आया है और इंटरव्यू के दौरान चैनल के संपादक ने इसी बाबत सवाल पूछकर शाह महमूद कुरैशी को निरूत्तर कर दिया था। आपको बता दें कि टोलो न्यूज ने अफगानिस्तान में योगदान देने लिए भारत की कई बार तारीफ कर चुका है।