यूक्रेन कर रहा काला जादू, मंत्र से शक्तियों का कर रहा आह्वान, युद्ध के बीच रूस ने दिखाए शैतानी निशान
रूसी समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती ने दावा किया कि है शैतानी मुहर वाला प्रतीक के साथ खून के कई अलग आकृतियां बनी मिली हैं।
मॉस्को, मई 04: यूक्रेन पर सैन्य आक्रमण करने वाले रूस को अब काला जादू का डर सता रहा है और रूस की सरकारी मीडिया ने दावा किया है कि, यूक्रेन के सैनिक रूस के खिलाफ काला जादू कर रहे हैं और भूतिया शक्तियों का इस्तेमाल कर रहे है। रूस की सरकारी मीडिया के दावे इतने भर ही नहीं हैं। दावा किया गया है कि, ऐसे संकेत मिले हैं कि, यूक्रेनी सैन्य मुख्यालयों में काला जादू का अभ्यास किया गया है।
यूक्रेन पर काला जादू का आरोप
रूस के सरकारी टीवी चैनल ने यूक्रेन पर शैतानी शक्तियों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए दावा किया है कि, 'एक शैतानी मुहर, जो अलौकिक शक्तियं से संबंध रखने का एक प्रतीक माना जाता है, उसे रूसी सैनिकों के खिलाफ इस्तेमाल किया गया है।' रूसी मीडिया ने दावा किया है कि, पूर्वी यूक्रेन के लुहान्स्क क्षेत्र में ट्रेखिज़बेंका गांव के बाहरी इलाके में एक निर्जन यूक्रेनी सैन्य अड्डे की दीवार पर 'शैतानी मुहरों' के निशान पाए गये हैं।
रूसी मीडिया का सनसनीखेज दावा
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, रूसी समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती ने दावा किया कि है शैतानी मुहर वाला प्रतीक के साथ खून के कई अलग आकृतियां बनी मिली हैं। जो इस बात की तरफ इशारा करती हैं, कि यूक्रेनी सैनिकों ने काले जादू का अभ्यास किया है। समाचार एजेंसी का दावा है कि 'शैतान के शिष्यों ने अपने हथियारों को सम्मोहित करने के लिए और उन्हें पवित्र करने के लिए खून के निशान बनाए हैं, ताकि जब यूक्रेनी सैनिकों के हथियार अपने टारगेट से टकराए, तो वो ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाए और तबाही मचाए।
‘फासीवाद का प्रतीक जादुई मुहर’
रूसी संस्कृतिविद् और दार्शनिक एकातेरिना डाइस ने दावा किया है कि, कई प्रतीक, जो यूक्रेनी सैन्य ठिकानों पर मिले हैं, उन्हें काली स्याही या स्प्रे से रंगा गया था और ये एक तरह का 'अंधेरी शक्तियों की जादुई मुहर' थी जो अराजकता, हथियारों और फासीवादी प्रतीकों के विचारों को जोड़ती है। डेस ने दावा किया कि, इन चिन्हों के रचनाकारों ने अपने हथियारों को मजबूत करने के लिए 'अनुष्ठान किया' या अलौकिक शक्तियों को हथियार भेजने के लिए कहा।
जर्मन भाषा में जादुई निशान
उन्होंने दावा किया कि, 'यह एक जादुई निशान हैं, जिसमें कई प्रतिच्छेद करने वाली रेखाएँ हैं'। उन्होंने कहा कि, 'इसका वास्तविक मतलब क्या है, निश्चित रूप से यह कहना मुश्किल है, लेकिन इसमें आप अराजकता के उल्टे चिन्ह और 'एसएस' चिन्ह के भाग, रूण ज़िग दोनों को देख सकते हैं। यह सर्कल के बाएं क्षेत्र में स्पष्ट रूप से दिखाई देता है, और जर्मन और हिब्रू अक्षर में 'ज़ायन' लिखा है, जिसका अर्थ है तलवार या हथियार।'
हाथ उठाए बिना बनाए गये निशान
डेस ने दावा करते हुए कहा कि, जिन्होंने इन निशान को बनाया है, उन्होंने बिना हाथ उठाए मुहर के निशान बनाए हैं, जिससे पता चलता है कि, उसने 'अपनी अलौकिक शक्तियों को धोखा देने के लिए बुलाया है'। दावे में कहा गया है कि, इस निशान के नीचे लिखे 'ज़ायन' का अर्थ बाइबिल हिब्रू में 'तलवार' है। डेस ने कहा, 'शायद मंत्र के लेखकों ने हथियारों को मजबूत करने के लिए अनुष्ठान किया या उन्हें और अधिक हथियार भेजने के लिए कहा'। आरआईए नोवोस्ती ने दावा किया कि यूक्रेनी सैनिकों ने काले जादू के अपने अभ्यास में खून का इस्तेमाल किया था।
क्या डर गया है रूस?
रूसी मीडिया के ये दावे सनसनीखेज हैं और विज्ञान इन बातों को बिल्कुल नहीं मानता है, लिहाजा सवाल ये उठ रहे हैं, कि क्या रूस अब इस युद्ध से डर गया है और दूसरा सवाल ये है, कि क्या वाकई काला जादू नाम की कोई चीज भी होती है। वहीं, यूक्रेनी सैन्य मुख्यालय की इमारत के अंदर, आरआईए नोवोस्ती ने यूक्रेनी सुरक्षा बलों से एक प्रेस रिलीज भी जारी किया है, जिसमें डोनबास में यूक्रेनी सैनिकों के हारने की बात लिखी गई है, उस प्रेस रिलीज पर भी खून के निशान थे। रिपोर्ट में कहा गया है, 'दस्तावेज पर खून की रेखाएं हैं, हालांकि इसके अलावा और ऐसा कोई निशान नहीं है, जो यह सुझाव देता है कि यूक्रेनी सैनिकों ने अलौकिक ताकतों से संपर्क करने के लिए खून का इस्तेमाल किया था'।
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