जब स्पेसवॉक कर रहे यात्री को मिला संदेश, सब कुछ छोड़कर तुरंत भागो! आखिर क्या हुआ था वहां
रिपोर्ट के अनुसार ओलेग आर्टेमयेव, इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर स्पेसवॉक कर रहे थे। जैसे ही उन्होंने इलेक्ट्रिकल प्रॉब्लम की सूचना दी, उन्हें रिप्लाई मिला कि सब कुछ छोड़ दो और तुरंत वापस जाना शुरू करो....
मॉस्को, 18 अगस्त : अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर काम करना काफी चुनौतियों से भरा हुआ होता है। बुधवार को यहां एक ऐसी घटना हुई जिसे हर कोई याद रखना चाहेगा। एक रूसी अंतरिक्ष यात्री की स्पेसवॉक को हालात के मद्देनजर कम करना पड़ गया। दरअसल, स्पेस यात्री के स्पेससूट में इलेक्ट्रिकल प्रॉब्लम आ गई थी।
ओलेग आर्टेमयेव के स्पेससूट में आई खराबी
अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर काम करने के दौरान ओलेग आर्टेमयेव को उनके स्पेससूट के बैटरी पावर में वोल्टेज के उतार-चढ़ाव का पता चला। उन्होंने मॉस्को मिशन कंट्रोल को इस बात की सूचना दी। इस खबर से कंट्रोल रूम में अफरा-तफरी मच गई। जिसके बाद उन्हें तुरंत बिना समय गवाएं एयरलॉक में जाने का आदेश दे दिया गया। ऐसे समय अगर थोड़ी सी भी और देर हो जाती तो, स्पेस में ओलेग की हालत खराब हो सकती थी।
तुरंत इलेक्ट्रिकल प्रॉबलम की सूचना दी
खबर आपको विस्तार से बताते हैं, ओलेग आर्टेमयेव, इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर स्पेसवॉक कर रहे थे। ठीक उसके कुछ समय बाद उन्हें लगा कि, उनके स्पेससूट की बैटरी में कुछ खराबी आ रही है। उन्होंने तुरंत स्पेससूट में हुए इलेक्ट्रिकल प्रॉबलम की सूचना दी। इसके बाद तुरंत उन्हें जवाब आया कि, 'तुम सब कुछ छोड़ दो और तुरंत वापस जाओ'।उनसे कहा गया, ओलेग वापस जाओ और स्टेशन की पावर से खुद को कनेक्ट करो।
स्पेसवॉक का समय कम हो गया
मॉस्को मिशन कंट्रोल से संदेश मिलने के बाद ओलेग ने फौरन एयरलॉक में जाने का फैसला किया। इस कारण उनका स्पेसवॉक का समय घट गया। रिपोर्ट के मुताबिक वे करीब साढ़े 6 घंटे की स्पेसवॉक पर थे। लेकिन स्पेससूट में खराबी आने के कारण उनका स्पेसवॉक का समय कम हो गया। आर्टेमयेव ने इसके बाद कहा कि स्पेससूट में सौर पैनलों की भी जरूरत है, ताकि ऐसी स्थिति में उन्हें रिचार्ज किया जा सके। रूसी स्पेस एजेंसी ने दोनों अंतरिक्ष यात्रियों आर्टेमयेव और माटेव को स्पेसवॉक पर इसलिए भेजा था, ताकि वो एक यूरोपीय रोबोटिक आर्म को जारी रख सकें, जिसे जुलाई 2021 में ऑर्बिटिंग कॉम्प्लेक्स में लॉन्च किया गया था।
बाल-बाल बच गए स्पेस यात्री
हालांकि, जानकार बताते हैं कि, आर्टेमयेव किसी तात्कालिक खतरे में नहीं थे, लेकिन अगर उनके स्पेससूट की बैटरी चली जाती तो हालात अवश्य बिगड़ सकते थे। इससे वह अपने साथी स्पेसवॉकर डेनिस मतवेव और मॉस्को कंट्रोल मिशन के साथ कम्युनिकेशन खो देते। इसीलिए उन्हें स्टेशन की पावर से कनेक्ट होने को कहा गया था। रूसी स्पेस एजेंसी ने दोनों अंतरिक्ष यात्रियों आर्टेमयेव और माटेव को स्पेसवॉक पर इसलिए भेजा था, ताकि वो एक यूरोपीय रोबोटिक आर्म को जारी रख सकें, जिसे जुलाई 2021 में ऑर्बिटिंग कॉम्प्लेक्स में लॉन्च किया गया था। बता दें कि, आर्टेमयेव एक अनुभवी और कुशल अंतरिक्ष यात्री हैं। खबरों के मुताबिक वे अब तक 45 घंटों से ज्यादा स्पेसवॉक कर चुके हैं। अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर यह इस साल की सातवीं स्पेसवॉक थी।