जापानी 'दूल्हे' को गिफ्ट में लेने से पुतिन ने किया इनकार
15 और 16 दिसंबर को होगी रूस के राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबे की मुलाकात। लेकिन मुलाकात से पहले रूस के एक कदम से दोनों देशों में ठनी।
मॉस्को। रूस ने जापान की ओर से एक डॉग को बतौर गिफ्ट लेने से इंकार कर दिया है। जापान रूस के राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन को अकीता नाम की ब्रीड 'डेप्लोमैटिक गिफ्ट' के तौर पर देना चाहता था। इसी ब्रीड का एक फीमेल डॉग पहले से पुतिन के पास है। इस नए घटनाक्रम के बाद से ही रूस और जापान में ठन गई है।
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रूस को नहीं चाहिए डिप्लोमैटिक गिफ्ट
15 और 16 दिसंबर को रूस के राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबे की मुलाकात एक सम्मेलन के दौरान होने वाली है।
इस मुलाकात से पहले जापान, रूस को 'डिप्लोमैटिक गिफ्ट' देना चाहता था और इस गिफ्ट के तहत अकीता को गिफ्ट करने की तैयारी थी। लेकिन रूस ने इसे लेने से साफ इंकार कर दिया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक एबे और उनकी सरकार पुतिन को एक मेल अकीता डॉग गिफ्ट करना चाहते थे।
यह ब्रीड जापान में सबसे बड़ी डॉग ब्रीड है औ जापान के उत्तरी क्षेत्र में स्थित पहाड़ियों में पाई जाती है। वर्ष 2012 में जब एबे ने पुतिन से रूस में मुलाकात की थी तो एक फीमेल अकीता गिफ्ट किया था।
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नौ दिसंबर को भेजा था अनुरोध
एबे अब उसी फिमेल अकीता के लिए दूल्हे के तौर पर एक और मेल डॉग गिफ्ट करना चाहते थे।
जापान के बार-बार अनुरोध करने पर भी रूस इस पर राजी नहीं हुआ। नौ दिसंबर को जापान की ओर से यह अनुरोध भेजा गया था। इस बारे में ज्यादा जानकारी देने से जापान ने मना कर दिया है।
न्यूज एजेंसी रायटर्स ने जापान के हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स के सदस्य कोइशी हाइउदा के हवाल से लिखा है,'दुर्भाग्य से हमें पता चला है कि रूस ने हमारी उन्हें एक दूल्हा गिफ्ट करने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।'
जापान और रूस दोनों के बीच ही तब से विवाद चल रहा है जब से मॉस्को ने होकाइदो पर कब्जा कर लिया है। जापान इसे अपनी उत्तरी सीमा बताता है जबकि इसे रूस के सर्दन कुरलिस के तौर पर जाना जाता है।
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रूस और जापान में तनाव
जापान को आज भी द्वितीय विश्व युद्ध के लिए जिम्मेदारी माना हाता है। होकाइदो के बाद से रूस और जापान के बीच नए तरह का तनाव है।
जापान का कहना है कि वह समझौते पर तभी साइन करेगा जब मॉस्को सीमा को सुलझा लेगा। दोनों ने नेताओं की मुलाकात में इस विवाद पर चर्चा हो सकती है।