रूस ने दिया अमेरिका को करारा जबाव, FBI चीफ समेत 8 अधिकारी किए बैन, डिप्लोमेटिक रिश्ते होंगे खत्म?
रूस ने आठ एफबीआई डायरेक्टर समेत आठ अमेरिकन अधिकारियों पर बैन लगा दिया है, इससे पहले अमेरिका ने भी 10 रूसी राजनयिकों पर पर प्रतिबंध लगा दिया था।
मॉस्को/वॉशिंगटन, अप्रैल 17: रूस और अमेरिका के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है और इस बार रूस ने अमेरिका पर पलटवार किया है। पहले अमेरिका ने रूस के कुछ राजनयिकों पर प्रतिबंध लगाया तो अब रूस ने भी अमेरिकन अधिकारियों पर बैन लगाना शुरू कर दिया है। रूस ने शुक्रवार आठ बड़े अमेरिकी अधिकारियों पर बैन लगा दिया है, जिसमें एफबीआई डायरेक्टर क्रिस्टोफर रे और अमेरिका के डायरेक्टर ऑफ नेशनल इंटेलीजेंस अवरिल हायनस शामिल हैं। रूस ने ये कदम अमेरिका के उस फैसले के बाद उठाया है जब अमेरिका ने ठीक एक दिन पहले रूस पर कई कड़े प्रतिबंधों का ऐलान किया था।
अमेरिका पर रूसी एक्शन
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोफ़ ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिका के 10 राजनयिकों पर भी रूस प्रतिबंध लगाएगा। इसके साथ ही रूस ने कहा है कि वो रूस में चलने वाले अमेरिकी एनजीओ का दायरा कम करेगा, अमेरिकन डिप्लोमेट्स के लिए नये नियम बनाएगा और रूस में काम करने वाली अमेरिकन कंपनियों के लिए दर्द देने वाले नियम बनाएगा। रूस ने अमेरिका पर जबावी कार्रवाई अमेरिके के उस कदम के बाद उठाया है जब गुरुवार को ही अमेरिका ने रूस पर कई कड़े प्रतिबंधों का ऐलान किया था। रूसी विदेश मंत्री ने इसके साथ ही कहा है कि उन्होंने अमेरिकन राजदूत से कह दिया है कि वो वॉशिंगटन जा सकते हैं जहां वो इन मुद्दों पर 'सीरियस' और 'विस्तारपूर्वक' बातचीत अपने अधिकारियों के साथ कर सकते हैं। आपको बता दें कि पिछले महीने ही रूस ने अपने राजदूत को अमेरिका से वापस बुला लिया था। रूस ने अपने राजदूत को अमेरिका से बुलाने का फैसला उस वक्त किया था जब जो बाइडेन ने अपने एक टीवी इंटरव्यू में रूसी राष्ट्रपति को 'कातिल' करार दिया था।
यूक्रेन को लेकर तनाव
अमेरिका और रूस के बीच तो वैसे कई मुद्दों को लकर तनाव बना हुआ है। लेकिन ताजातरीन मुद्दा यूक्रेन-रूस सीमा विवाद है। यूक्रेन की सीमा पर रूस ने करीब 80 हजार से ज्यादा सैनिकों को भेज रखा है वहीं सैकड़ों तोप, टैंक यहां तक की रूस ने एस-400 मिसाइल सिस्टम तक यूक्रेन बॉर्डर पर भेज दिया है। वहीं यूक्रेना का साथ देने की घोषणा अमेरिका ने कर दी है, लिहाजा दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है। वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रूस पर दखल देने के आरोप लगे हैं तो रूस पर साइबरक्राइम को अंजाम देने के भी आरोप हैं, लिहाजा जो बाइडेन प्रशासन रूस से गुस्से में हैं और अब दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है। वहीं, नाटो देश की सेना ने भी रूसी आक्रामकता पर चिंता जताई है। माना जा रहा है कि रूस अगर यूक्रेन पर इस बार हमला करता है तो अमेरिका समेत नाटो देश की सेना भी यूक्रेन का साथ देने के लिए आ जाएगी। (तस्वीर- रूस के विदेश मंत्री)
अमेरिका ने बताया अफसोसजनक
वहीं, रूस द्वारा अमेरिकन डिप्लोमेट्स पर प्रतिबंध लगाए जाने की घोषणा को अमेरिका ने 'तनाव बढ़ाने वाला और अफसोसजनक' कार्रवाई करार दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि 'हमने हालिया समय में जो रूस के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं वो जरूरी और पूरी तरह से सही हैं। वहीं, रूस ने जो अमेरिकन राजनयिकों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है, वो तनाव बढ़ाने वाला और अफसोसजनक कदम है। ये हमारे लिए अच्छा नहीं हैं कि हम बार बार तनाव बढ़ाएं लेकिन अमेरिका किसी भी रूसी राजनयिक के खिलाफ कड़े कदम उठाने का अधिकार रखता है अगर वो अमेरिका के खिलाफ काम करते हुए पकड़ा जाता है'। आपको बता दें कि जिन 10 रूसी अधिकारियों पर अमेरिका ने प्रतिबंध लगाया है, उन्हें अगले 30 दिनों के अंदर अमेरिका से जाना होगा।
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