मुस्लिमों पर पोस्ट किया ऐसा वीडियो, छिन गया ब्यूटी क्वीन का ताज
रोहिंग्या मुस्लिमों पर पोस्ट किया वीडियो तो छिना सुंदरी का ताज
नई दिल्ली। म्यांमार की ब्यूटी क्वीन श्वे इयान शी का ताज वापस ले लिया गया है। मिस ग्रांड म्यांमार शी का कहना है कि देश में रोहिंग्या मुसलमानों के लेकर चल रही परेशानी के लिए मुस्लिम कट्टरपंथियों को जिम्मेदार बताने वाला एक वीडियो उन्होंने पोस्ट किया था, जिसके चलते उनका ताज वापस लिया गया है। इस ग्राफिक वीडियो में रखाइन राज्य में हुई साम्प्रदायिक हिंसा के लिए मुस्लिम रोहिंग्या चरमपंथियों को जिम्मेदार ठहराया गया है।
रविवार को वापस लिया ताज
रविवार को सौंदर्य स्पर्धा आयोजित करने वाली संस्था ने ऐलान किया कि श्वे इयान शी के अनुबंध के नियम तोड़ने केी वजह से उनका खिताब वापस लिया जा रहा है। संस्था के बयान में शी के रोहिंग्याओं को लेकर किए गए पोस्ट का जिक्र नहीं किया गया है।
शी ने वीडियो को बताया ताज छिनने की वजह
वहीं शी ने मंगलवार को फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा है कि उन्होंने संस्था के किसी अनुबंध को नहीं तोड़ा। उन पर इस तरह का आरोप गलत है। उनका ताज रोहिंग्याओं पर की गई पोस्ट की वजह से वापस लिया गया है।
पिछले हफ्ते पोस्ट किया था वीडियो
शी ने बीते हफ्ते ये वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया था। इस ग्राफिक वीडियो में रोहिंग्या मुसलमानों को हिंसा के लिए जिम्मेदार और कैंपेन चलाकर खुद को पीड़ित बताने वाला कहा गया है। कैमरे पर दिए गए उनके बयान के बीच-बीच में लोगों के खून से सने चेहरे, बच्चों की नग्न तस्वीरें और अराकान रोहिंग्या साल्वेशन आर्मी द्वारा पोस्ट किए वीडियो की ग्राफिक फोटो डाली गई हैं।
दुनियाभर में छाया है रोहिंग्या मुसलमानों का मु्द्दा
म्यामार
के
रखाइन
प्रान्त
में
रहने
वाले
मुसलमानों
कुछ
समय
से
लगातार
दूसरे
देशों
की
शरण
ले
रहे
है।
म्यामांर
की
सेना
पर
रोहिंग्या
का
कत्लेआम
और
रोहिंग्या
औरतों
के
रेप
के
आरोप
हैं।
इस
हिंसा
पर
दुनियाभर
में
म्यांमार
की
आलोचना
हो
रही
है।
वैश्विक
निंदा
को
देखते
हुए,
म्यांमार
अधिकारियों
ने
इस
अभियान
का
बचाव
किया
है
और
इसे
रोहिंग्या
चरमपंथियों
द्वारा
पिछले
महीने
पुलिस
चौकियों
पर
किए
गए
हमले
की
जवाबी
कार्रवाई
कहा
है।
ब्यूटी
क्वीन
ने
सैनिकों
के
खून
को
कहा
पीरियड्स
जैसा,
मिली
ये
सजा