पेरू में राष्ट्रपति को पद से हटाया गया, विवादित ऐलान के बाद चला महाभियोग, डीना ने संभाली कमान
पेड्रो कैस्टिलो ने नाटकीय ढंग से देश के नाम संबोधन में ऐलान किया था कि वह देश में आपातकाल लगाने जा रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह विपक्षी दलों के वर्चस्व वाली कांग्रेस को भंग कर देंगे।
Image: @ben_kew Twitter
पेरू में राष्ट्रपति पेड्रो कैस्टिलो (pedro castillo) को सांसदों ने महाभियोग चलाकर उन्हें उनके पद से हटा दिया है। संसद को भंग करने के बाद उनकी जगह उपराष्ट्रपति डीना बोलुआर्टे (Dina Boluarte) को देश का अगला राष्ट्रपति बनाया गया। पेरू में 200 साल से ज्यादा के लोकतांत्रिक इतिहास में पहली बार किसी महिला को राष्ट्रपति बनाया गया है।
केइको फुजीमोरी को हरा बने राष्ट्रपति
वहीं पेरू की नई राष्ट्रपति डीना बोलुआर्टे पेरू की राष्ट्रपति पद की शपथ लेने से पहले देश की उपराष्ट्रपति थीं। वह 2026 तक इस पद पर रहेंगी। इससे पहले पेड्रो कैस्टिलो ने देश में आपातकाल लगाने का ऐलान किया था जिसके बाद देश की राजनीति में भूचाल आ गया था। पेड्रो कैस्टिलो वामपंथी वाले नेता हैं जिन्होंने जून 2021 में अपने दक्षिणपंथी प्रतिद्वंद्वी केइको फुजीमोरी को हराया था।
आपातकाल लगाने का किया था ऐलान
बुधवार को पेड्रो कैस्टिलो ने नाटकीय ढंग से देश के नाम संबोधन में ऐलान किया था कि वह देश में आपातकाल लगाने जा रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह विपक्षी दलों के वर्चस्व वाली कांग्रेस को भंग कर देंगे। उनके इस ऐलान के बाद देश की राजनीति में भूचाल आ गया। कई मंत्रियों ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद विपक्षी दलों ने एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाई और उनके खिलाफ महाभियोग लाने का फैसला किया।
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पेड्रो कैस्टिलो पर विद्रोह का आरोप
महाभियोग के प्रस्ताव पर 130 सांसदों में से 101 विधायकों ने सहमति जताई और राष्ट्रपति पेड्रो कैस्टिलो को पद से हटाने के लिए मतदान किया। वहीं मात्र 6 ऐसे ऐसे सांसद थे जिन्होंने राष्ट्रपति के पक्ष में वोटिंग की और पेड्रो का समर्थन किया। जबकि 10 सांसदों ने पूरी तरह से वोटिंग प्रक्रिया से दूरी बनाकर रखी। वोटिंग प्रक्रिया के बाद राष्ट्रपति पेड्रो कैस्टिलो को हिरासत में लिया गया और उनपर विद्रोह का आरोप लगाया गया।
पेरू की पहिला महिला राष्ट्रपति बनी डीना
स्थानीय मीडिया की रिपोर्टों में कहा गया है कि जब उन्हें गिरफ्तार किया गया तो वह राजधानी लीमा में मैक्सिकन दूतावास जा रहे थे। देश में नए राष्ट्रपति चुने जाने के बाद पेरू की पुलिस और सशस्त्र बलों ने एक संयुक्त बयान जारी किया जिसमें उन्होंने कहा कि वे संवैधानिक आदेश का सम्मान करते हैं। बतादें कि पेरू एक बुरे राजनीतिक दौर से गुजर रहा है। हाल के वर्षों में कई राष्ट्रपतियों को पद से हटा दिया गया है। 2020 में, पांच दिनों के भीतर पेरू में तीन राष्ट्रपति बन गए थे।