कोविड-19 के खिलाफ कितनी कारगर है Pfizer Pill? असर से लेकर बाजार में मौजूदगी तक, जानें सब कुछ
नई दिल्ली, 28 सितम्बर। अमेरिकी ड्रग निर्माता ने सोमवार को बताया है कि उसने कोरोना संक्रमण के संपर्क में आने वाले लोगों में कोविड को रोकने के लिए एक टैबलेट का लेट चरण का नैदानिक परीक्षण शुरू किया है। इस परीक्षण का उद्येश्य संक्रमण और सिम्प्टोमैटिक रोग को रोकने में दवाओं की सुरक्षा और प्रभावकारिता का आकलन करना है।
क्या है फाइजर पिल?
फाइजर की यह दवा एक एंटीवायरल टैबलेट है जो किसी व्यक्ति के वायरस के संपर्क में आने के बाद कोविड -19 संक्रमण को रोक सकती है। फाइजर ने मार्च 2020 में इस दवा के विकास पर काम करना शुरू कर दिया था। इस दवा को रीटोनवीर नामक एचआईवी के इलाज में आने वाली दवा के साथ परीक्षण किया जा रहा है। फाइजर की टैबलेट को प्रोटीज इनहिबिटर के रूप में जाना जाता है। यह दवा संक्रमण के शुरुआती चरण में भी प्रभावी होगाी।
फाइजर ने एचआईवी के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा राइशनवीर के साथ मिडल-टू-लेट स्टेज ट्रायल शुरू किया है। फोर्ब्स के मुताबिक इसका परीक्षण का उद्येश्य यह आकलन करना है कि यह दवा एसिम्प्टोमेटिक वाले स्वस्थ वयस्कों में कोविड संक्रमण को रोकने में सफल हो सकती है।
कैसे करेगी काम ?
ट्रायल में जिन लोगों को शामिल किया गया है उन्हें पीएफ-07321332 के साथ राइशनवीर की कम खुराक दी जाएगी। परीक्षण में एक तिहाई रोगियों को एक प्लेसबो दिया जाएगा और बाकी को दिन में दो बार या फिर पांच या 10 दिनों के लिए दवा की एक खुराक मिलेगी। ट्रायल के प्रारंभिक चरण के परिणामों से पता चलता है कि यह टैबलेट सुरक्षित और अच्छी तरह से प्रभावी है।
कब
आएगी
मार्केट
में
?
गेम
चेंजर
साबित
होने
की
संभावना
रखने
वाली
इस
को
साल
के
अंत
तक
बाजारों
में
उपलब्ध
हो
सकती
है।
सीएनबीसी
की
रिपोर्ट
के
अनुसार
फाइजर
साल
के
अंत
तक
इसे
बाजार
में
उतारने
के
लक्ष्य
के
साथ
मार्च
2021
में
टैबलेट
का
प्रारंभिक
चरण
का
क्लीनिकल
ट्रायल
शुरू
किया
था।
एंटीवायरल टैबलेट विकसित करने की दौड़
कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीवायरल टैबलेट को लेकर बहुत सारी कंपनियां काम कर रही हैं। जो इन्फ्लूएंजा के लिए दवा टैमीफ्लू की तरह काम करेगी और बीमारी को गंभीर रूप से बढ़ने से रोकेगी। फाइजर के मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी का कहना है कि यह दवा वायरस से निपटने के लिए उन लोगों के लिए टीके की तरह ही काम करेगी जिन्हें प्रभावी उपचार की आवश्यकता होगी या फिर जो वायरस के संपर्क में हैं।
इसी तरह की दवा पर मर्क एंड कंपनी और रिजबैक बायोथेराप्यूटिक्स बना रही हैं जिसे मोल्नूपिराविर कहा जाता है।
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