श्रीलंका में बस एक दिन का बचा पेट्रोल, पीएम रानिल विक्रमसिंघे बोले- गैस खरीदने तक के नहीं हैं पैसे
कोलंबो, 16 मईः श्रीलंका के नए प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका के आर्थिक हालात और राहत के लिए उठाए जाने वाले कदमों के बारे में अवगत कराया। उन्होंने कहा कि उनका देश कई गंभीर चिंताओं का सामना कर रहा है। इन सब से निपटने के लिए देश को अगले कुछ दिनों में 75 मिलियन अमेरिकी डॉलर जुटाने होंगे। इसके साथ ही उन्होंने पेट्रोल के स्टॉक पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि देश के पास मात्र एक दिन के पेट्रोल का स्टॉक है। श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि उनकी सरकार आने वाले समय में काल्पनिक बजट पेश करेगी।
तत्काल 75 मिलियन अमेरिकी डॉलर की जरूरत
देश की अर्थव्यवस्था पर बात करते हुए श्रीलंकाई पीएम ने कहा कि, पूर्व सरकार के बजट राजस्व 2.3 ट्रिलियन श्रीलंकाई रुपये के अनुमान के मुकाबले इस साल राजस्व 1.6 ट्रिलियन श्रीलंकाई रुपये रहने की संभावना है। उन्होंने कहा कि देश को 372 अरब डॉलर का नुकसान उठाना पड़ेगा। उन्होंने कहा इन सब से निपटने के लिए देश को तत्काल 75 मिलियन अमेरिकी डॉलर जुटाने होंगे। इसके साथ ही उन्होंने श्रीलंकन एयरलाइंस के प्राइवेटाइजेशन का भी प्रस्ताव दिया है। उन्होंने प्रस्तावित निजीकरण पर टिप्पणी करते हुए कहा कि एयरलाइन को 2020-21 के लिए 45 बिलियन और कुल 342 बिलियन श्रीलंकाई रुपये का नुकसान हो रहा है।
श्रीलंका के पास बस एक दिन का पेट्रॉल स्टॉक
कम पेट्रोल स्टॉक पर बोलते हुए पीएम रानिल ने कहा कि हमारे पास बस एक दिन के पेट्रोल का स्टॉक है। इसके साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि बीते दिन आए डीजल शिपमेंट के कारण डीजल की कमी को दूर कर लिया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि आज कैबिनेट ने ट्रेजरी बिल जारी करने की स्वीकृत सीमा को 3000 बिलियन से बढ़ाकर 4000 बिलियन करने के लिए संसद में एक प्रस्ताव पेश करने का निर्णय लिया है।
काल्पनिक बजट पेश करेगी सरकार
पीएम रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि नवंबर 2019 में श्रीलंका का विदेशी मुद्रा भंडार 7.5 बिलियन अमेरीकी डॉलर था। लेकिन अभी खजाने के लिए दस लाख अमेरिकी डॉलर जुटाने में मुश्किल हो रही है। वित्त मंत्रालय को गैस आयात करने के लिए जरूरी 50 लाख अमेरिकी डॉलर जुटाने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि श्रीलंका की अर्थव्यवस्था अभी अनिश्चित है। उनकी सरकार आने वाले समय में काल्पनिक बजट पेश करेगी।