पीएम शहबाज की नवाज शरीफ से मुलाकात, आगामी चुनाव पर लिया फैसला
लंदन, 12 मई : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अपने बड़े भाई और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से लंदन में मुलाकात की. खबर के मुताबिक दोनों नेताओं ने लंदन में पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) के पहले सत्र के चुनाव से संबंधित फैसला सुनाया। उन्होंने कहा कि, इस्लामाबाद में जल्द चुनाव नहीं कराए जाएंगे। जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से छह घंटे तक बैठक चली।

पीएम बनने के बाद पहली बार हुई मुलाकात
मीटिंग में पार्टी सुप्रीमों और पीएम के बड़े भाई नवाज शरीफ (Nawaz Sharif), रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ, सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब. बिजली मंत्री खुर्रम दस्तगीर, योजना मंत्री एहसान इकबाल, वित्त मंत्री मिफ्ता इस्माइल और रेल मंत्री ख्वाजा साद रफीद और कई अन्य नेता शामिल थे।
इमरान खान आम चुनाव कराने की कर रहे मांग
बता दें कि पूर्व प्रधान मंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान लगातार देश में जल्द से जल्द आम चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं क्योंकि वह नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव (No Confidence Motion) हार गए थे। इधर बैठक में नवाज शरीफ ने पार्टी के नेताओं से जल्द चुनाव सहित विभिन्न मुद्दों पर सुझाव मांगे। बैठक के दौरान सभी नेता इस बात पर सहमत हुए कि पीएमएल-एन को शेष कार्यकाल के लिए आर्थिक एजेंडा लागू करना चाहिए।
मरियम ने ट्विटर पर शेयर की तस्वीर
लंदन में पीएमएल-एन की बैठक के तुरंत बाद, सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा कि पार्टी के नेताओं और पीएम शहबाज शरीफ ने पार्टी चीफ नवाज शरीफ को पाकिस्तान की सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक स्थिति पर एक पूरी रिपोर्ट पेश की। बैठक के दौरान नेताओं ने नवाज शरीफ को सरकार के एजेंडे और इसकी योजनाओं से अवगत कराया। बता दें कि दोनों भाइयों की मुलाकात की तस्वीर को नवाज शरीफ की बेटी और पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरियम नवाज शरीफ ने ट्विटर पर शेयर की।
मरियम ने इसे निजी यात्रा बताया
सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने लंदन यात्रा को एक निजी यात्रा बताया और कहा कि, पीएमएल-एन सुप्रीमो नवाज शरीफ के साथ परामर्श करने के उद्देश्य से की गई है। नवाज शरीफ और शहबाज शरीफ के बीच मुलाकात काफी समय से नहीं हुई थी। मरियम ने आगे बताया हमें आगे की योजना बनाने के लिए पूरी स्थिति की समीक्षा करने की आवश्यकता है।
नवाज शरीफ पर भ्रष्टाचार के मामले
बता दें कि तीन बार पाकिस्तान के पीएम रह चुके 72 साल के नवाज शरीफ के खिलाफ भ्रष्टाचार के कई मामले शुरू किए गए थे। नवंबर 2019 में लाहौर उच्च न्यायालय द्वारा दिल के इलाज के लिए विदेश जाने की अनुमति मिलने के बाद नवाज शरीफ लंदन रवाना हुए थे। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद नवाज शरीफ को 2017 में सत्ता से हटा दिया गया था। उन्हें 2018 में भ्रष्टाचार के दो अलग-अलग मामलों में दोषी ठहराया गया था।
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