अमेरिका और नॉर्थ कोरियाई डिप्लोमेट पहुंचे रूस, न्यूक्लियर संकट को लेकर शुरू होगी चर्चा
मास्को। अमेरिका और नॉर्थ कोरिया के बीच शीत युद्ध अपने चरम पर है और इस बीच किम जोंग उन के टॉप डिप्लोमेट परमाणु निरस्त्रीकरण कांफ्रेंस के लिए रूस की राजधानी मास्को पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि मीटिंग बहुत खास होने वाली है, जिसमें रूस के साथ-साथ साउथ कोरिया और अमेरिकी ऑफिशियल्स भी शिरकत करेंगे। इस मीटिंग में नॉर्थ कोरिया और अमेरिकी संकट के बीच चर्चा होने वाली है।
साउथ कोरियाई मीडिया के मुताबिक, नॉर्थ कोरियाई डिप्लोमेट चोई सन-हुई रूस पहुंच चुके हैं, जहां उनकी मीटिंग यूएस से होगी। पूर्व यूएस अधिकारी जो मीटिंग में शिरकत करने वाले हैं, उन्होंने भी कहा है कि इस संकट पर बात करने के लिए योजना बनाई जा रही है।
रूस में यह मीटिंग तब होने वाली है जब नॉर्थ कोरिया ने यूएन में कह दिया कि कोरियाई प्रायद्वीप पर न्यूक्लियर अटैक कभी भी हो सकता है। हालांकि, यूएस स्टेट सेक्रेटरी रेक्स टिलरसन ने कई बार नॉर्थ कोरियाई संकट को समझौतों और शांति से निपटने की बात कह चुके हैं। टिलरसन ने कहा था कि पहला बम गिराने तक नॉर्थ कोरिया से बातचीत जारी रहेगी।
सूत्रों के मुताबिक, इस संकट पर बात करने के लिए यूएस और नॉर्थ कोरिया के बीच बहुत ही सीक्रेट मीटिंग होने वाली है। इससे पहले क्रेमलिन में पुतिन के प्रमुख एडवाइजर से चोई की मुलाकात हुई थी। हालांकि, इस मीटिंग को लेकर रूस की तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है। चीन और रूस कोरियाई प्रायद्वीप के संकट को खत्म करने के लिए कई अमेरिका और नॉर्थ कोरिया को शांति से निपटने की बात कह चुके हैं।
बता दें कि नॉर्थ कोरिया अपने न्यूक्लियर प्रोग्राम को लेकर बहुत पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि सुरक्षा को लेकर किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। हाल के दिनों में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और नॉर्थ कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन के बीच जुबानी जंग ने कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बढ़ाने का किया है।