नीरव मोदी प्रत्यर्पण केस में सुनवाई कल, यूके कोर्ट सुना सकता है बड़ा फैसला
नीरव मोदी के प्रत्यर्पण मामले की सुनवाई मंगलवार को ब्रिटेन की अदालत करेगी
नई दिल्ली। भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के प्रत्यर्पण मामले में ब्रिटेन की अदालत कल (मंगलवार) सुनवाई करेगी। लंदन की अदालत में मंगलवार को नीरव मोदी के खिलाफ भारत सरकार की ओर से पेश सबूतों को स्वीकार करने के मुद्दे पर होगी। पिछली सुनवाई में नीरव मोदी का बचाव कर रहे वकीलों ने तर्क दिया था कि जो साक्ष्य भारत की ओर से पेश किए गए हैं, वो ब्रिटेन की अदालत के मानकों को पूरा नहीं करते हैं। ऐसे में उनको स्वीकार नहीं किया जा सकता।
नीरव मोदी के वकील का कहना है कि भारत की ओर से बहुत भारी वित्तीय हेरफेर का आरोप मेरे मुवक्किल पर लगाया गया है लेकिन जो साक्ष्य दिए गए हैं, उनमें कोई दम नहीं है और ना ही वो अदालत के मानकों को पूरा कर रहे हैं। पंजाब नेशनल बैंक के 14 हजार करोड़ रुपए से अधिक के घोटाले के आरोपी नीरव मोदी को लंदन में गिरफ्तार किया गया था। भारत सरकार ब्रिटेन से नीरव मोदी के प्रत्यर्पण की कोशिश कर रही है।
इससे पहले 26 अक्टूबर को नीरव मोदी के प्रत्यर्पण मामले की सुनवाई वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में हुई थी। कोर्ट ने सांतवीं बार उसकी जमानत खारिज करते हुए 3 नवंबर की तारीख दी थी। भारत में पीएनबी बैंक घोटाले में धोखाधड़ी और मनी लांड्रिंग के आरोपों में वांछित 49 वर्षीय नीरव मोदी अपने खिलाफ चल रहे प्रत्यर्पण मुकदमे में कल (तीन नवंबर) होने वाली अगली सुनवाई में दक्षिण-पश्चिम लंदन स्थित जेल से कारागार से वीडियो लिंक के माध्यम से पेश हो सकता है।
नीरव मोदी इस समय दक्षिण पश्चिम लंदन की जेल में बंद है। पिछले महीने, मोदी के वकील ने यूके कोर्ट को बताया कि मामले का राजनीतिकरण होने के कारण नीरव मोदी की भारत में निष्पक्ष सुनवाई होने की संभावना नहीं है। साथ ही भारतीय जेलों में मेडिकल सुविधाओं की कमी के कारण 'आत्महत्या के हाई रिस्क' का सामना कर सकते हैं।