नमूना लेने गया था NASA का एयरक्राफ्ट, क्षुद्रग्रह पर बना आया गड्ढे, देखें वीडियो
नासा एयरक्राफ्ट ने नमूने लेने के दौरान क्षुद्रग्रह के सतह को नुकसान पहुंचाया है, नासा की तस्वीरों से इसका पता चला है।
ह्यूस्टन, अप्रैल 18: अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के एक एयरक्राफ्ट ने क्षुद्र ग्रह यानि एस्टरॉइड को नुकसान पहुंचाया है। इस एयरक्राफ्ट को पिछले साल क्षुद्रग्रह पर नमूने लाने के लिए भेजा गया था लेकिन नासा ने जब बृहस्पतिवार को तस्वीरें जारी की तो पता चला है कि नासा के इस एयरक्राफ्ट में नमूने लाने के दौरान क्षुद्रग्रह को नुकसान पहुंचाया है।
क्षुद्रग्रह को नुकसान
नासा ने पिछले साल 20 अक्टूबर 2020 को अपने स्पेसक्राफ्ट को रिसर्च करने के लिए क्षुद्रग्रह पर भेजा था। रिपोर्ट के मुताबिक इससे पहले साल 2019 में भी नासा ने अपने स्पेसक्राफ्ट को क्षुद्रग्रह को सैंपल लेने के लिए भेजा था। जिसकी तस्वीरें अब नासा ने जारी की हैं। तस्वीरों से पता चल रहा है कि स्पेसक्राफ्ट के क्षुद्रग्रह पर उतरने और नमूने लाने के दौरान क्षुद्रग्रह के सतह को नुकसान पहुंचा है। हालांकि ये गड़बड़ी कितनी और इससे ग्रह को कितना नुकसान पहुंचा है इसका आंकवन नहीं हो पाया है। आपको बता दें लकि नासा ने बेन्नू नाम के क्षुद्रग्रह पर साल 2019 और साल 2020 में सैंपल लाने के लिए अपने स्पेसक्राफ्ट को भेजा था। रिपोर्ट के मुताबिक नासा ने बेन्नू क्षुद्रग्रह पर असिरिस-रेक्स स्पेसक्राफ्ट को भेजा था। लेकिन, नासा की रिपोर्ट के मुताबिक नमूने लाने के दौरान क्षुद्रग्रह को कुछ नुकसान पहुंचा है।
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नुकसान की जांच
नासा ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि क्षुद्रग्रह को कितना नुकसान पहुंचा है या फिर क्षुद्रग्रह पर क्या गड़बड़ी हुई है, इसका जायजा लने के लिए भी 7 अप्रैल 2021 को एक और स्पेसक्राफ्ट को क्षुद्रग्रह पर भेजा गया है। ये उपग्रह क्षुद्रग्रह पर तस्वीरें लेगा ताकि नुकसान का अनुमान लगाया जा सके। फिलहाल नासा द्वारा जारी तस्वीर में देखा जा रहा है कि नमूने लेने के लिए दौरान क्षुद्रग्रह के सतह को कुछ नुकसान पहुंचा है। तस्वीरों में ये भी दिख रहा है कि क्षुद्रग्रह के सतह पर दबाव पड़ा है।
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एस्टरॉइड को जानना बेहद जरूरी
आपको बता दें कि इस क्षुद्रग्रह पर कार्बन ऊर्जा का भंडार है और ये पृथ्वी से 182 मिलियन माइल्स यानि करीब 293 किलोमीटर दूर है। वैज्ञानिकों का इस एस्टरॉइड यानि क्षुद्रग्रह के बारे में पता लगाना बेहद जरूरी है। ऐसा इसलिए क्योंकि ऐसे एस्टरॉइड अकसर टूटते रहते हैं और इनके बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी इकट्ठा करने के बाद पता चल सकेगा कि ये कैसे बने हैं। ये जानकारी जुटाना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि आपने अकसर सुना होगा कि एस्टरॉइड टूटकर पृथ्वी की कक्षा में आ जाते हैं। कई एस्टरॉइड के पृथ्वी से टकराने या पृथ्वी पर गिरने की भी संभावना बन जाती है। ऐसे में अगर ऐसे एस्टरॉइड के बारे में पूरी जानकारी होगी तो पृथ्वी की कक्षा में दाखिल होने या पृथ्वी से टकराने की संभावना के दौरान इन्हें नष्ट करने में मदद मिलेगी।
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