भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स जाएंगी नासा के एक स्पेशल मिशन पर
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नेशनल ऐरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) ने भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स समेत उन नौ लोगों का चयन किया है जो कमर्शियल एयरक्राफ्ट जैसे रॉकेट और कैप्सूल की मदद से अंतरिक्ष तक भेजे जाएंगे।
ह्यूस्टन। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नेशनल ऐरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) ने भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स समेत उन नौ लोगों का चयन किया है जो कमर्शियल एयरक्राफ्ट जैसे रॉकेट और कैप्सूल की मदद से अंतरिक्ष तक भेजे जाएंगे। नासा इस तरह का यह पहला मिशन होगा और इस मिशन के लिए जल्द ही अंतरिक्ष यात्रियों को भेजा जाएगा। इस मिशन की शुरुआत अगले वर्ष होगी। नासा को कई वर्ष पहले इस एयरक्राफ्ट के डेवलपमेंट का विचार आया था। अब नासा पूरी तरह से कमर्शियल एयक्राफ्ट के जरिए अंतरिक्षयात्रियों को भेजने के लिए तैयार है।
नासा की नजरें भविष्य पर
नासा ने शुक्रवार को ऐलान किया है कि पहली एक्सपेरीमेंटल एयरक्राफ्ट पर नौ अंतरिक्षयात्री जाएंगे। नए स्पेसक्राफ्ट का निर्माण और इसका ऑपरेशन की जिम्मेदारी बोइंग और स्पेसएक्स कंपनी पर है। नासा ने इस बात की जानकारी ट्वीट कर दी है। इस ट्वीट में नाासा ने लिखा है, 'भविष्य के कमर्शियल क्रू के अंतरिक्षयात्री स्पेसएक्स एंड बोइंग स्पेस की मदद से तैयार इस स्पेसक्राफ्ट पर अंतरिक्ष यात्री, अंतरिक्ष की सैर पर जाएंगे।' नासा के एडमिनिस्ट्रेटर जिम ब्राइडन्सटाइन ने 'लॉन्च अमेरिका' घोषणा के दौरान कहा कि वे अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों को अमेरिकी सरजमीं से अमेरिकी रॉकेट से भेजने के कगार पर हैं। नासा के आठ एक्टिव अंतरिक्षयात्री और एक पूर्व अंतरिक्षयात्री एवं कमर्शियल क्रू के मेंबर को साल 2019 की शुरुआत में बोइंग सीएसटी-100 स्टारलाइनर एवं स्पेसएक्स ड्रैगन कैप्सूल्स से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन भेजा जाएगा। इन 9 अंतरिक्ष यात्रियों में सुनीता विलियम्स (52), जोस कसाडा (45) नासा के पहले अनुबंधित स्टारलाइनर अभियान के लिए उड़ान भरेंगी। कसाडा की यह पहली अंतरिक्ष की उड़ान होगी, जबकि विलियम्स इससे पहले अंतरिक्ष स्टेशन में 321 दिन बीता चुकी हैं। नासा के अंतरिक्षयात्री रॉबर्ट बेहंकेन (48) और डगलस हर्ले (51) स्पेसएक्स के पहले ड्रैगन क्रू के तौर पर एकसाथ उड़ान भरेंगे।