
Myanmar: जारी है सेना का जुल्म, नोबेल विजेता नेता चौथी बार दोषी करार, अब तक 17 साल की सजा
नेपिडॉ, अगस्त 15: ऐसा लग रहा है, जैसे म्यांमार की सेना ने अपदस्थ नेता आंग सान सू ची को जिंदगी भर जेल में रखने का पूरा मन बना लिया है, इसीलिए एक के बाद एक मामले में उन्हें सख्त से सख्त सजा सुनाई जा रही है। सोमवार को आंग सान सू ची को एक और मामले में 6 सालों की सख्त सजा सुनाई गई है, जिसके बाद 77 साल की नोबल पुरस्कार से सम्मानित नेता आंग सान सू ची, जो पहले एक बार म्यांमार को सैन्य शासन से आजादी दिला चुकी हैं, उन्हें कई सालों तक जेल में रहना होगा, क्योंकि पहले भी उन्हें सैन्य अदालत सजा सुना चुका है। वहीं, माना जा रहा है, कि आंग सान सू की के खिलाफ सजा का ऐलान होने के बाद म्यांमार में फिर से प्रदर्शन हिंसक हो सकता है।

आंग सान सू ची को 6 साल की और सजा
नाम न छापने की शर्त पर बात करने वाले म्यांमार के अधिकारिकों के अनुसार, राजधानी नेपीडॉ में एक जेल परिसर के अंदर एक विशेष अदालत ने उन्हें उनकी दिवंगत मां के नाम पर एक चैरिटी से संबंधित चार भ्रष्टाचार के मामलों में दोषी पाया है और चूंकी ये कार्यवाही सार्वजनिक नहीं थी, इसीलिए ज्यादा जानकारी हासिल नहीं हो पाई है। यह सू ची के खिलाफ आपराधिक फैसलों का चौथा मामला है। पिछले साल फरवरी महीने में म्यांमार की सत्ता पर सेना ने कब्जा कर लिया था और उसके बाद से अलग अलग मामलों में उन्हें सदा सुनाई जा रही है। अभी तक चार मामलों में सजा सुनाकर उनकी कुल सजा 17 सालों तक पहुंच चुकी है और सैन्य अदालत ने अब आंग सान सू ची की जिंदगी जेल के अंदर ही खत्म करने की पूरी प्लानिंग कर ली है।

राज्य को भारी नुकसान पहुंचाया- कोर्ट
म्यांमार से मिल रही रिपोर्ट के मुताबिक, मांडले क्षेत्र के उच्च न्यायालय के न्यायाधीश म्यिंट सैन ने ये फैसला सुनाया है और कहा है कि, आंग सान सू ची ने राज्य को 24.2 बिलियन कयात (13 मिलियन डॉलर) से अधिक का नुकसान पहुंचाया है। हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि, अदालत भी सेना के आदेश के तहत काम कर रहा है और पहले की अदालती सजाओं ने जनता के गुस्से को भड़का दिया और छाया राष्ट्रीय एकता सरकार के नेतृत्व में सशस्त्र प्रतिरोध तेज कर दिया है। असिस्टेंस एसोसिएशन फॉर पॉलिटिकल प्रिजनर्स के अनुसार, तख्तापलट के बाद से म्यांमार की सेना, जिसे जुंटा कहा जाता है, उसके सैनिकों ने लगभग 2,200 नागरिकों को मार डाला है और 15,000 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है और जेल के अंदर कैदियों से बुरी तरह मारपीट की जा रही है।

आंग सान सू ची ने आरोपों को नकारा
म्यांमार की सेना जुंटा ने अपदस्थ नेता आंग सान सू ची पर नेपीडॉ में अपना घर बनाने के लिए फाउंडेशन को मिले सार्वजनिक चंदे का दुरुपयोग करने और 2019 और 2020 में चैरिटी के लिए दान के रूप में एक व्यवसायी से 550,0000 डॉलर की रिश्वत लेने का आरोप लगाया था। हालांकि, आंग सान सू ची ने अपने ऊपर लगे तमाम आरोपों को नकार दिया है और कहा है, कि वो अपराधी नहीं हैं। मामले से जानकार व्यक्ति ने कहा कि, नेपीडॉ के अपदस्थ मेयर मायो आंग और उनके डिप्टी ये मिन ऊ सहित तीन अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को समान आरोपों के लिए तीन-तीन साल जेल की सजा सुनाई गई है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, सत्तारूढ़ राज्य प्रशासन परिषद के प्रमुख प्रवक्ता मेजर जनरल ज़ॉ मिन टुन ने सत्तारूढ़ पर टिप्पणी मांगने वाले कॉल का तुरंत जवाब नहीं दिया।

सरकार का तख्तापलट कर चुकी है सेना
आपको बता दें कि, म्यांमार में साल 2020 में आम चुनाव करवाए गये थे, जिसमें आंग सान सू ची की पार्टी को एकतरफा जीत मिली थी और उसके साथ ही देश में सैन्य शासन का अंत हो गया था। लेकिन, सेना के खिलाफ ये संघर्ष लंबा नहीं चल सका और पिछले साल एक फरवरी को सेना ने लोकतांत्रिक सत्ता का तख्तापलट कर दिया। वहीं, आंग सान सू ची समेत उनकी 'नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी पार्टी' के तमाम बड़े नेताओं को सेना ने गिरफ्तार कर लिया था। उसके बाद से ही म्यांमार मेंसेना के खिलाफ भारी प्रदर्शन किए जा रहे हैं और अभी तक 2100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
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