मैक्सिको के राष्ट्रपति को PM मोदी से उम्मीद, जंग खत्म कर दुनिया में ला सकते हैं शांति, UN में रखेंगे प्रस्ताव
रूस-यूक्रेन युद्ध और चीन-ताइवान में बढ़ते तनाव के बीच मैक्सिको के राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर संयुक्त राष्ट्र को एक लिखित प्रस्ताव पेश करने पर विचार कर रहे हैं। इसमें 3 लोगों का एक आयोग बनाने की मांग होगी।
नई दिल्ली, 10 अगस्तः रूस-यूक्रेन युद्ध और चीन-ताइवान में बढ़ते तनाव के बीच मैक्सिको के राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर संयुक्त राष्ट्र को एक लिखित प्रस्ताव पेश करने पर विचार कर रहे हैं। इस प्रस्ताव में दुनिया में सम्मानित 3 लोगों का एक आयोग बनाने की मांग होगी। यह आयोग दुनिया भर में अगले पांच साल के लिए युद्ध विराम को बढ़ावा देगा। इस अवधि में न कोई शीत युद्ध होगा न ही कोई व्यापार युद्ध। राष्ट्रपति ओब्रेडोर ने इन तीन लोगों में पीएम मोदी को शामिल करने की बात कही है।
पीएम मोदी से जताई उम्मीद
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए ओब्रोडोर ने कहा, "मैं संयुक्त राष्ट्र में लिखित प्रस्ताव दूंगा। उम्मीद है कि मीडिया इसे फैलाने में हमारी मदद करेगा। आयोग का गठन पोप फ्रांसिस, एंटोनियो गुटेरेस और नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा।" मैक्सिकन राष्ट्रपति के कहा कि उनका लक्ष्य इन तीनों को एक साथ लाना है, जो दुनिया भर में युद्ध को समाप्त करने के लिए तेजी से एक योजना प्रस्तुत कर सकें और कम से कम पांच साल तक चलने वाले संघर्ष को देखने के लिए एक समझ विकसित कर सकें।
पांच साल शांति कायम करने पर बल
ओब्रेडोर ने कहा कि आयोग के गठन के जरिए कम से कम पांच साल का समझौता करने की कोशिश होगी ताकि दुनिया भर की सरकारें अपने लोगों के लिए काम कर सकें। उन्होंने कहा कि दुनिया में पांच साल, बिना तनाव हिंसा के बीतेगा और शांति होगी। इससे युद्ध और उसके प्रभावों से सबसे अधिक पीड़ित लोगों का जीवन बदला जा सकेगा। लोपेज ओब्रेडोर ने संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन और रूस से युद्ध जैसी स्थितियों को समाप्त करने और शांति की दिशा में काम करने का प्रयास करने का भी आग्रह किया।
युद्ध के कारण दुनिया पर छाया संकट
ओब्रेडोर ने कहा कि एक साल से अधिक समय से इन तीन देशों के टकराव के चलते आज दुनिया को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। दुनिया रिकॉर्ड मुद्रास्फीति और आपूर्ति श्रृंखला की समस्याओं से जूझ रही है। बहुत से इंसानों की जानें जा चुकी हैं। ओब्रेडोर ने उम्मीद जताई कि अमेरिका, रूस और चीन मध्यस्थता को सुनेंगे और स्वीकार करेंगे। यह संघर्ष विराम ताइवान, इजरायल और फिलिस्तीन के मामले में समझौतों तक पहुंचने में मदद करेगा। इससे टकराव शांत होगा।
बातचीत को दी जाए प्राथमिकता
राष्ट्रपति ओब्रेडोर ने आगे कहा कि देशों को अपने व्यापार संघर्षों को रोकना चाहिए और अपनी प्रासंगिक प्रतिबद्धताओं पर नजर रखने के लिए संयुक्त राष्ट्र के ढांचे का उपयोग करना चाहिए। अमेरिका के निचले सदन की स्पीकर नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद से एशिया प्रशांत क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बारे में बोलते हुए, लोपेज़ ओब्रेडोर ने कहा कि संघर्ष पर बातचीत को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, यह दुनिया के हित में होगा।
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