
रमल्ला में भारतीय राजदूत मुकुल आर्य की प्राकृतिक कारणों से हुई मौत: विदेश मंत्रालय
नई दिल्ली, 08 मार्च: फिलिस्तीन में भारत के राजदूत मुकुल आर्य का निधन हो गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय दूतावास के अंदर ही वो मृत पाए गए थे। मुकुल आर्य फिलिस्तीन के रमल्ला स्थित भारतीय दूतावास में तैनात थे। मुकुल आर्य विदेश मंत्रालय में डिप्लोमैट थे। वहीं अब विदेश मंत्रालय ने अपने एक बयान में बताया कि मुकुल आर्य की प्राकृतिक कारणों से मौत हुई है।

प्राकृतिक कारणों से हुआ आर्य का निधन
विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को अपने राजदूत मुकुल आर्य के निधन के बारे में अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा कि उनकी मृत्यु प्राकृतिक कारणों से हुई है। रमल्ला में भारत के प्रतिनिधि आर्य की मृत्यु के संबंध में मीडिया के सवालों के जवाब में आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हमने मुकुल आर्य के निधन पर कुछ गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणियां देखी। उनका प्राकृतिक कारणों से निधन हुआ है। हम आग्रह करते हैं कि एक युवा राजनयिक के दुखद निधन के साथ शालीनता और सम्मान के साथ व्यवहार किया जाए।
विदेश मंत्री ने भी जताया गहरा दुख
बता दें कि आर्य सोमवार को फिलिस्तीन में भारतीय दूतावास के अंदर मृत पाए गए थे। आर्य को "युवा और समर्पित अधिकारी" कहते हुए विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। वहीं इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मुकुल आर्य के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया था। जयशंकर ने ट्वीट किया था कि रमल्ला में भारत के प्रतिनिधि मुकुल आर्य के निधन के बारे में जानकर गहरा सदमा लगा।
फिलिस्तीन
में
भारतीय
राजदूत
मुकुल
आर्य
की
मौत,
विदेश
मंत्री
जयशंकर
ने
जताया
दुख
2008 में भारतीय विदेश सेवा से जुड़े थे आर्य
2008 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अफसर आर्य ने काबुल और मॉस्को स्थित भारतीय दूतावासों में काम किया था। वहीं आर्य पेरिस में यूनेस्को में भारत के स्थायी प्रतिनिधिमंडल और काबुल और मॉस्को में भारत के दूतावासों में सेवा दे चुके थे। आर्य ने नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय के मुख्यालय में भी काम कर चुके हैं। मुकुल आर्य दिल्ली में पले-बढ़े थे। जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी से उन्होंने 2005-2007 में इकनॉमिक्स में एमए किया था। दिल्ली यूनिवर्सिटी से उन्होंने ग्रेजुएशन किया था। 2008 में वह भारतीय विदेश सेवा से जुड़ गए।