30 साल में सांसद और 33 साल में प्रधानमंत्री, मिलिए फिनलैंड की पीएम सना मेरिन से, जो आज पीएम मोदी से करेंगी बात
जानिए कौंन हैं फिनलैंड की खूबसूरत प्रधानमंत्री सना मेरिन, जिनकी आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बातचीत होने वाली हैं।
नई दिल्ली: अब एक साल से ज्यादा का वक्त हो चुका है जब देश-विदेश के नेता वर्चुअल मीटिंग या टेलिफोन संवाद कायम कर रहे हैं। पीएम मोदी भी पिछले एक साल से ज्यादा वक्त से विदेश दौरे पर नहीं गये हैं और एक साल से ज्यादा वक्त के बाद पीएम मोदी बांग्लादेश दौरे पर जा रहे हैं, जहां वो बांग्लादेश की आजादी की 50वीं वर्षगांठ में शिरकत करेंगे। लेकिन, आज पीएम मोदी फिनलैंड की प्रधानमंत्री के साथ अहम बात करने वाले हैं। दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर बात होगी। ऐसे में आइये जानते हैं कौन हैं फिनलैंड की पीएम सना मेरिन, जो सिर्फ 33 साल की उम्र में फिनलैंड की प्रधानमंत्री बन गईं।
सना मेरिन का संघर्ष
देखने में बेहद खूबसूरत फिनलैंड की पीएम सना मेरिन अपने संघर्ष, काबिलियत और मिलनसार स्वभाग के लिए जानी जाती हैं। और यही वजह है कि सिर्फ 33 साल की उम्र में वो देश की प्रधानमंत्री बन गईं। किसी भी देश के सर्वोच्च पद तक पहुंचना किसी भी नेता के लिए आसान नहीं होता है और सना मेरिन के लिए भी फिनलैंड का प्रधानमंत्री बनना आसान नहीं था। फिनलैंड की प्रधानमंत्री सना मेरिन की उम्र सिर्फ 35 साल है और उन्होंने सबसे कम उम्र में प्रधानमंत्री बनकर फिनलैंड के लिए एक रिकॉर्ड कायम किया है।
बनी सबसे कम उम्र की सांसद
सना मेरिन फिनलैंड संसद की सबसे कम उम्र की सांसद सदस्य भी हैं। साल 2019 में सना मेरिन ने प्रधानमंत्री का पद संभाला था। और उनके प्रधानमंत्री पद तक पहुंचने का सिलसिला भी बेहद दिलचस्प रहा है। 2019 में फिनलैंड में पोस्टल स्ट्राइक किया गया था, जिसकी आंच में तत्कालीन प्रधानमंत्री एंटी रिने को इस्तीफा देना पड गया और फिनलैंड की राजनीति मंा ऊफान आ गया। तब सदन की तरफ से सना मेरिन का नाम प्रधानमंत्री पद के लिए प्रस्तावित किया गया और वो फिनलैंड की सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री बन गईं।
प्रभावशाली महिलाओं की सूची में शामिल
सना मेरिन ने बतौर प्रधानमंत्री अक्टूबर 2020 में ट्रेंडी मैग्जीन के लिए फोटो शूट करवाया था, जिसने उस वक्त पूरी दुनिया में काफी सुर्खियां बटोरी थीं। कई लोगों ने प्रधानमंत्री के फोटोशूट की काफी आलोचना भी थीं लेकिन सना मेरिन इससे विचलित नहीं हुईं और उनकी इन्हीं सख्त व्यवहार की वजह से बीबीसी ने 2020 में विश्व की 100 सबसे ज्यादा प्रभावशाली महिलाओं की लिस्ट में उन्हें शामिल किया था। सिर्फ बीबीसी ही नहीं, बल्कि फोर्ब्स पत्रिका ने भी सना मेरिन को प्रभावशाली महिलाओं की लिस्ट में जगह दी थी। सना मेरिन टाइम मैग्जीन के कवर पेज पर भी आ चुकी हैं।
शुद्ध शाकाहारी हैं सना मेरिन
भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तरह की फिनलैंड की प्रधानमंत्री सना मेरिन शुद्ध शाकाहारी हैं। वो नॉनवेज बिल्कुल नहीं खाती हैं। और इस बात को भी बेहद कम लोग जानते हैं कि सना मेरिन अपने परिवार की पहली सदस्य हैं जिन्होंने किसी यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की हो। लेकिन, संघर्ष की बदौलत उन्होंने फिनलैंड के सर्वोच्च पद तक पहुंचने में कामयाबी हासिल की। फिनलैंड की प्रधानमंत्री सना मेरिन का जन्म 16 नवंबर 1985 को हेलंस्की में हुआ था। सना मेरिन जब बेहद कम उम्र की थीं, तभी उनके माता-पिता अलग हो गये थे। दोनों ने तलाक ले ली थी। सना मेरिन को पिता ने उनकी मां के हवाले कर दिया और पारिवारिक उथल-पुथल ने घर की आर्थिक स्थिति काफी खराब कर दी थी। साल 2015 में सना मेरिन पहली बार चुनकर संसद पहुंची और फिर फिनलैंड की परिवहन और संचार मंत्रालय की मंत्री बनी। जिसके बाद 2019 में उन्हें फिनलैंड का प्रधानमंत्री बनने का सौभाग्य मिला।
सना मेरिन का राजनीतिक सफर
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक सना मेरिन ने अपनी राजनीतिक सफर की शुरूआत महज 20 साल की उम्र से की थीं। उन्होंनवे टेंपर के सिटी काउंसिल का चुनाव लड़ा था और उन्हें पहली बार 2012 में जीत हासिल हुई। 2013 से 2017 तक वो सिटी काउंसिल की चेयरमैन रहीं और 2017 में फिर से वो इसी पद के लिए चुनी गई। पहली बार सना मेरिन को 2014 में यूट्यूब से काफी लोकप्रियता हासिल हुई थी और 2015 में सना मेरिन फिनलैंड की के पिरकनम्मा क्षेत्र से सांसद चुनी गईं। उन्होंने सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी से सांसद पद के लिए चुनाव लड़ा था और उसी पार्टी की अभी भी नेता हैं। 2019 के चुनाव में सना मेरिन ने धमाकेदार जीत हासिल कर अपनी पार्टी समेत अपने विरोधियों को भी हैरान कर दिया था और 23 अगस्त 2020 को वो मेरिन एडीपी की हेड चुनी गईं। सना मेरिन फिनलैंड में काफी प्रसिद्ध हैं और उनकी लोकप्रियता काफी ज्यादा है।
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