कमला हैरिस ने भारतीय समुदाय को किया संबोधित, कहा- भारत में कोरोना की स्थिति देखकर टूटा दिल
अमेरिका की उपराष्ट्रपति ने अमेरिका में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए भारत की स्थिति को लेकर बयान दिया है। कमला हैरिस ने कहा है कि कोरोना वायरस की वजह से आज भारत की जो स्थिति हुई है वो दिल दुखाने वाली है।
वॉशिंगटन, मई 09: भारत में कोरोना वायरस भयानक स्तर पर तबाही मचा रहा है और उसे लेकर अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने कहा है कि भारत की जो स्थिति है वो दिल तोड़ने वाली है। भारतीय मूल की नेता और अमेरिका कती पहली महिला उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने भारत की स्थिति पर गहरी चिंता जताई है और कहा है कि अमेरिका लगातार भारत की मदद कर रहा है।
भारत की स्थिति से दुखी
अमेरिका की उपराष्ट्रपति ने अमेरिका में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए भारत की स्थिति को लेकर बयान दिया है। कमला हैरिस ने कहा है कि कोरोना वायरस की वजह से आज भारत की जो स्थिति हुई है वो दिल दुखाने वाली है और मैं भारत के साथ अपनी संवेदनाएं व्यक्त करती हूं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत की स्थिति दिल तोड़ने वाली स्थिति से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि संकट के इस समय में उनकी संवेदनाएं भारत के साथ है और अमेरिका की मदद करने की हर तरह से कोशिश कर रहा है।
भारत की हरसंभव मदद
आपको बता दें कि भारत में हर दिन 4 लाख से ज्यादा कोरोना वायरस के मामले सामने आ रहे हैं और हर दिन साढ़े तीन हजार से ज्यादा लोग कोरोना वायरस की वजह से जान गंवा रहे हैं। वहीं, अमेरिका भी लगातार भारत की मदद कर रहा है। अब तक अमेरिका से मेडिकल सामान लेकर 6 कार्गो प्लेन भारत आ चुके हैं। पिछले हफ्ते से अमेरिका लगातार भारत की मदद कर रहा है। अमेरिका ने पिछले 6 दिनों में ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स, ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए उपकरण, रेमडेसिविर इंजेक्शन समेत कई और इमरजेंसी मेडिकल सामानों की सप्लाई की है।
अमेरिका से क्या सब आया?
अमेरिका अब तक भारत को सवा लाख रेमडेसिविर इंजेक्शन भेज चुका है। इसके साथ ही अमेरिका ने 1500 ऑक्सीजन सिलेंडर भी भेजा है। जो बार बार इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके जरिए बहुत हद तक अस्पतालों को ऑक्सीजन किल्लत दूर करने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही अमेरिका ने 550 मोबाइल ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की सप्लाई भारत को की है। मोबाइल ऑक्सीजन के जरिए एक बार में कई मरीजों की जान बचाई जा सकती है और ये कई सालों तक काम कर सकता है। इसके साथ ही अमेरिका ने कोविड-19 टेस्ट करने के लिए 10 लाख डायग्नोस्टिक किट भेजा है। इसकी खासियत ये है कि इससे नतीजे काफी जल्दी सामने आ जाते हैं। वहीं, अमेरिका ने भारत को अब तक 25 लाख एन-95 मास्क और पीपीई किट की सप्लाई की है। इसके साथ ही अमेरिका ने भारत को मूवेवल ऑक्सीजन कंसंट्रेशन सिस्टम भी भेजा है, जिसके जरिए एक बार में एक साथ 20 से ज्यादा मरीजों को ऑक्सीजन की सप्लाई की जा सकती है। वहीं, अमेरिका ने भारत को भारी संख्या में ऑक्सीमीटर भी भेजा है, ताकि कोविड-19 मरीजों का ऑक्सीजन लेवल चेक किया जा सके।
कोविड-19 के खिलाफ भारत ने झोंकी पूरी ताकत, ऑक्सीजन, रेमडेसिविर की किल्लत होगी बहुत जल्द खत्म