9/11 अमेरिकी हमले की 20वीं बरसी, तीनों मेमोरियल से मृतकों को श्रद्धांजलि देंगे जो बाइडेन
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन 9/11 अमेरिकी हमले में मृतकों को श्रद्धांजलि देने तीनों स्मारकों पर जाएंगे।
वॉशिंगटन, सितंबर 05: अमेरिका में अलकायदा के आतंकी हमले के 20 साल पूरे होने वाले हैं। 11 सितंबर को अमेरिकी इतिहास में हुए सबसे बड़े आतंकी हमले का 20 साल पूरा हो जाएगा और इस मौके पर अमेरिका एक बार फिर से उस काले दिन को याद कर रहा है, जब ओसामा बिन लादेन ने अमेरिका को कभी ना भरने वाला जख्म दिया था। राष्ट्रपति जो बाइडेन 11 सितंबर के हमलों की 20वीं बरसी मनाने के लिए 9/11 के सभी तीन स्मारक स्थलों का दौरा करेंगे और उस दिन मारे गए लगभग 3,000 लोगों को श्रद्धांजलि देंगे।
ग्राउंड ज़ीरो जाएंगे जो बाइडेन
व्हाइट हाउस ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन न्यूयॉर्क सिटी, पेंटागन और शैंक्सविले, पेनसिल्वेनिया के बाहर स्मारक का दौरा करेंगे। जहां यूनाइटेड फ्लाइट 93 को गिराया गया था। उनके साथ फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन भी शामिल होंगी। व्हाइट हाउस ने कहा कि उपराष्ट्रपति कमला हैरिस पेंटागन में राष्ट्रपति के शामिल होने से पहले एक अलग कार्यक्रम के लिए पेन्सिलवेनिया के शैंक्सविले की यात्रा करेंगी। हैरिस अपने पति डग एम्हॉफ के साथ यात्रा करेंगी।
बराक ओबामा जैसा ही है कार्यक्रम
जो बाइडेन का यात्रा कार्यक्रम उसी तरह का है, जैसा राष्ट्रपति बराक ओबामा ने 2011 में हमलों की 10वीं बरसी पर किया था। ओबामा की न्यूयॉर्क शहर की यात्रा उस स्थान पर एक स्मारक स्थल के उद्घाटन के साथ हुई थी, जहां विश्व प्रसिद्ध वर्ल्ड ट्रेड सेंटर टावरों पर अलकायदा के आतंकियों ने हमला किया था और हवाई जहाज को बिल्डिंग से टकरा दिया था। अमेरिका पर हुए उस हमले में 3 हजार से ज्यादा लोग मारे गये थे और उस दर्द को आज भी अमेरिका महसूस करता है। अगले शनिवार को अमेरिका में मृतकों को श्रद्धांजलि दी जाएगी और इस बार ये श्रद्धांजलि उस मौके पर है, जब अफगानिस्तान से अमेरिका वापस चला आया है। 20 साल पहले ही अल-कायदा के दहशतगर्दों और तालिबान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने के लिए 9/11 के हमलों के हफ्तों बाद अमेरिका ने अफगानिस्तान युद्ध शुरू किया था और ओसामा बिन लादेन को 2011 में पाकिस्तान के एबटाबाद में मार गिराया गया था।
बाइडेन की सख्त आलोचना
अफगानिस्तान से अचानक सैनिकों को बाहर निकालने के लिए अमेरिका सहित पूरी दुनिया में राष्ट्रपति जो बाइडेन की आलोचना की जा रही है और बाइडेन की पार्टी में भी उनके खिलाफ कई सीनेटर आवाज उठा चुके हैं। वहीं, शुक्रवार को जो बाइडेन ने उस ऑर्डर पर भी दस्तखत कर दिए हैं, जिसके जरिए अमेरिका पर हुए हमले के दस्तावेजों को सार्वजनिक किए जाने की बात की गई है। अमेरिका में एक बड़े धरे का मानना है कि हमले से जुड़े एफबीआई की जांच रिपोर्ट को इसलिए गोपनीय रखा गया है, क्योंकि उसमें सऊदी अरब का हाथ है। जो बाइडेन ने राष्ट्रपति चुनाव की कैम्पेनिंग के दौरान लोगों से वादा किया था कि उनकी सरकार बनने के बाद दस्तावेजों को सार्वजनिक किया जाएगा, लेकिन राष्ट्रपति बनने के बाद उन्होंने चुप्पी साध ली थी। लेकिन, जब बाइडेन का काफी विरोध बढ़ने लगा, तो फिर उन्होंने दस्तावेज के कुछ हिस्सों को सार्वजनिक करने के ऑर्डर पर दस्तखत कर दिए हैं।
क्या सऊदी अरब ने की थी अलकायदा की मदद? 9/11 अमेरिकी हमले के सीक्रेट दस्तावेज होंगे सार्वजनिक