न्यू यॉर्क में 'फॉलोवर फ़ैक्ट्री' की जांच शुरू
सोशल मीडिया वेबसाइटों पर कथित तौर पर फॉलोवर और लाइक बेचने का धंधा करने वाली कंपनी की जांच शुरू.
न्यू यॉर्क के मुख्य अभियोजक का कहना है कि सोशल मीडिया पर कथित तौर पर नकली फॉलोवर बेचने वाली एक कंपनी की जांच शुरू की जा रही है.
अभियोजक एरिक श्नाइडरमैन का कहना है कि न्यू यॉर्क में छद्म रूप धारण करना और धोखा देना अपराध है.
न्यू यॉर्क टाइम्स के मुताबिक देवूमी नाम की कंपनी पर लाखों वास्तविक लोगों की पहचान चुराने के आरोप हैं.
हालांकि कंपनी इन आरोपों को खारिज करती रही है.
शनिवार को न्यू यॉर्क टाइम्स ने देवूमी कंपनी पर एक विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित की थी.
इस रिपोर्ट में ऐसे कई लोगों के साक्षात्कार प्रकाशित किए गए हैं जिनके सोशल मीडिया खातों की जानकारियों और प्रोफ़ाइल तस्वीरों को कॉपी किया गया है. इनसे वास्तविक दिखने वाले बोट तैयार किए गए हैं
बोट वो कंप्यूटर प्रोग्राम होते हैं जिन्हें ख़ासतौर पर अपने आप चलने के लिए विकसित किया जाता है. ये ऑटोमैटिक प्रोग्राम ट्वीट, रीट्वीट या लाइक जैसे काम आसानी से निरंतर कर सकते हैं.
https://twitter.com/AGSchneiderman/status/957290420077199362?
आरोप है कि जो लोग सोशल मीडिया पर अपनी फॉलोइंग या लोकप्रियता बढ़ाना चाहते हैं, वो पैसे देकर इन बोट्स की सेवाएं हासिल कर सकते हैं.
इन सेवाओं को लेने वाले लोगों में अभिनेता, राजनेता, उद्योगपति शामिल हैं.
सोशल मीडिया पर अधिक फॉलोवर संख्या को प्रभाव से जोड़कर देखा जाता है. यही नहीं इससे जनता की राय को भी प्रभावित किया जा सकता है.
श्नाइडरमैन का कहना है कि उनकी चिंता ये है कि ऐसी गतिविधियों से लोकतंत्र पर भी असर होता है.
अपनी वेबसाइट पर देवूमी ढाई लाख तक फॉलोवर बेचने का दावा करती है. क़ीमतें करीब बारह डॉलर से शुरू होती हैं.
यही नहीं यूज़र यहां से अपनी पोस्टों पर लाइक और रीट्वीट भी ख़रीद सकते हैं.
यही नहीं देवूमी लिंक्डइन, यूट्यूब, साउंडक्लाउड और पिनट्रेस्ट पर भी फ़ॉलोवर और लाइक्स बेचती है.
https://twitter.com/TwitterComms/status/957316490889347072?
कंपनी न्यू यॉर्क सिटी में पंजीकृत है. हालांकि न्यू यॉर्क टाइम्स का दावा है कि इसका दफ़्तर फ्लोरिडा में है और कर्मचारी फ़िलीपींस से काम करते हैं.
वहीं ट्विटर का कहना है कि वो देवूमी और ऐसी ही सेवाएं देने वाली कंपनियों को रोकने पर काम कर रही है.
इससे पहले ट्विटर पर इस समस्या को गंभीरता से न लेने के आरोप लगते रहे हैं.
ट्विटर पर ऑटोमैटिक अकाउंट संचालित किया जा सकता है लेकिन उन्हें बेचा या ख़रीदा नहीं जा सकता है.
कंपनी का कहना है कि वो ऐसे खातों को रद्द कर देगी जिन्होंने रीट्वीट, फॉलोवर या लाइक ख़रीदे होंगे.
न्यू यॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि देवूमी के पास पैंतीस लाख बोट हैं जिन्हें बार-बार बेचा जाता है.
दावा किया गया है कि इनमें से करीब पचपन हज़ार बोट अकाउंट ऐसे हैं जिनमें वास्तविक लोगों की तस्वीरों और पतों का इस्तेमाल किया गया है जिनमें नाबालिग भी शामिल हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक देवूमी की फ़ॉलोवर फ़ैक्ट्री से लाइक ख़रीदने वालों में कई चर्चित सेलिब्रिटी, राजनेता और पत्रकार शामिल हैं.