भारत ने इस ‘मित्र’ देश को एकबार फिर दिया सहारा, सौंपा 50 बिस्तरों वाला हाईटेक अस्पताल
मित्र देशों में बिना किसी लाभ के बुनियादी ढांचे के विकास की अपनी नीति को ध्यान में रखते हुए भारत ने एक मैत्री अस्पताल ताजिकिस्तान को सौंपा है।
दुशांबे, 02 जुलाईः मित्र देशों में बिना किसी लाभ के बुनियादी ढांचे के विकास की अपनी नीति को ध्यान में रखते हुए भारत ने एक मैत्री अस्पताल ताजिकिस्तान को सौंपा है। ताजिकिस्तान में भारतीय राजदूत विराज सिंह ने शनिवार को भारत-ताजिकिस्तान मैत्री अस्पताल (ITHF) ताजिकिस्तान के उप रक्षा मंत्री मेजर जनरल शोहियोन अब्दुसोत्तोर को सौंप दिया। 50 बिस्तरों वाला यह अस्पताल सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस है।
कई आधुनिक उपकरण शामिल
इस अस्पताल में ऑपरेशन थियेटर, एक्स-रे मशीन, प्रयोगशाला, क्रिटिकल केयर एम्बुलेंस और प्रशासनिक वाहनों सहित चिकित्सा उपकरण, दवाएं, स्टोर और सहायक उपकरण शामिल हैं। ताजिकिस्तान में भारतीय दूतावास द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया, "भारत सरकार की ओर से, ताजिकिस्तान में भारत के राजदूत विराज सिंह ने भारत-ताजिकिस्तान मैत्री अस्पताल (ITHF) को ताजिकिस्तान के उप रक्षा मंत्री मेजर जनरल शोहियोन अब्दुसोत्तोर को 11 जून 2022 को सौंप दिया।"
अस्पताल का हुआ पुनर्निर्माण
गौरतलब है कि ITHF को भारत सरकार द्वारा पुनर्निर्मित किया गया है। जनवरी 2013 में दोनों पक्षों के बीच एक समझौता हुआ था और अक्तूबर 2014 में उद्घाटन किया गया था। भारतीय दूतावास के एक बयान में कहा गया है कि 50 बिस्तरों वाले इस अस्पताल ने भारत सरकार से तकनीकी सहायता और वित्तीय सहायता के आधार पर पिछले आठ वर्षों से लगातार ताजाकिस्तान के सशस्त्र बलों और नागरिक आबादी को मुफ्त मूल्यवान चिकित्सा सेवाएं प्रदान की हैं।
वर्तमान में ITHF में ईएनटी, सर्जरी, स्त्री रोग, चिकित्सा, बाल रोग और दंत चिकित्सा विभागों सहित चिकित्सा विशिष्टताओं की एक श्रृंखला है। इस अस्पताल के माध्यम से पिछले 8 वर्षों में एक लाख से अधिक रोगियों को चिकित्सा प्रदान किया गया है। इसके अलावा बीते 2 वर्षों में 2,000 से अधिक लोगों की सर्जरी की गई है। भारतीय सेना के डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मचारियों की एक टीम ने ताजिकिस्तान के नागरिकों को विभिन्न चिकित्सा सेवाएं प्रदान की हैं और साथ ही साथ कई डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया है। पिछले आठ वर्षों में 42 टन से अधिक 'मेड इन इंडिया' दवाएं ITHF को भेजी गई हैं।
ITHF के अलावा, भारत सरकार ने ताजिकिस्तान को अन्य रूपों में भी चिकित्सा सहायता प्रदान की है। भारत ने दक्षिण-पश्चिम ताजाकिस्तान में पोलियो के फैलने के बाद 2010 में यूनिसेफ के माध्यम से मौखिक पोलियो वैक्सीन की 20 लाख खुराक प्रदान की। मार्च 2018 में भारत ने ताजिकिस्तान को 10 एम्बुलेंस उपहार में दिए थे। इसके अलावा मई 2020 में कोरोना के समय भारत ने ताजिकिस्तान को 50,000 हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन टैबलेट और एक लाख पैरासिटामोल टैबलेट प्रदान किया।
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बीते साल 2021 में भारत द्वारा ताजिकिस्तान को लगभग 7 लाख 'मेड इन इंडिया' कोविशील्ड टीकों की आपूर्ति की गई। बयान में कहा गया है कि दूतावास को पूरा भरोसा है और उम्मीद है कि ताजिक पक्ष भारत द्वारा सृजित क्षमताओं के साथ अस्पताल को प्रभावी ढंग और कुशलता से चलाना जारी रखेगा। ITHF भारत और ताजिकिस्तान के बीच घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंधों का प्रतीक बना रहेगा।