भारतवंशी किरन आहूजा को बाइडेन प्रशासन में अहम जिम्मेदारी, केंद्रीय कर्मियों के विभाग की बनीं प्रमुख
वाशिंगटन, 23 जून। बाइडेन प्रशासन में एक और भारतवंशी ने अहम जगह हासिल की है। भारतीय-अमेरिकी किरन आहूजा को कार्मिक प्रबंधन कार्यालय का प्रमुख चुना गया है। किरन आहूजा की चयन प्रक्रिया के दौरान सीनेट में पक्ष और विपक्ष में बराबरी में वोट पड़े थे जिसके बाद उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने अपना टाई ब्रेकिंग वोट डाला और उनकी नियुक्ति पक्की की।
कार्मिक प्रबंधन कार्यालय एक अमेरिका की संघीय संस्था है जो देश के लगभग 20 लाख से ज्यादा प्रशासनिक अधिकारियों का प्रबंधन करती है।
इस
पद
पर
पहुंचने
वाली
पहली
भारतवंशी
अमेरिकी
वकील
और
एक्टिविस्ट
किरन
आहूजा
पहली
भारतीय-अमेरिकी
हैं
जो
अमेरिकी
प्रशासन
के
इस
महत्वपूर्ण
पद
को
संभालेंगी।
कमला
हैरिस
ने
मंगलवार
को
किरन
आहूजा
के
समर्थन
में
अपना
वोट
डाला
जब
सीनेट
ने
पार्टी
लाइन
पर
जाते
हुए
वोट
डाला
और
परिणामस्वरूप
नतीजा
50-50
रहा।
100
सदस्यीय
सीनेट
में
दोनों
पार्टियों
के
50-50
सदस्य
हैं।
अमेरिकी
सीनेट
में
वोटिंग
के
दौरान
अगर
वोट
बराबर
हो
जाता
है
तो
उपराष्ट्रपति
को
टाई
ब्रेकिंग
वोट
डालने
का
अधिकार
है।
कमला हैरिस ने कहा कि सीनेट समान रूप से विभाजित हैं इसलिए उपराष्ट्रपति सकारात्मक वोट दे रहे हैं। कमला हैरिस ने इस साल उपराष्ट्रपति के रूप में छठीं बार टाई-ब्रेकिंग वोट डाला है। हैरिस ने कहा "उनके पास व्यापक ज्ञान और अनुभव है जो इस भूमिका में उनकी अच्छी मदद करेगा।"
रिपब्लिकन
ने
किया
विरोध
हैरिस
ने
आगे
कहा
"विशेष
रूप
से
मैं
राज्य
और
केंद्र
की
जंगली
भूमि
अग्निशामकों
के
बीच
एक
महत्वपूर्ण
वेतन
असमानता
के
मुद्दे
को
हल
करने
के
लिए
उनके
साथ
काम
करने
की
उम्मीद
कर
रही
हूं।
राज्य
अग्निशामकों
का
वेतन
उनके
संघीय
समकक्षों
की
तुलना
में
दोगुना
हो
सकता
है
केंद्र
के
लिए
कुशल
अग्निशामकों
को
किराए
पर
लेना
और
उसे
बनाए
रखना
मुश्किल
हो
जाता
है।"
वहीं आहूजा की नियुक्ति पर बोलते हुए विपक्षी रिपब्लिकन सीनेटर जेम्स लैंकफोर्ड ने कहा कि उन्हें विश्वास नहीं है कि संघीय सरकार के एचआर के प्रमुख को गर्भपात के पक्ष में इतना मुखर नहीं होना चाहिए। बता दें कि रिपब्लिकन पार्टी गर्भपात का विरोध करती है।
कौन
हैं
किरन
आहूजा?
किरन
आहूजा
ने
2015
से
2017
तक
अमेरिकी
कार्मिक
प्रबंधन
कार्यालय
के
निदेशक
के
चीफ
ऑफ
स्टाफ
के
रूप
में
कार्य
किया।
वह
वर्तमान
में
परोपकारी
संस्थानों
के
एक
क्षेत्रीय
नेटवर्क
के
सीईओ
के
रूप
में
काम
कर
रही
हैं।
उन्होंने अमेरिकी न्याय विभाग में एक नागरिक अधिकार वकील के रूप में अपना करियर शुरू किया। स्कूलों से अलग होने के मामलों पर मुकदमा चलाया, और विभाग का पहला छात्र नस्लीय उत्पीड़न मामला दर्ज किया। 2003 से 2008 तक, किरन आहूजा ने राष्ट्रीय एशियाई प्रशांत अमेरिकी महिला मंच नामक एक सदस्यता संगठन के संस्थापक कार्यकारी निदेशक के रूप में कार्य किया।