बॉर्डर पर भारतीय सेना की सर्तकता से भड़का चीन, दी नियंत्रण में रहने की सलाह
नई दिल्ली। सीमाओं पर इंडियन आर्मी की बढ़ती सर्तकता से चीन एक बार फिर बौखला गया है। उसने सेना को संयम बरतने की सलाह दी है। चीनी सेना ने गुरुवार को डोकलाम में हुए गतिरोध का हवाला देते हुए कहा कि भारत को अपनी सेना पर सख्ती से नियंत्रण करना चाहिए। चीन ने कहा सीमा पर शांति एवं स्थिरता बरकरार रखने के लिए तय समझौतों को पालन करना चाहिए। चीन के रक्षा प्रवक्ता कर्नल रेन गुओकियांग ने कहा कि इस साल चीनी सेना ने कई मसलों को आसानी से सुलझाया, इनमें से ही एक डोकलाम जैसा विवाद भी था। पेइचिंग में मीडिया से बातचीत करते हुए कर्नल रेन ने कहा कि चीनी सेना ने राष्ट्रीय सुरक्षा के हितों और संप्रभुता की रक्षा बहुत अच्छे से की। विस्तार से जानिए
दोनों देश सैन्य संबंधों के सकारात्मक विकास के लिए आगे बढ़ेंगे
कर्नल रेन ने 2018 में भारत की सीमा पर उसके रुख से जुड़े सवाल पर कहा कि सीमा पर शांति और स्थायित्व दोनों देशों के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि वह आशा करते हैं कि दोनों पक्षों के बीच हुए प्रासंगिक समझौतों को लागू किया जाएगा। दोनों देश सैन्य संबंधों के सकारात्मक विकास के लिए आगे बढ़ेंगे।'
दोनों देश सीमा पर शांति और अनुकूल माहौल बनाने पर सहमत हुए हैं
डोकलाम गतिरोध के बाद पहली बार 22 दिसंबर को दिल्ली में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल एवं चीनी स्टेट काउंसिलर यांग जीची के बीच हुई बातचीत पर रेन ने कहा कि दोनों देश सीमा पर शांति और अनुकूल माहौल बनाने पर सहमत हुए हैं। यह दोनों ही देशों के लिए बेहद जरूरी है, क्योंकि इसी से चीन और भारत के बीच संबंधों में वृद्धि को बेहतर रफ्तार मिलेगी।'
जिस दिशा में चीन बढ़ा है उधर ही बढ़े भारत
कर्नल रेन ने कहा कि चीन और भारत के सैन्य संबंधों के विषय में रणनीतिक संवाद रखना तथा दोनों सेनाओं के बीच संबंधों के स्वस्थ विकास पर बल देना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, ‘हम आशा करते हैं कि भारतीय पक्ष उसी दिशा में बढ़ेगा जिस दिशा में चीनी पक्ष बढ़ेगा तथा दोनों पक्ष संबंधों के विकास तथा चीन भारत सीमा पर शांति एवं स्थायित्व बनाए रखने पर बल देंगे क्योंकि यह उनके हित में है।