
इमरान खान के 'लॉन्ग मार्च' को झटका! PTI नेताओं के 'लाइव' प्रसारण पर लगाई रोक, नहीं मिलेगा होटल में कमरा
पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए- इंसाफ के चीफ इमरान खान जल्द आम चुनाव कराने के मांग पर अड़ गए हैं। खान ने पहले से ही संकट में पड़ी सरकार पर दबाव बनाते हुए, जल्द चुनाव की मांग के लिए राजधानी इस्लामाबाद में एक तथाकथित 'लॉन्ग मार्च'(Imran Khan Long March) शुरू किया। उनकी पार्टी ने इस विरोध को 'हकीकी आजादी मार्च' नाम दिया है । इस मार्च की शुरुआत में शुक्रवार को लाहौर में हजारों की संख्या में लोग जुटे। वहीं, आज लॉन्ग मार्च को देखते हुए पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
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पीटीआई नेताओं की स्पीच का सीधा प्रसारण नहीं होगा
एक तरफ इमरान खान सरकार पर दबाव बनाने के लिए मार्च कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ पुलिस प्रशासन और पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी इमरान के इस लॉन्ग मार्च को शुरू होने से पहले ही समाप्त कर देना चाहते हैं। खबर के मुताबिक पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी (PEMRA-Pakistan Electronic Media Regulatory Authority) ने 28 अक्टूबर की अपनी अधिसूचना के अनुसार, टेलीविजन चैनलों को पीटीआई नेताओं के भाषणों और लॉन्ग मार्च का सीधा प्रसारण नहीं करने का भी निर्देश दिया है। PEMRA ने सख्त निर्देश देते हुए सभी निजी टीवी चैनलों से कहा कि अगर निर्देश का पालन नहीं किया गया तो कानूनी कार्रवाई, लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा।

होटल, गेस्ट हाउस में पीटीआई नेताओं के ठहरने पर रोक
वहीं इस्लामबाद पुलिस ने शनिवार को राजधानी के होटलों और गेस्ट हाउस के कमरों में पीटीआई के नेताओं, मार्च में शामिल लोगों के ठहरने पर रोक लगा दी है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान चाहते हैं कि, लाहौर से इस्लामाबाद के लिए विरोध मार्च शुरू करके सरकार पर दबाव बनाने की फिराक में है। ताकि सरकार शीघ्र ही आम चुनावों की तिथि का ऐलान कर दे। बता दें कि, शुक्रवार को मोटरसाइकिल पर सवार पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के समर्थक पार्टी के झंडों के साथ मशहूर लिबर्टी चौक पर एकत्र हुए। इस दौरान इमरान खान के सैकड़ों समर्थकों के जुटने के बाद पाकिस्तान में तनाव देखने को मिला।

जल्द चुनावा कराने को लेकर विरोध मार्च
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान लाहौर से इस्लामाबाद के लिए विरोध मार्च शुरू करने की तैयारी में हैं ताकि सरकार पर दबाव बनाया जा सके कि वह शीघ्र ही आम चुनावों की तिथि का ऐलान कर दे। खबर के मुताबिक वे ऐतिहासिक जीटी सड़क मार्ग के जरिए इस्लामाबाद की ओर बढ़ेंगे। पीटीआई प्रमुख इमरान खान के इस्लामाबाद चार नवंबर को पहुंचने की योजना है। उन्होंने अपनी पार्टी को रैली आयोजित करने के लिए सरकार से औपचारिक अनुमति देने का अनुरोध किया है। उनकी पार्टी ने इस विरोध को ‘हकीकी आजादी मार्च' नाम दिया है जिसका अर्थ है देश की असल आजादी के लिए मार्च। बता दें कि,साल 2014 में विरोध प्रदर्शन के दौरान पीटीआई के समर्थकों ने संसद भवन के सामने 126 दिनों तक धरना दिया था। क्या ऐसा ही धरना फिर से दोहाराई जाएगी इसकी अभी कोई जानकारी नहीं है।
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सरकार इमरान के मार्च को लेकर सतर्क
आयोजकों ने ऐलान किया था कि मार्च की शुरुआत सुबह 11 बजे होगी, लेकिन इसमें विलंब होने की स्थिति में आगे जानकारी दी जाएगी। वहीं दूसरी तरफ इस्लामाबाद में आंतरिक मामलों (गृह मंत्रालय) के मंत्री राणा सनाउल्लाह ने संवाददाताओं से कहा, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) नीत गठबंधन सरकार ने सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किये हैं ताकि शांति व्यवस्था बनी रहे। पीटीआई को आगाह किया गया है कि शांति व्यवस्था में गड़बड़ी के किसी भी तरह के प्रयास से कड़ाई के साथ निपटा जायेगा।
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