VIDEO: ज्वालामुखी से बह रही है आग की नदी, सामने बेपरवाह लोग खेल रहे थे वॉलीबॉल, मौत को दावत
पीछे ज्वालामुखी से आग की नदी बह रही थी और सामने लोग वॉलीबॉल खेल रहे थे। जान जोखिम में डालने वाला ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
आइसलैंड: आपने किसी लोहार को लोहा पिघलाते देखा है, अगर देखा है तो आपने उसवक्त आग को महसूस किया होगा तो आप समझ सकते हैं कि अगर कोई ज्वालामुखी फटता है तो उससे निकलने वाली आग की नदी कैसे हो सकती है और उसके चपेट में आने वाला इंसान या जानवरों का क्या हो सकता है। आइसलैंड में 6 हजार साल शांत रहने के बाद एक ज्वालामुखी फटा है लेकिन लोगों ने उस ज्वालामुखी को मजाक के तौर पर ले लिया है। एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दिख रहा है कि पीछे ज्वालामुखी फूटा पड़ा है और सामने लोग वॉलीबॉल खेल रहे हैं। आइसलैंड में ज्वालामुखी फटने से कई सौ मीटर तक आग की नदी बह रही है।
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ज्वालामुखी के आगे वॉलीबॉल
इस वीडियो में दिख रहा है कि कुछ लोग ज्वालामुखी के सामने वॉलीबॉल खेल रहे हैं। वीडियो में दिख रहा है कि चार लोग वॉलीबॉल खेल रहे हैं, जबकि पीछे आग का लावा निकल रहा है। जबकि वॉलीबॉल खेलने वाले लोग आग की इस नदी से पूरी तरह बेपरवाह और बेखौफ हैं। ये लोग लगातार मस्ती कर हैं। वहीं, वॉलीबॉल खेलने वालों के अलावा कुछ और भी लोग वीडियो में नजर आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड करने वाले शख्स ने वीडियो के कैप्शन में लिखा है कि फुटबॉल खेलने वाले वीडियो के वायरल होने के बाद अब हम वॉलीबॉल खेल रहे हैं।
6000 साल बाद फूटा ज्वालामुखी
आइसलैंड के दक्षिण-पश्चिम में स्थित है माउंड फैगराडैल्सफाल पहाड़। और इसी पहाड़ पर करीब 6 हजार साल बाद ये ज्वालामुखी फूटा है। ज्वालामुखी में विस्फोट पिछले हफ्ते हुआ है और उसी के बाद से ज्वालामुखी को देखने यहां जान जोखिम में डालकर सैकड़ों लोग पहुंच रहे हैं। ये ज्वालामुखी आइसलैंड के रेकजाविक शहर से करीब 35 किलोमीटर दूर है और यहां से लगातार आग का लावा निकल रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक ज्वालामुखी फटने के बाद करीब 1640 फीट ऊंची लावे की आकृति बन गई और इस ज्वालामुखी ने पिछले एक हफ्ते में 1 करोड़ वर्गफीट से ज्यादा लावा उगला है। कई बार इस ज्वालामुखी से फूटने वाला लावा 300 फीट से ज्यादा ऊंचाई तक भी पहुंचा है।
अभी नहीं शांत होगा ज्वालामुखी
रेकजाविक शहर के लोगों का दावा है कि ये ज्वालामुखी सदियों से शांत था और करीब 6 हजार साल बाद इसमें विस्फोट हुआ है। हालांकि, ये ज्वालामुखी रिहायशी इलाके से काफी दूर है, लिहाजा स्थानीय लोगों को विस्थापित नहीं किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, अभी इस ज्वालामुखी से आबादी वाले इलाके को खतरा नहीं हैं। लेकिन, जिस मात्रा में इस ज्वालामुखी से लावा निकल रहा है, उसे देखते हुए लग नहीं रहा है कि ये ज्वालामुखी फिलहाल शांत पड़ने वाला है। वहीं, आइसलैंड के प्रधानमंत्री कैटरीन जैकबडोतीर ने कहा है कि इस ज्वालामुखी से फिलहाल कोई खतरा नहीं है लेकिन लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है और उन्होंने कहा है कि लोग ज्वालामुखी के पास नहीं जाएं।
खत्म हो गई थी एक चौथाई आबादी
हालांकि, प्रधानमंत्री ने कहा है कि फिलहाल इस ज्वालामुखी से कोई खतरा नहीं है लेकिन ज्वालामुखी से भारी मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड गैस निकल रही है, जिससे बचने के लिए लोगों से अपने घरों को बंद रखने के लिए कहा गया है। आपको बता दें कि आइसलैंड में 30 से ज्यादा ज्वालामुखी हैं और कई ज्वालामुखी अब विलुप्त हो गये हैं। आपको बता दें कि इससे पहले 1784 में लाकी में ज्वालामुखी विस्फोट के बाद सूखा पड़ गया था, जिससे वहां की एक चौथाई आबादी खत्म हो गई थी।
करीब 6 हजार साल बाद इस पहाड़ पर ज्वालामुखी का विस्फोट हुआ है, जिसका ड्रोन वीडियो काफी वायरल हो रहा है।