हंगरी में नहीं हुई बारिश तो मौसम विभाग के अधिकारियों को किया सस्पेंड, सरकार का गजब फैसला
हंगरी में मौसम विभाग के दो अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इन अधिकारियों की गलती ये थी कि उनके मौसम को लेकर लगाए गए अनुमान गलत निकल गये।
बुडापेस्ट, 24 अगस्तः हंगरी में मौसम विभाग के दो अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इन अधिकारियों की गलती ये थी कि उनके मौसम को लेकर लगाए गए अनुमान गलत निकल गये। दरअसल सरकार की नेशनल हॉलिडे के मौके पर आतिशबाजी करने की योजना थी लेकिन खराब मौसम के अनुमान की वजह से उसे स्थगित करना पड़ा। मौसम वैज्ञानिकों के नेशनल हॉलिडे के मौके पर बुडापेस्ट में भारी तूफान का अनुमान था लगाया था, लेकिन मौसम खामोश रह गया और तूफान नहीं आया। इसके बाद हंगरी सरकार ने नेशनल मेटरोलॉजिकल सर्विस के हेड और उनके डिप्टी को सस्पेंड कर दिया।
सरकार ने दो अधिकारियों को किया सस्पेंड
हंगरी के प्रौद्योगिकी मंत्री लाजलो पालकोविस ने एनएमएस के अध्यक्ष कोरनेलिया रेडिक्स और उनकी डिप्टी ग्युला होर्वाथ को बिना कोई कारण बताए बर्ख़ास्त करने का फरमान जारी कर दिया है। समाचार एंजेंसी एएफपी ने कारण जानने के लिए मंत्री पालकोविस को कॉल किया मगर उनसे संपर्क नहीं हो पाया। नेशनल हॉलीडे पर बुडापेस्ट के डानुबे नदी पर पटाखों के साथ आमतौर पर हर साल आतिशबाजी होती है, जो यूरोप का सबसे बड़ा फायरवर्क्स शो माना जाता है। बीते शुक्रवार को हंगरी का नेशनल हॉलीडे कार्यक्रम था।
हॉलीडे पर हर साल होती है आतिशबाजी
हॉलीडे पर हर साल की तरह आतिशबाज़ी की योजना थी। पांच किलोमीटर क्षेत्र में 240 प्वाइंट से 40 हज़ार पटाखे लॉन्च किए जाने के लिए तैयार थे लेकिन मौसम के अनुमान की वजह से इसे आख़िरी समय में रद्द करना पड़ा था। एनएमएस ने राजधानी बुडापेस्ट में तेज गरज और तूफानी हवा के झोंके की भविष्यवाणी की थी। इसके बाद एनएमएस ने इसे प्रकृति की अनिश्चितता बताते हुए माफी भी मांगी थी। हालांकि शो रद्द किए जाने के बाद भी इसे इस हफ्ते के लिए रीशेड्यूल किया गया है।
मौसम का निकला गलत अनुमान
मौसम के गलत अनुमानों पर सरकार समर्थित मीडिया ने मौसम विभाग की आलोचना की और कहा कि नेशनल मेटरोलॉजिकल सर्विसेज़ ने मौसम की ग़लत जानकारी दी। ऐसे में एनएमएस ने सुरक्षा के लिए तत्पर ऑपरेशन टीम को भी गुमराह करने का काम किया है। हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में प्रत्येक साल 20 अगस्त को सेंट स्टीफंस डे के मौके पर फायरवर्क्स शो आयोजित किया जाता है। इस दिन को हजारों साल पहले ईसाई हंगरी के आजाद होने की याद में मनाया जाता है, जो आज भी बरकरार है।
विपक्ष ने कहा- ये फिजूलखर्ची है
हालांकि प्रत्येक साल इस आतिशबाजी पर भारी खर्च होता है हैं, जिसका विरोध भी होता रहा है। विपक्ष ने डेन्यूब तट पर आतिशबाजी का विरोध करते हुए कहा कि यह पैसे की बर्बादी है। विपक्ष ने कहा कि ऐसे समय में जब यूक्रेन पर रूस के हमले रूके नहीं हैं और यूरोप में तबाही मची हुई है तब सरकार की ऐसी फिजूलखर्ची समझ से परे है। विपक्ष ने कहा कि 10 मिलियन से कम आबादी वाले देश की अर्थव्यवस्था भी इतनी मज़बूत नहीं है, इस तरह की आतिशबाज़ी के बदले उस रकम का देश की अर्खव्यवस्था को मज़बूत करने के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
2006 में हुआ था बड़ा हादसा
विपक्ष ने इस संबंध में एक पब्लिक पेटिशन पर हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया, जिसपर दो लाख लोगों ने हस्ताक्षर कर चुके हैं। विपक्ष ने अधिकारियों के निलंबन को एक तानाशाही फैसला बताया है। बता दें कि हंगरी में यह उत्सव बेहद विवादों में रहा है। इस दिन होने वाली दुर्घटनाएं सुर्खियां बनती रही हैं। साल 2006 में डेन्यूब तट पर दस लाख लोग जमा थे तभी आए एक हिंसक तूफान में 5 लोग मारे गए थे और कई सौ लोग घायल हो गए थे।