अंतरिक्ष में 'NASA की आंख' को प्रभावित कर रहे एलन मस्क के सेटेलाइट्स, स्पेस एजेंसी ने FCC को बताया दर्द
नई दिल्ली, 27 अगस्त। एलन मस्क की कंपनी स्टारलिंग के बढ़ते सेटेलाइट्स अब नासा की चिंता बढ़ाने लगे हैं। अमेरिकी स्पेस एजेंसी ने इसको को लेकर चिंतित है। नासा ने कहा है कि स्टारलिंक के भविष्य में और अधिक सेटेलाइट्स लांच करने की योजना बना रहा है। जिससे स्पेस एजेंसी के प्रोजेक्ट्स बुरी तरह प्रभावित होगें। अपनी समस्या को लेकर नासा ने भी फेडरल कम्युनिकेशंस कमिशन (FCC) को पत्र लिखकर चिंता जताई है।
स्टारलिंक से NASA को चिंता क्यों?
एलन मस्क के स्टालिंक के बढ़ते से सेटेलाइट्स को नासा एक नई समस्या की जिक्र किया है। स्पेस एजेंसी की ओर कहा गया है कि अब एस्टेरॉड्स का पता लगाने में समस्याएं रहीं हैं। अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के पास संभावित अंतरिक्ष प्रदूषण हो सकता है। इसके साथ ही पृथ्वी की निचली कक्षा में अधिक सेटेलाइट्स की मौजूदगी हबल टेलीस्कोप समेत तमाम नासा के स्पेस प्रोजेक्ट्स पर पानी फेर सकते है। स्पेस एजेंसी ने कहा है कि इससे प्रदूषणा होगा और स्पेस टेलीस्कोप द्वारा भेजी जाने वाली छवियों पर असर होगा। आईएसएस के आसपास उपग्रहों की बढ़ती उपस्थिति के बारे में नासा चिंतित है।
हबल टेलीस्कोप पर प्रभाव
नासा ने एफसीसी ने कहा है कि स्टारलिंक उपग्रहों की बढ़ती संख्या हबल टेलीस्कोप के विजन को धुंधला कर रही है। हबल स्पेस टेलीस्कोप पृथ्वी से 535 किलोमीटर की दूरी पर परिक्रमा करता है और स्पेस एजेंसी के अनुसार, स्पेस टेलीस्कोप द्वारा कैप्चर की गई लगभग 8 प्रतिशत छवियां एक्सपोज़र के दौरान उपग्रहों द्वारा प्रभावित होती हैं। प्रस्तावित स्टारलिंक लाइसेंस संशोधन में हबल की कक्षीय सीमा में या उससे ऊपर के 10,000 उपग्रह शामिल हैं, एक ऐसी स्थिति हबल द्वारा भेजी जाने वाली कुल छवियों खराब कर सकती हैं।
स्टारलिंक उपग्रहों की बढ़ती संख्या
एलोन मस्क की सैटेलाइट आधारित ब्रॉडबैंड सेवा स्टारलिंक के 2500 से अधिक सेटेलाइट्स हैं। ये दुनिया भर के 32 देशों में ब्रॉडबैंड सेवाएं प्रदान करते हैं। लेकिन स्पेसएक्स के पास कुल 12000 उपग्रह लांच करने अनुमति है। जबकि स्टारलिंक कंपनी ने 30,000 और उपग्रह लॉन्च करने की अनुमति के लिए आवेदन किया है। जिस पर ऐतराज जताते नासा ने फेडरल कम्युनिकेशंस कमिशन को पत्र लिखा है।
NASA ने FCC को लिखा पत्र
अंतरिक्ष एजेंसी ने एफसीसी को लिखे अपने पत्र में कहा कि पृथ्वी की निचली की कक्षा में सेटेलाइट्स की भारी वृद्धि संभावित प्रभाव के बारे में चिंता पैदा करती है। ये ऑन-ऑर्बिट ट्रैकिंग और संयोजन स्क्रीनिंग में समस्या कारण बन सकती है। इसके साथ ही अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) और अन्य सभी नासा संपत्तियों की सुरक्षा को खतरा हो सकता है। नासा ने आगे कहा कि पृथ्वी कक्षा में स्टारलिंक अंतरिक्ष यान की संख्या में प्रस्तावित वृद्धि के लिए स्पेसएक्स और नासा दोनों संपत्तियों की निरंतर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दोनों पक्षों के बीच विस्तारित समन्वय और संचार की आवश्यकता होगी। नासा सभी अंतरिक्ष यान को सुरक्षित रूप से संचालित करने के हमारे पारस्परिक प्रयास में स्पेसएक्स के निरंतर समर्थन की आशा करता है।
साइंटिस्ट्स भी परेशान
नासा ने भी फेडरल कम्युनिकेशंस कमिशन (FCC) को पत्र लिखकर पृथ्वी की निचली कक्षा में प्रस्तावित उपग्रहों की संख्या को लेकर चिंता जताई है। वहीं इतने सारे उपग्रह वैज्ञानिकों के लिए चिंता का कारण रहे हैं। साइंटिस्ट्स का मानना है कि इससे टेलीस्कोप से ली जाने वाली छवियां प्रभावित होगीं। ऐसी स्थिति पहले से अंतरिक्ष में मौजूद टेलीस्कोप्स के लिए खतरा पैदा कर सकती है।
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